दो पक्षों में मारपीट के बाद पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, छः गिरफ्तार

गोरखपुर। सहजनवा थाना क्षेत्र के ग्राम नेवास में बीते रविवार की शाम 7:00 बजे बच्चों के आपसी विवाद को लेकर दलित व पिछड़े वर्ग परिवारों के बीच मारपीट हो गई, जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए ।
मौके पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले गई और डाक्टरी मुलाहिजा की प्रक्रिया पूरा कराने लगी । फिर हाल देर रात होने के कारण मुकदमा दर्ज नहीं हो सका । दूसरे दिन सोमवार को पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर घर में घुसकर मारपीट करने, वलवा समेत एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दिया है।
वादी दयाराम प्रसाद की तहरीर पर पुलिस ने- राम दरस, जन्मेजय, मुकेश, बृजेश, अमरजीत,शिशुपाल के खिलाफ घर में घुसकर मारने, बलवा करने तथा एससी एसटी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं दूसरे पक्ष की तहरीर पर जान से मारने की धमकी देने व बलवा के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपित- रामदयाल,राजन, मुकेश, शिशुपाल, रोहित व विकास को अपने हिरासत में ले लिया है।
उक्त- संदर्भ में सीओ कैंपियरगंज योगेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि-दोनों पक्षों से मुकदमा दर्ज किया गया है और 6 लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है। विवेचना जारी है। आरोपियों की संख्या बढ़ व घट भी सकती है।
गोरखपुर के युवक ने जिले का नाम किया रौशन, जॉर्डन में चल रहे एशिया बॉक्सिंग चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में बनाई जगह
बनकटा निवासी गोविंद साहनी ने जॉर्डन में चल रहे एशिया बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत का परचम लहरा दिया है।उन्होंने क्वार्टर फाइनल में जीत हासिल कर सेमीफाइनल में जगह बना ली है।10 नवंबर को सेमीफाइनल में वह कजाकिस्तान के बॉक्सर से भिड़ेंगे।
30 अक्टूबर से 13 नवंबर तक जॉर्डन में चल रहे एशिया बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोविंद साहनी भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। 28 देशों के बॉक्सर इस चैंपियनशिप में अपने देश का प्रतिनिधित्व कर गोल्ड लाने की कोशिश में लगे हुए हैं।
गोविंद उत्तर प्रदेश के पहले बॉक्सर हैं जो इस चैंपियनशिप में पहुंचे हैं क्वार्टर फाइनल में जीत हासिल करने से भारत के नाम कांस्य पदक तय हो चुका है। अब आने वाले वक्त में यह तय होगा कि गोविंद साहनी भारत को सिल्वर या गोल्ड मेडल दिला पाते हैं या नहीं, गोविंद साहनी ने बातचीत में बताया कि वह उत्तर प्रदेश के पहले बॉक्सर है।
जो इस चैंपियनशिप में पहुंचे हैं लेकिन बॉक्सिंग उत्तर प्रदेश में उपेक्षा का शिकार है उन्हें कोई जानता तक नहीं जहां अन्य खेलों में खिलाड़ियों का भव्य स्वागत होता है वही गोविंद के शहर में लौटने पर उन्हें कोई बधाई देने वाला भी नहीं मिलता।