×

जहां अपमान हो वहाँ नहीं जाना चाहिए- पंडित ध्रुव नाराण पाण्डेय

जहां अपमान हो वहाँ नहीं जाना चाहिए- पंडित ध्रुव नाराण पाण्डेय

गोरखपुर। जहां अपमान हो वहां नहीं जाना चाहिए। ऐसे जगह जाने से परिणाम अच्छा नहीं होता। भगवान शिव व माता सती के जीवन से हमें सीख लेनी चाहिए। उक्त बातें अयोध्या धाम से पधारे पंडित ध्रुव नारायण शास्त्री ने कही। वह नगर पंचायत घघसरा के वार्ड संख्या 11 परशुराम नगर के पनिका में चल रहे श्री हनुमत महायज्ञ के चौथे दिन व्यास पीठ से श्रद्धालुओं को रस कथा रसपान कर रहे थे। उन्होंने कथा विस्तार करते हुए कहा कि भगवान शिव ने माता सती को उनके पिता के वहां यज्ञ में जाने से बहुत बार मना किया गया परंतु माता सती नहीं मानी जिसका परिणाम हुआ कि- माता सती यज्ञ में कूद गयी और अपने प्राणों का अंत कर लिया।


निर्दोष माता सती को दुख पहुंचाने वाले सभी देवताओं को भगवान शिव ने दंडित किया और अंत में सभी की प्रार्थना पर यज्ञ को पूरा करने में अपना सहयोग भी दिया। कथा व्यास ने कहा कि- अपमान की पीड़ा बहुत असहनीय होती है। बिना घाव के मनुष्य के दिल और दिमाग पर गहरा चोट पहुंचती है। शास्त्रों में भी ऐसे उस स्थान पर जाने से मना किया गया है। चाहे उस व्यक्ति के वहां सोने की बरसात क्यों ना हो।


उक्त अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष प्रभाकर दुबे, विनोद कुमार पांडे उर्फ भोरी बाबा, परमेश्वर चौधरी सागर चौधरी, जोखन चौधरी, शैलेंद्र पांडे,संत बली गौड़, कैलाश गौड़, प्रेमचंद गौड़, पिंटू बाबा, चंद गुप्ता प्रेम नारायण पांडेय समेत भारी संख्या में लोग मौजूद थे।

Share this story

×