कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री होंगे सिद्धारमैया, डी के बनेंगे उपमुख्यमंत्री, आज होगा शपथ ग्रहण

बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री के लेकर चल ही कांग्रेस पार्टी में बैठकों का दौर आज खत्म हो जाएगा। राहुल गांधी कर सकते है CM पद का ऐलान, सीएम पद की रेस में सबसे आगे चल रहे सिद्धारमैया आज राहुल गांधी से 11.30 बजे मुलाकात करेंगे, तो वहीं दूसरे दावेदार डीके शिवकुमार 12 बजे राहुल से मिलने पहुंचेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे आज बेंगलुरु में विधायक दल की बैठक बुलाकर सीएम के नाम का ऐलान कर सकते हैं। सीएम पद के लिए जिन दो नामों पर चर्चा चल रही है, उनमें कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का नाम शामिल है।
दिल्ली में बैठकों का दौर जारी
सूत्रों से मिले खबर के अनुसार , सिद्धारमैया सीएम की रेस में सबसे आगे हैं और उनका मुख्यमंत्री बनना लगभग तय है। वे आज राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे गुरुवार को उनके नाम का ऐलान कर सकते हैं।
इसी कड़ी में सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मगंलवार को मुलाकात की थी और राज्य में सरकार का नेतृत्व किसे करना चाहिए, इस पर अपने विचार व्यक्त किए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पहले यह चर्चा थी कि दोनों को ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले के तहत सीएम बनाया जाएगा। लेकिन दोनों ही नेता इसपर तैयार नहीं हुए।
सिद्धारमैया 2013 से 2018 तक कर्नाटक के सीएम रहे। मंगलवार को डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया ने मल्लिकार्जुन खड़गे से अलग अलग मुलाकात की। । शिवकुमार ने खड़गे को 2006 से सिद्धारमैया की गलतियों के बारे में भी बताया,
जिस साल पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस में शामिल हुए थे. शिवकुमार ने कहा कि सिद्धारमैया दो बार विपक्ष के नेता थे और उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा किया,तो अब किसी और को मौका क्यों नहीं मिलना चाहिए।
शिवकुमार ने खड़गे को बताया था कि 2019 में गठबंधन टूटने का कारण भी सिद्धारमैया थे। इस चर्चा मे उन्होंने साफ शब्दों में कहा की, यह मेरे मुख्यमंत्री बनने का समय है और आलाकमान को मुझे मौका देना चाहिए।
मैंने 2019 के बाद पार्टी को दोबारा खड़ा किया। यदि पार्टी मुझे मुख्यमंत्री पद देती है तो मैं इसे जिम्मेदारी के रूप में लूंगा जैसा मैंने प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर किया था, नहीं तो मैं सिर्फ एक विधायक बना रहूँगा।
इस बैठक मे डीके शिवकुमार ने मल्लिकार्जुन खरगे से कहा कि जब से सिद्धारमैया (कांग्रेस में शामिल हुए) आए हैं, वह विपक्ष के नेता या मुख्यमंत्री के तौर पर इतना पावर में रहे हैं कि आप भी मुख्यमंत्री नहीं बन सकते।
शिवकुमार ने खरगे से कहा, ‘अगर आप सीएम बन रहे हैं तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है.’ उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि उन्होंने पार्टी के लिए काम किया है। जबकि सिद्धारमैया ने संगठन के निर्माण में योगदान नहीं दिया है और सिर्फ सत्ता का आनंद लिया है।