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Gorakhpur News: निर्भय अंगूठी गन करेंगी महिलाओं की सुरक्षा

Gorakhpur News: निर्भय अंगूठी गन करेंगी महिलाओं की सुरक्षा

गोरखपुर l सहजनवा निर्भय अंगूठी गन करेंगी महिलाओं की सुरक्षा आईटीएम गीडा गोरखपुर की बीसीए सैकेंड ईयर  की दो छात्रा अंकिता राय और अंशिका तिवारी ने अपने कॉलेज के इन्नोवेशन सेल टीम के साथ मिलकर महिलाओं के साथ बढ़ती छेड़खानी व रेप जैसी घटनाओं सें  लड़कियों की सुरक्षा के लिये ऐसी अंगूठी गन बनाई है, जो छेड़छाड़ करने वाले मंचलों को सबक सिखायेगा l छात्रा अंकिता राय नें बताया ये रिंग मुसीबत में लड़कियों की मदद करेगा ऐसी बहुत लड़कियां हैं जो घर सें दूर जॉब करती हैं l

अकेले कहीं आना जाना होता हैं ऐसी परिस्थिति मे कभी कोई असामाजिक तत्व लड़की के साथ छेड़खानी करने की कोशिश करता हैं तों हमारी निर्भय रिंग एक दोस्त की तरह उनकी मदद करेगा  (निर्भय रिंग गन)  अपनों तक कॉल व लोकेश भेजेगा बल्कि साथ में जरुरत पड़ी तों इस रिंग  से मुसीबत में लड़कियां  पिस्टल की तरह  बना कर असामाजिक तत्वों पर गोलियाँ भी दाग सकती हैं l

कैसे काम करती हैं ये रिंग गन इसके बारे मे छात्रा अंशिका तिवारी ने बताया इस रिंग मे दो बटन लगे हैं l पहला बटन ब्लूटूथ के माध्यम सें मोबाइल सें कनेक्ट होता हैं इमरजेंसी होने पर इस बटन को दबा कर अपने परिवार व दोस्तों के नंबरों पर कॉल व लोकेशन भेजा जा सकता हैं l इसकी मदद सें घटना स्थल पर समय रहते पहुंचने मे मदद मिलेगी जिससे मुसीबत मे फंसी लड़की तक पहुंच कर उनकी सुरक्षा की जा सकती हैं l

अंकिता ने बताया निर्भय रिंग की जो सबसे बड़ी  विशेषता हैं वो ये है की मुसीबत मे ये रिंग लड़की की आबरू बचाने के लिये एक हथियार का भी रूप लें सकता हैं l इसे फोल्ड कर एक गन के रूप में बदला  जासकता हैं l इस अंगूठी मे लगा एक लाल बटन भी हैं जो निर्भय रिंग गन का ट्रिगर है इसे दबाते हीं निर्भय रिंग सें फायरिंग होता हैं जिसका साउंड काफ़ी तेज होगा जो घटना स्थान तक लोंगो का ध्यान केंद्रित करने मे मदद करता हैं l

निर्भय रिंग गन में एक 10 एमएम का मेटल बैरल लगा है जिससे ब्लैंक फायरिंग होती हैं l अंशिका ने बताया इस रिंग का वजन लगभग 50 सें 60 ग्राम होगा इसे किसी भी मोबाइल चार्जर सें चार्ज किया जासकता हैं l

ये रिंग दो भागो मे बटा हैं इस निर्भय रिंग को गन मे बदलने के लिये दो पार्ट्स को जोड़ना होता हो l गोरखपुर आईटीएम की छात्राओं ने महिला सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुए अपने अविष्कार सें एक पहल की है l छत्रा अंकिता राय नें  बताया हाल मे कोलकाता मे एक जूनियर महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या  सें पूरा देश शर्मसार हैं l

महिलाओं के साथ ऐसी घटना को रोकने के लिये तथा उनकी आत्मरक्षा के लिये लिये हमलोगों ने इस डिवाइस को बनाया हैं l संस्थान के निदेशक डॉ0 एन के सिंह ने छात्राओं  द्वारा कियेगये नवाचार ( निर्भय रिंग गन ) की प्रशंसा की और कहा ऐसे छोटे- छोटे छात्रों के आईडिया सें  देश व समाज की समस्याओं का समाधान किया जा सकता छात्रों द्वारा बनाया गया निर्भय रिंग सें महिलायें मुसीबत मे अपनी आत्मरक्षा स्वंय कर सकेंगी  l

ऐसे उपकरणों पर विशेष रूप सें शोध करने की आवश्कता हैं l  छात्राओं ने बताया रिंग को बनाने में हमें 2 हप्ते का समय लगा और 1500 रूपये का खर्च आया हैं इसे बनाने में हमने  10 एमएम मेटल पाईप, ब्लूटूथ मॉडुल, 3.7 वोल्ट नैनो बैटरी, स्विच, मेटल रिंग, इत्यादि का इस्तेमाल किया हैं l

अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया, सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया, संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल सहित संस्थान के सभी शिक्षकों ने  छात्रों को बधाई देते हुए प्रसन्नता व्यक्त किया |

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