आखिर क्यों जरूरी हैं महिलाओं की वेट ट्रेनिंग, जानिए इससे मिलने वाले फायदे
Benefits of weight training for females: कहा जाता है कि महिलाओं का शरीर बहुत नाजुक होता है, इसलिए उन्हें भारी एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए। लेकिन ऐसा नही है महिलाओं को भी स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करनी चाहिए। वेट लॉस के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इससे आप हड्डियों को मजबूत बना सकती हैं।
फिट और हेल्दी रहने के लिए एक्सरसाइज करनी बेहद जरूरी है। खासतौर पर महिलाओं को डेली लाइफ में एक्सरसाइज जरूर शामिल करनी चाहिए। वर्कआउट करने से हमारा शरीर फिजिकल तौर पर एक्टिव रहता है और इसके साथ-साथ स्टैमिना भी बूस्ट होता है और उसमें लचीलापन आता है। साथ ही इससे बॉडी शेप में भी आती है।
आजकल के समय में तो जिम का महत्व बहुत बढ़ गया है। आज महिलाओं को फिजिकली ज्यादा वर्क नहीं करना पड़ता है क्योंकि आसान विकल्प उपलब्ध है। पहले की महिलओं में जो फिजिकल स्ट्रेन देखने को मिलता था, वह आज की महिलाओं में नहीं है। महिलाओं में फिजिकल स्ट्रेन भले ही घट गया हो, पर मेंटल स्ट्रेस बढ़ गया है।ऐसे कई कारण हैं, जिससे जिम की एक्सरसाइज महिलाओं के लिए अच्छा होता है।
वेट ट्रेनिंग क्या है
वेट ट्रेनिंग एक प्रकार की एक्सरसाइज है, जिसमें मांसपेशियों को एक प्रतिरोधी बल के खिलाफ काम करने के लिए प्रेरित किया जाता है। यह प्रतिरोधी बल मशीन के रूप में हो सकता है। वेट ट्रेनिंग का उद्देश्य मांसपेशियों की शक्ति और आकार में सुधार करना होता है। इसे घर पर भी आसानी से किया जा सकता है, और इसके लिए बहुत जटिल उपकरणों की जरूरत नहीं होती। आराम से घर पर भी पानी की बोत्तल या कुछ भारी समान के साथ भी कर सकती है।
आइए ऐसे ही कुछ फायदों के बारे में जानते हैं।
1. वजन घटाने में फायदा
वेट ट्रेनिंग करने से मेटाबॉलिज्म तेज(strong) होता है। जब मांसपेशियां मजबूत होती हैं, तो शरीर आराम की स्थिति में भी ज्यादा कैलोरी बर्न करता है। इसका मतलब यह है कि जब आप वेट ट्रेनिंग करती हैं, तो आपका शरीर सामान्य स्थिति में भी ज्यादा कैलोरी जलाता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
इसके अलावा, वजन घटाने की प्रक्रिया में वेट ट्रेनिंग करने से शरीर में फैट बर्न होता है और मसल्स बनते हैं, जिससे शरीर का फैट-मसल्स अनुपात सुधरता है।जब आप वेट ट्रेनिंग करते है तब आपकी बॉडी एनर्जी प्रोडक्शन के लिए ग्लाइकोजन का उपयोग करती हैं, उसके बाद जब आप कार्डिओ करते है तब ग्लूकोज की कमी के कारण आपकी बॉडी फैट को फ्यूल के तरह इस्तेमाल करने लगती है. जिसके फलस्वरूप फैट बर्न होना शुरू हो जाता है और इंसान का वजन घटने लगता है।
2 स्टैमिना और फुर्ती में वृद्धि मे फायदा
नियमित महिलाओं को मोटापा, दिल की बीमारी और मधुमेह से बचने के लिए फिजिकली एक्टिव रहने की जरूरत पड़ती है।वेट ट्रेनिंग करने से महिलाओं की स्टैमिना और फुर्ती में सुधार होता है और मांसपेशियों में ताकत बढ़ती है, जिससे दिन-प्रतिदिन के कामों को करने मे आसानी होती है।
