जबरन गिरफ्तारी की कार्रवाई पर रोक लगाने के लिए लेखपाल और कानूनगो का धरना प्रदर्शन
गोरखपुर। सहजनवा तहसील में लेखपालों एव कानूनगो द्वारा एंटी करप्शन विजिलेंस टीम द्वारा लेखपालों को ट्रेप की कार्रवाई जबरन करने के विरोध में सहजनवा तहसील के लेखपाल एवं कानूनगो द्वारा धरना पर बैठे और ज्ञापन उप जिला अधिकारी के द्वारा मुख्यमंत्री को सौपा गया। जिसमें लेखपाल राजस्व विभाग का फील्ड कर्मचारियों है जिसका संबंध जनता से सीधे होता है। भूमि विवाद सहित अधिकांश समस्याएं होती है, जिसका निस्तारण लेखपाल के द्वारा किया जाता है ।जिसमें एक पक्ष खुश होता है दूसरा नाराज होता है इससे क्षेत्र के लोग राजनीति में घसीटने का प्रयास करते हैं और उनके विरुद्ध कार्य करने की विविध कार्यों से असंतोष होकर के खिलाफ एंटी करप्शन टीम द्वारा पकड़वाने की व्यवस्था की जाती है।
शिकायत के आधार पर बिना तथ्यों का परीक्षण किए बगैर शिकायतकर्ता को उत्साह कर स्वयं बोलकर शिकायती प्रार्थना पत्र लिखवाया जाता है। और किसी प्रकार की जांच कागजी औपचारिकता न किए बिना उसी दिन लेखपाल को फसाने की विविध प्रयास करके गिरफ्तार कर लिया जाता है।अधिकांश प्रकरणों में शिकायती पत्र में उल्लेखित कार्य लेखपाल से संबंधित भी नहीं होता है और ना ही लेखपाल द्वारा कोई रिश्वत की मांग की जाती है। लेखपाल के सामने शिकायतकर्ता द्वारा जबरन उसकी जेब हाथ और गाडी में पैसा रख दिया जाता है।टीम द्वारा जबरन पकड़ कर लेखपाल के हाथ में पैसा रखवा कर अपने पाउडर लगे हाथ से लेखपाल का हाथ पड़कर अपनी गिलास से पानी को डलवाए जाते हैं।
कोई जगह रिश्वत स्वीकार किए बिना गिरफ्तार कर लिया जाता है। जिसमें गाजीपुर की तहसील कासिमाबाद में लेखपाल को जबरन ट्रेप की घटना की गई सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से स्पष्ट हो रहा है कि संबंधित लेखपाल शिकायतकर्ता के गांव से कई किलोमीटर दूसरे गांव में आने को ग्राम वासियों की उपस्थिति में पैमाइश कर रहा था। शिकायतकर्ता ने आकर लेखपाल की जेब में पैसा डाल दिया जिसे लेखपाल ने नाराज हुए बाहर निकाल कर वापस दिया इतने में ही एंटी करप्शन की टीम द्वारा उठा लिया गया। वीडियो से स्पष्ट हो रहा है कि ग्रामवासी बोल रहे हैं कि लेखपाल ने कोई पैसा नहीं दिया।
अभी पैमाइश का कैलकुलेशन कर रहा था शिकायतकर्ता ने जबरन लेखपाल के जेब में पैसा रखकर एंटी करप्शन से पकड़वाया है। तमाम ग्रामवासी विरोध करते हुए थाने पर भी पहुंच गए और वहां स्पष्ट करने वालों की लेखपाल भ्रष्ट नहीं है तमाम लेखपालों और कानून को पैसा न लेने पर भी एंटी करप्शन द्वारा गिरफ्तार किया गया है इस तरह से झूठ फसाने की अनेक घटनाएं हो चुकी है। कैमरों में कैद भी हो गई है वहां का सोशल मीडिया पर झूठा फसाने संबंधित तत्व उजागर हुए हैं जो लेखपाल फील्ड का कर्मचारी होने के कारण उसके साथ झूठ फसाने के तत्व सामान्य कमरों में कैद हो पाते हैं इन झूठी घटनाओं से प्रदेश केलेखपाललों मेंआक्रोश व्याप्त है के विरुध्द शिकायत प्रशासनिक स्तर पर की थी अथवा साजिशन फसाने का प्रयास किया जा रहा है।
शासन प्रशासन से मांग किया गया है कि साजिश करता के द्वारा रिश्वत न लेने या गिरफ्तार करने पर रोक लगाई जाए इसके बारे में प्रमुख सचिव से अनुरोध भी किया जा चुका है। ईमानदार कर्मचारी भी सही कार्य करने में डर रहा है। जिससे लेखपाल और कानून को आक्रोशित एवं आंदोलित है इसी क्रम में सहजनवा तहसील पर धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम करते हुए धरना एवं प्रदर्शन लेखपाल संघ अध्यक्ष रत्नेश मणि त्रिपाठी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें वरुण कुमार सिंह, अरविंद कुमार, संगीता चौधरी, मनीष मौर्य, शिवम मौर्य, पवन यादव, कानूनगो प्रमोद कुमार, भगवान दास श्रीवास्तव, सतीश त्रिपाठी, जितेंद्र मिश्रा एवं तहसील के समस्त कानूनगो और लेखपाल सम्मिलित थे।