
लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यालय के बाहर लगाया गया अखिलेश यादव और नीतिश कुमार का पोस्टर सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके साथ ही अखिलेश यादव लगातार ट्वीट करके भी हमलावर रहते हैं। इसे लेकर वाराणसी आए प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने पत्रकारों से कहा कि अब किसी को सपना देखने से हम कैसे रोक सकते हैं।
अखिलेश यादव ट्वीट से बाहर नहीं निकलना चाहते हैं। जनता के दरवाजे पर खड़ा नहीं होना चाहते हैं। किसान के खेत में जाना नहीं चाहते हैं। अखिलेश यादव सहित विपक्ष के नेता सिर्फ यही समझते हैं कि जो राजनीति है वह सिर्फ सोशल मीडिया पर ही है।
उनकी पार्टी सिर्फ अपने परिवार की बात करती है
मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि अभी भी जमीनी सच्चाई अखिलेश यादव न जानना चाहते हैं और न उसे समझना चाहते हैं। वह जमाना बीत गया है जब वह पिछड़ों और दलितों को गुमराह कर लेते थे। अब जनता उनके असली चेहरे को पहचान गई है। उनकी पार्टी सिर्फ अपने परिवार की बात करती है।
वह गरीबों का हक मारने में सबसे आगे रहे हैं। पिछड़ों और अति पिछड़ों को कमजोर करने में सपा का सबसे बड़ा योगदान रहा है। विधानसभा चुनाव संपन्न हुए बहुत दिन नहीं बीता है। उनका दंभ और गुरूर उत्तर प्रदेश की जनता ने तोड़ दिया है।
अगर अखिलेश यादव को अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाना है तो जमीनी सच्चाई को जानने का प्रयास करें। आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीट पर भाजपा को जीत मिलेगी। उसके बाद आप सभी लोग देखिएगा, अखिलेश सहित विपक्ष के अन्य नेता तब क्या कहेंगे...?
खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे वाली हालत
सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को लेकर मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि पूर्वांचल में कहावत है कि खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे...। भाजपा ने सहारा दिया तो वह पहली बार विधायक बन गए।
फिर, सपा ने सहारा दे दिया तो दोबारा विधायक बन गए। अब सारे दलों ने ओम प्रकाश राजभर के लिए अपने दरवाजे बंद कर लिए हैं तो वह खिसियाएंगे नहीं तो भला और क्या करेंगे...?