×

ये तो होना ही था!...CBI ने समीर वानखेड़े पर लगाया किंग खान से 25 करोड़ रुपये वसूलने की साजिश का आरोप

ये तो होना ही था!...CBI ने समीर वानखेड़े पर लगाया शाहरुख खान से 25 करोड़ रुपये वसूलने की साजिश का आरोप

 

 

आर्यन खान क्रूज मामले के संबंध में भ्रष्टाचार के एक मामले में सीबीआई ने मुंबई एनसीबी के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े और तीन अन्य व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में गंभीर आरोप उठाए गए हैं कि समीर वानखेड़े ने अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को दो साल पहले कथित क्रूज ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया था।

उन दिनों समीर वानखेड़े मुंबई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) में अधिकारी थे। इसके अलावा केंद्रीय जांच एजेंसी ने उनके मुंबई, दिल्ली, रांची (झारखंड) और कानपुर (उत्तर प्रदेश) में स्थित 29 ठिकानों पर छापेमारी भी की है।

यह मामला समीर वानखेड़े की कर्मचारी जिया खानदानी के द्वारा उठाए गए आरोपों के बाद हुआ है। जिया खानदानी ने दावा किया है कि समीर वानखेड़े ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार किया है और अपने स्वार्थ के लिए कानूनी प्रक्रियाओं का दुरुपयोग किया है। 

 

एक नई रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई ने एक मामले में खुद को जांचकर्ता बताते हुए अपने कर्मचारियों के खिलाफ रिश्वत के आरोपों की जांच की है। इस मामले में कथित तौर पर 25 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया है। यह मामला अभिनेता आर्यन खान की 2021 के अक्टूबर महीने में हुई कोर्डेलिया क्रूज जहाज पर एक कथित ड्रग बस्ट केस से जुड़ा है, जिसमें उन्हें गिरफ्तार किया गया था।

https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-2953008738960898" crossorigin="anonymous">

इस मामले में सीबीआई ने कई अधिकारियों के खिलाफ आरोप लगाए हैं। इनमें समीर वानखेड़े, राष्ट्रीय नकोटिया बुरो (NCB) के तत्कालीन अधीक्षक, मुंबई जोनल यूनिट, NCB के तत्कालीन खुफिया अधिकारी आशीष रंजन, के. पी. गोसावी, सांविल डिसूजा और कई अन्य अज्ञात व्यक्तियों को शामिल किया गया है।

सीबीआई के मुताबिक, इन सभी लोगों ने अनुचित तरीके से अन्य लोगों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रची और रिश्वत के रूप में अनुचित लाभ प्राप्त किया। सीबीआई ने इस मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए उच्चाधिकारियों की जांच शुरू की है ताकि इस मामले में सच्चाई सामने आ सके और जिम्मेदार लोगों के प्रति कार्रवाई की जा सके।

इस घटना ने यह सुनिश्चित किया है कि सुरक्षा और न्याय संबंधी अधिकारियों की ईमानदारी और निष्ठा के प्रति लोगों के विश्वास को हिलाकर रखता है। यह एक चिंताजनक मामला है, जिसका जल्द से जल्द जांच होना चाहिए और अगर कोई अपराध साबित होता है, तो सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि अपराधियों को न्याय मिल सके। साथ ही, इस घटना से सीबीआई को अपनी आंतरिक प्रक्रियाओं की जांच करके और अधिक संवेदनशील तरीकों का उपयोग करके अपनी प्रणाली में सुधार करने का मौका मिलेगा।

आरोप है कि आईआरएस अधिकारी वानखेड़े और अन्य ने बॉलीवुड अभिनेता आर्यन खान को ड्रग मामले में न फंसाने के लिए एक कथित मांग पेश की थी। सीबीआई अधिकारियों ने इस संबंध में तलाशी कार्रवाई की है और यह दावा किया है कि उनके द्वारा तलाशी ली गई कई स्थानों पर आपत्तिजनक दस्तावेज, वस्तुएं और नकदी बरामद की गई हैं। ये स्थान मुंबई, दिल्ली, रांची, लखनऊ, चेन्नई और गुवाहाटी जैसे शहरों में हैं। मामले की जांच अभी भी जारी है।

