मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेवालाल गुप्त गुरुकुल विद्यालय में भव्य सभागार, प्रशासनिक भवन और कक्षाओं का किया लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने कहा, गुरुकुलों में होना चाहिए यज्ञ और हवन की पद्धति का अनुसरण साथ ही गुरुकुल को शिक्षा के साथ-साथ स्किल डेवलपमेंट और उद्यमिता प्रोत्साहन के साथ जुड़ना होगा।
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को मेवालाल गुप्त गुरुकुल विद्यालय में नवनिर्मित सभागार, पांच कक्षों और प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने गुरुकुल के पुनरुद्धार के लिए गोरखपुर गुरुकुल सोसाइटी के पदाधिकारियों को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने एक करोड़ पांच लाख रुपये के सीएसआर फंड से यह निर्माण कार्य समय पर पूरा किया गया है।
गुरुकुलों में आध्यात्मिक वातावरण जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुकुलों में यज्ञ और हवन की पुरानी आर्य समाज की पद्धति का अनुसरण होना चाहिए। उन्होंने बताया कि जब तक गुरुकुलों में यह परंपरा जीवित रही, तब तक वहां का वातावरण आध्यात्मिक और अनुशासनपूर्ण था, जिससे पठन-पाठन के बेहतरीन परिणाम सामने आते थे। योगी आदित्यनाथ ने जोर दिया कि आज के समय में शिक्षा और अध्यात्म का समावेश करके ही अराजकता से मुक्ति पाई जा सकती है।
स्किल डेवलपमेंट और उद्यमिता पर जोर
मुख्यमंत्री ने गुरुकुल विद्यालय को शिक्षा के साथ-साथ स्किल डेवलपमेंट और उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि कोई भी वंचित बच्चा शिक्षा से वंचित न रह पाए। हर बच्चा भविष्य के लिए आत्मनिर्भर बने। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे इन प्रयासों से भारत को विकसित भारत बनाने में मदद मिलेगी।
गुरुकुल विद्यालय की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
गोरखपुर गुरुकुल विद्यालय की स्थापना 1935 में हुई थी। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस गुरुकुल में आध्यात्मिक और राजनीतिक गतिविधियों के कारण ब्रिटिश सरकार ने इसे 5 साल तक बंद कर दिया था। इसके बाद यह विद्यालय फिर से सक्रिय हुआ। आज यह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के रूप में संचालित हो रहा है। उन्होंने कहा कि समय के साथ संसाधनों की कमी के कारण विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या घटने लगी, लेकिन अब नए निर्माण और संसाधनों से इसे फिर से प्रतिष्ठित किया जा रहा है।
शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार के लिए सरकार प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार हर बच्चे को उत्तम शिक्षा और हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने पीएम मोदी की राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि यह नीति छात्रों के सर्वांगीण विकास पर केंद्रित है। इसे आधुनिक जरूरतों के अनुरूप तैयार किया गया है। वहीं स्वास्थ्य के दृष्टि से आयुष्मान कार्ड योजना के तहत 10 करोड़ लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जा रही है।
इससे पहले सीएम योगी ने गुरुकुल विद्यालय के विभिन्न कक्षाओं में जाकर पठन-पाठन की गतिविधियों का अवलोकन किया। उन्होंने बच्चों से मुलाकात भी की और गुरुकुल प्रांगण में पौधरोपण किया। कार्यक्रम की शुरुआत में छात्राओं ने आकर्षक प्रस्तुति के साथ गणेश वंदना की।
इस अवसर पर सांसद रवि किशन शुक्ल, महापौर मंगलेश श्रीवास्तव, गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन, गोरखपुर गुरुकुल सोसाइटी के अध्यक्ष प्रमोद कुमार, कालीबाड़ी के महंत रविंद्र दास, यूपी राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी, भाजपा महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, सीताराम जायसवाल, पार्षद पवन त्रिपाठी, शिवशंकर गुप्त, परमेश्वर प्रसाद गुप्त, इंद्रदेव विद्यार्थी, जगदीश गुप्त, मंडलायुक्त अनिल ढींगरा सहित प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षकगण आदि उपस्थित रहे।