जैसे-जैसे आपकी मांसपेशियां मजबूत होंगी, आपका स्टैमिना भी बढ़ता जाएगा, जिससे आप ज्यादा समय तक थके बिना शारीरिक गतिविधियों में शामिल हो सकेंगी।इतना ही नहीं फिजिकल एक्टिविटी से सेल व टिशू के मरम्मत और शरीर के अंग को तंदुरुस्त रखने में भी मदद मिलती है। अगर कोई महिला फिजिकली फिट है तो वह अपने परिवार को भी सेहतमंद रख सकती है
3 तनाव में सुधार के फायदे
वेट लिफ्टिंग करने से महिलाओं की मेंटल हेल्थ में सुधार होता है।वेट ट्रेनिंग का न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव होता है। जब आप नियमित रूप से वेट ट्रेनिंग करती हैं, तो आपके शरीर में एंडोर्फिन नामक ‘फील-गुड’ हार्मोन का स्तर बढ़ता है,जो मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है। जिससे मानसिक तनाव कम होता है इसके अलावा, वेट ट्रेनिंग से आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है, क्योंकि आप अपने शरीर को अधिक सुडौल और मजबूत महसूस करने लगती हैं।
4 नींद में सुधार के फायदे
आजकल की बिजी लाइफस्टाइल में नींद एक बहुत बड़ी समस्या बन गई है क्योंकि हम ज्यादातर घंटे काम करते रहते हैं जिसके कारण हमारी नींद पूरी ही नहीं होती है।स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने से अच्छी नींद आती है और नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। भारी वर्कआउट करने से नींद संबंधी सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज करने से आपको थकान महसूस होगी जिससे आप एक अच्छी नींद ले सकती हैं। और एक अच्छी नींद के दौरान शरीर से विषाक्त पदार्थ निकलने के साथी आपकी मांसपेशियों का पुनर्निर्माण होगा जो आपको को फिर से युवा करेगा। इसके अतिरिक्त विशेषज्ञों के अनुसार पुरुषों और महिलाओं, जिन्हें आमतौर पर नींद न आने में कठिनाई होती है, वह लोग वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज द्वारा बेहतर नींद ले सकते हैं।
5 हड्डियां को मजबूत बनाने मे फायदा
महिलाओं के लिए एक प्रमुख चिंता का कारण उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों की कमजोरी और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएं होती है, स्ट्रेन्थ ट्रेनिंग करने से आपकी हड्डियां भी मजबूत होती है क्योंकि इससे आपके बोनस के ऊपर स्ट्रेस पड़ता है जो इसकी मजबूती के पीछे का कारण बनता है।
यह विशेष रूप से प्री-मेनोपॉजल और पोस्ट-मेनोपॉजल महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने से इसका रिस्क भी काम होता है। इससे बोन डेंसिटी और स्ट्रक्चर में भी सुधार आता है। इससे आपके मसल स्वास्थ बनते हैं और हड्डियों की बीमारियों से भी दूरी बनती है।
इस प्रकार के अनेक फायदे के लिए ही महिलाओ को वेट ट्रेनिंग करनी चाहिए,अगर वेट ट्रेनिंग में नए हैं, तो धीमी, सरल गतिविधियों से शुरुआत करना सबसे अच्छा है। ताकत और स्थिरता के लिए, बार-बार कुर्सी पर बैठना और उठना या छोटे हाथ के वजन उठाना एक अच्छी शुरुआत है।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि नियमित रूप से सक्रिय रहें और अपनी ताकत और फिटनेस में प्रगति के साथ लगातार चुनौती महसूस करें। ताकि अपने लक्ष्य को पूर्ण कर पाये और साथ-साथ आत्मा-विश्वास मे भी बढ़ता है।