गोरखपुर: सीएचसी में डाक्टरों की है भारी कमी, सात की जगह तीन डाक्टर चला रहे सीएचसी

सहजनवा गोरखपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठर्रापार में जननी सुरक्षा योजना से लेकर स्वास्थ्य सेवा की पोल खुलकर रह गई। बुधवार को सीएचसी पर जब पहुंचा गया, तो सभी कार्यालय बंद थे और डॉक्टर समय से अपने कक्ष में उपस्थित नहीं थे।
प्रसूता कक्ष का निरीक्षण किया गया तो वहां मौजूदा ग्राम सिसई प्रसूता रेनू सिंह ने कहा कि चिकित्सालय से सभी संभव सुविधाएं मिलती हैं, परंतु प्रसव कराने वाली कोई महिला डॉक्टर नहीं है,इस लिए डर लगता है। वहीं सीएचसी प्रयोगशाला की पड़ताल में पता चला कि वहां दो लोगों की तैनाती है- सत्येंद्र कुमार और प्रमोद कुमार है,जो उपस्थित नहीं है । सभी ने 9.00 बजे के बाद अपने कार्यालय में प्रवेश किया । महिला मरीज बिंदु देवी से पूछने पर बताया कि प्रयोगशाला की सेवा जांच-पड़ताल होती हैं ।
मानक के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठर्रापार में कुल 7 डॉक्टरों की तैनाती होनी चाहिए जबकि वर्तमान समय में अधीक्षक को लेकर 3 डॉक्टर ही तैनात हैं। अधीक्षक डॉ सतीश सिंह, डॉक्टर गुलशन कुमार गुप्ता, डॉक्टर श्रुती सिंह ।
मौसम की खराबी के कारण मरीज भी बिलंब से आना शुरू किया । डॉक्टरों के अभाव में इमरजेंसी ड्यूटी संविदा डाक्टरों से करानी पड़ती है,जो जोखिम भरा काम है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठर्रापार जनपद के पश्चिमी सीमा पर स्थित है,जो संतकबीरनगर सीमा के सटे है । क्षेत्र के अलावा दूसरे जनपद से भी मरीजों का यहां दबाव रहता है। कोविड-19 टीका हो गया फिर कुत्ते का एंटी रैविज वैक्सीन हो सभी अन्य जिलों से लोग यहां सेवा लेने आते रहते हैं।
सीएचसी मुख्यालय पर कुल 21 सरकारी कर्मचारी सेवारत हैं जिस में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी-रखवाला, अंजनी, धर्मदेव । क्षमा मिश्रा, प्रियंका और जखरूल्ला मौजूद थे और अपने कार्य में लगे थे। कंपाउंडर में सुशील शुक्ला दवाखाना खुले हुए थे।
उक्त संदर्भ में जब अधीक्षक डॉ सतीश कुमार सिंह से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि हम कार्यालय कार्यवश सीएमओ कार्यालय जाने के कारण लेट हुआ है। डॉक्टर गुलशन गुप्ता वीआईपी ड्यूटी में है अन्य सेवारत कार्यकर्ताओं के विलंब के बारे में हम उनसे स्पष्टीकरण मांगेंगे। डॉक्टरों की कमी को बारे में सीएमओ अवगत कराएं। गायनिक डाक्टर की शीघ्र सीएचसी पर तैनात कराई जाएगी।