×

उत्तराखंड में फिर तबाही वाली बारिश की दस्तक, पिथौरागढ़ में बह गई 150 मीटर सड़क

उत्तराखंड में फिर तबाही वाली बारिश की दस्तक, पिथौरागढ़ में बह गई 150 मीटर सड़क

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में भागूवाला की कोटावाली नदी का जलस्तर काफी ज्यादा बढ़ गया है। यह नदी अपने पूरे उफान पर है। इस बीच नजीबाबाद से हरिद्वार जा रही रूपहडिया डिपो की बस इस नदी के तेज बहाव में फंस गई। बस में दो दर्जन से ज्यादा यात्री मौजूद थे। फिलहाल यात्रियों को रेस्कयू करने के लिए जेसीबी का सहारा लिया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में भागूवाला की कोटावाली नदी का जलस्तर काफी ज्यादा बढ़ गया है। यह नदी अपने पूरे उफान पर है। इस बीच नजीबाबाद से हरिद्वार जा रही रूपहडिया डिपो की बस इस नदी के तेज बहाव में फंस गई। बस में दो दर्जन से ज्यादा यात्री मौजूद थे। फिलहाल यात्रियों को रेस्कयू करने के लिए जेसीबी का सहारा लिया जा रहा है।

बड़कोट में बालिका स्कूल में भर गया पानीउत्तरकाशी में भीषण बारिश के चलते यमुना घाटी में जमकर कहर बरपा। राजतार में तीन नाले उफान पर हैं। बारिश की वजह से जगह-जगह पत्थर और मलबा आने जाने से क्विक रिस्पॉन्स टीम भी मौके पर नहीं पहुंच पाई है। यहां की बड़कोट तहसील के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में पानी भर गया। SDRF की टीम स्कूल का निरीक्षण कर चुकी है। फिलहाल अभी तक जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. विक्रम सिंह के अनुसार 23 जुलाई को पिथौरागढ़, बागेश्वर, उत्तरकाशी रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में भी कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। वहीं 24 जुलाई को देहरादून पौड़ी चमोली, नैनीताल, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

कई गांव का संपर्क टूट गया

पौड़ी के थलीसैंण में शुक्रवार शाम बादल फट गया। इससे मलबा सड़कों पर आ गया. रास्ते बाधित हो गए। इसके अलावा यमुनोत्री और बदरीनाथ मार्ग को भी बंद कर दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 85 से ज्यादा संपर्क मार्ग मलबा आने से बंद हो गए हैं. इसके अलावा 200 से ज्यादा गांवों का संपर्क टूट गया है।

वहीं चमोली में पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग 109 गैरसैंण से कर्णप्रयाग के बीच में कालीमाटी में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसके बाद यहां आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है। वहीं भारी लैंडस्लाइड होने के कारण हल्द्वानी-नैनीताल नेशनल हाइवे बंद हो गया है।

हरिद्वार में उफान पर गंगा

पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश और श्रीनगर बांध से छोड़े गए पानी के चलते गंगा का जलस्तर लगातार खतरे के निशान को चूम रहा है। हरिद्वार जिले का एक बड़ा इलाका पानी-पानी नजर आ रहा है। गंगा का बढ़ता जलस्तर लोगों को डरा रहा है। 

गंगा फिलहाल हरिद्वार में खतरे के निशान से एक मीटर नीचे है लेकिन हरिद्वार के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैल चुका है। गंगा में सहायक नदियों से लगातार पानी आ रहा है। इसी को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम को अलर्ट पर रखा गया है।

Share this story

×