सीबीआई द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपित अधिकारी और उनके सहयोगी कथित तौर पर 25 करोड़ रुपये की मांग कर रहे थे जो आर्यन खान को ड्रग मामले में न फंसाने के लिए थी। इसके अलावा, रिपोर्ट के अनुसार सीबीआई को यह भी पता चला है कि उन्होंने इस मामले में 50 लाख रुपये का अग्रिम भी वसूला था।

यह मामला बहुत गंभीर है और इसे सीबीआई की जांच कर रही है। 

 

एनसीबी (नेशनल क्राइम ब्यूरो) ने ड्रग्स-ऑन-क्रूज मामले में चार्जशीट दायर की थी लेकिन बाद में आर्यन खान को क्लीन चिट दे दी गई थी। इस बारे में एक एसआईटी (विशेष जांच टीम) रिपोर्ट भी तैयार की गई थी, जिसमें दावा किया गया था कि समीर वानखेड़े के नेतृत्व वाली जांच में चूक हुई थी।

यह मामला ड्रग्स-ऑन-क्रूज मामले के संबंध में है, जो बॉलीवुड अभिनेता आर्यन खान को लेकर उठा था। इस मामले में एनसीबी ने चार्जशीट दायर की थी, जिसमें उन्होंने आर्यन खान को ड्रग्स के संदर्भ में अपराधिक आरोप लगाए थे। हालांकि, बाद में एनसीबी द्वारा जांच की प्रक्रिया में कुछ त्रुटियां आईं जिसके चलते आर्यन खान को क्लीन चिट दी गई और उन्हें अपराधिक आरोपों से बरी कर दिया गया।

इसके साथ ही, एनसीबी द्वारा गठित एक विशेष जांच टीम ने भी रिपोर्ट तैयार की थी जिसमें दावा किया गया था कि समीर वानखेड़े के नेतृत्व वाली जांच में कुछ चूक हुई थी। इस रिपोर्ट में संक्षेप में दिया गया था कि जांच के दौरान विशेष अधिकारी समीर वानखेड़े और उनके सहयोगी ने आर्यन खान से न केवल अपराधिक आरोपों के बदले में 25 करोड़ रुपये की मांग की थी, बल्कि उन्होंने अपराध के प्रतीक रूप में 50 लाख रुपये का अग्रिम भी वसूला था।

यह मामला सामान्यतः व्यापक मीडिया कवरेज का विषय रहा है और इसके संबंध में अभी भी जांच जारी है। आर्यन खान के वकीलों ने इसे अब तक केवल आरोप के रूप में खारिज किया है और उन्होंने एनसीबी के खिलाफ आरोप लगाए हैं कि वह उनके मामले में गलत तरीके से जांच कर रही है।

इस मामले के पीछे व्यापारिक और नारकोटिक्स नेटवर्क के संबंध में भी गंभीर संदेह हैं, और इसे गहराई से जांचा जा रहा है। एनसीबी और संबंधित अधिकारियों ने दावा किया है कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और न्याय की पूरी प्रक्रिया का पूरा कर। 

चार्जशीट दायर करने के बाद, एनसीबी ने आर्यन खान को क्लीन चिट दे दी गई है। इससे आर्यन खान को ड्रग्स के मामले में अपराधिक आरोपों से बरी कर दिया गया है। इस घटना के बाद, बहुत सारे बॉलीवुड संघों और कलाकारों ने आर्यन खान के समर्थन में आवाज उठाई है। उन्होंने कहा है कि न्याय की प्रक्रिया का दायित्वपूर्ण तरीके से पालन किया जाना चाहिए और किसी को दोषी करार देने से पहले उन्हें निर्धारित तरीके से सबूत प्रस्तुत करना चाहिए।

यह मामला लोगों के बीच विवादों का कारण बना है। कुछ लोग इसे एक राजनीतिक हमले की तरह देख रहे हैं जो आर्यन खान को घेरने के लिए यूँ कहा जा रहा है। वे इसको ड्रग माफिया और बॉलीवुड के अभिनेताओं के खिलाफ एक साजिश मान रहे हैं। वहीं, कुछ अन्य लोग इसे एक गंभीर मामला समझ रहे हैं और ड्रग्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस मामले की जांच अभी भी जारी है। 

Share this story