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Keshari Nath Tripathi:सीनियर BJP नेता केशरी नाथ त्रिपाठी का निधन, पीएम मोदी समेत कई अन्य नेताओं ने दी श्रद्धांजलि...

पूर्व राज्यपाल Keshari Nath Tripathi का निधन, लंबे समय से चल रहे थे बीमार
बंगाल के पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी का 88 वर्ष की उम्र में निधन

Keshari Nath Tripathi Passed Away: पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी का निधन हो गया है। शनिवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई थी।

 

रविवार की सुबह उन्होंने घर पर ही अंतिम सांस ली। परिजन आज उन्होंने लखनऊ पीजीआई ले जाने वाले थे। 

 


दो दिन पूर्व ही पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी को प्रयागराज स्थित एक्यूरा क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल से घर लाया गया था। वहां चिकित्सक उनपर नजर रखे हुए थे।

 

उन्हें ऑक्सीजन के साथ ही पेय पदार्थ भी नली की मदद से दिया जा रहा था।


शनिवार को दिक्कत बढ़ने के बाद चिकित्सकों ने लखनऊ ले जाने की सलाह दी थी। परिवार केे सदस्यों ने बताया कि आज उन्हें पीजीआई लखनऊ ले जाने की तैयारी थी। लेकिन उससे पहले ही उनका निधन हो गया।

 

पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'केशरी नाथ त्रिपाठी का सम्मान उनकी सेवा और बुद्धिमत्ता के लिए होता था। वह संवैधानिक मामलों के जानकार थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश में बीजेपी को मजबूत करने में मुख्य भूमिका निभाई और प्रदेश में विकास की दिशा में कड़ी मेहनत की। उनके निधन से दुख हुआ। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। ओम शांति।'



मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक प्रकट करते हुए कहा कि केशरी नाथ त्रिपाठी एक वरिष्ठ और अनुभवी राजनेता थे। वे संसदीय नियमों, परंपराओं और विधि के गहरे जानकार थे। श्री त्रिपाठी एक विद्वान अधिवक्ता और संवेदनशील साहित्यकार भी थे। उनके निधन से समाज की अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति की प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजन के प्रति संवेदना व्यक्त की है।



अस्पताल में एक सप्ताह तक इलाज करवाने के बाद 2 दिन पहले ही उन्हें घर ले आया गया था। यहां आज तड़के उन्होंने दम तोड़ दिया। घर पर डॉक्टर उनकी स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए थे। उन्हें ऑक्सीजन के साथ ही नली की सहायता से पेय पदार्थ दिया जा रहा था। परिवार के लोग उन्हें आज लखनऊ स्थित पीजीआई ले जाने की तैयारी में थे।



10 नवंबर 1934 को जन्मे पंडित केशरी नाथ त्रिपाठी लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़े हुए थे। वह बीजेपी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रहने के साथ ही विधानसभा के स्पीकर भी रह चुके थे। त्रिपाठी ने 2014 से 2019 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल की जिम्मेदारी भी निभाई। इसके साथ ही उनके पास बिहार, मिजोरम और मेघालय के राज्यपाल का भी प्रभार था।

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