छत्रपती शिवाजी महाराज कृषि विज्ञान संकुल से किसानों को मिलेगा नया मार्गदर्शन: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
नाशिक। मालेगाव तहसील के काष्टी में छत्रपती शिवाजी महाराज कृषि विज्ञान संकुल का पहला चरण आज पालक मंत्री दादाजी भुसे की उपस्थिति में उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दूरसंचार के माध्यम से किसानों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए विश्वास जताया कि यह कृषि विज्ञान संकुल राज्य के किसानों और विद्यार्थियों को अत्याधुनिक कृषि तकनीकों से सशक्त बनाएगा।
कार्यक्रम में सांसद डॉ. शोभा बच्छाव, विधायक किशोर दराडे, मंजूळताई गावित, महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ के कुलपति डॉ. पी.जी. पाटील सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री शिंदे ने अपने संदेश में कहा कि राज्य सरकार विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से किसानों और नागरिकों के हित में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि "मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण" योजना महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। सरकार ने लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा योजना भी शुरू की है, जिससे समाज के हर वर्ग को लाभ मिल सकेगा।
पालक मंत्री दादाजी भुसे ने अपने वक्तव्य में बताया कि मालेगाव के काष्टी में स्थापित यह कृषि विज्ञान संकुल न केवल विद्यार्थियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं का केंद्र बनेगा बल्कि यह कृषि शिक्षा में गुणवत्ता और शोध के नए आयाम स्थापित करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि संकुल का दूसरा चरण तेजी से प्रगति कर रहा है और जल्द ही पूर्ण होगा।
कृषि विज्ञान संकुल की विशेषताएँ
विद्यार्थियों के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस छात्रावास और सहकारी भोजनालय। स्मार्ट क्लासरूम और आधुनिक प्रयोगशालाएं, जहां विद्यार्थी व्यावहारिक शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। वाचनालय, 24 घंटे की इंटरनेट सुविधा और व्यक्तिगत परामर्श सेवाएँ। राष्ट्रीय स्तर पर विद्यार्थियों को खेल, सांस्कृतिक और शैक्षणिक गतिविधियों में हिस्सा लेने का मौका।
किसानों के लिए सुविधाएँ और लाभ
उत्तर महाराष्ट्र में खेती करने वाले किसानों को संकुल के माध्यम से आधुनिक कृषि तकनीक, यंत्रसामग्री और विशेषज्ञों का मार्गदर्शन मिलेगा। इससे विशेष रूप से फलों और सब्जियों की खेती, जैसे द्राक्ष, डाळिंब और कापूस जैसी फसलों के उत्पादन में सुधार होगा, जिससे क्षेत्र के किसानों को अधिक मुनाफा मिलेगा।
भविष्य की योजनाएँ
यह कृषि विज्ञान संकुल भविष्य में पीएच.डी. और अन्य उच्च शिक्षा पाठ्यक्रम भी शुरू करेगा, जिससे विद्यार्थियों को कृषि क्षेत्र में शोध और उद्यमिता के नए अवसर मिलेंगे।