देश में शराब की होम डिलीवरी शुरू 10 मिनट में घर पहुंचेगी मनचाही शराब
Liquor Delivery : अब सिर्फ 10 मिनट के भीतर शराब मिलेंगी वो भी होम डिलीवरी । जी हाँ कई राज्य सरकारों की तरफ से समय-समय पर शराब पर लगने वाले टैक्स कम किए जाने के बाद अब एक और गुड न्यूज आई है।
शराब के शौकीनों को यह खबर सबसे ज्यादा खुश कर देगी। जी हां, एक स्टार्टअप की तरफ से ऑर्डर करने के 10 मिनट के अंदर शराब की डिलीवरी आपके पते पर हो जाएगी।
जी हां, हैदराबाद बेस्ड एक स्टार्टअप ने कोलकाता सिटी में महज 10 मिनट के अंदर शराब की डिलीवरी करने की सर्विस शुरू की है।
इनोवेंट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (Inovent Technology Pvt Ltd) की तरफ से रन किए जाने वाले ब्रांड बूजी की तरफ से एक बयान में इस सर्विस को शुरू करने की जानकारी दी गई।
कंपनी की तरफ से दावा किया गया कि 10 मिनट के अंदर शराब पहुंचाने की पेशकश करने वाला देश का पहला ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। बयान के मुताबिक,
इस फास्ट डिलीवरी सर्विस के लिए बूजी को पश्चिम बंगाल राज्य आबकारी विभाग से मंजूरी मिल गई है। बूजी एक डिलीवरी एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म है, जो शराब की नजदीकी दुकानों से प्रोडक्ट लेकर ग्राहकों के पास पहुंचाता है।
कंपनी ने यह भी कहा कि इस फास्ट सर्विस के लिए एआई (AI) का भी यूज किया जाता है। बूजी के को-फाउंडर एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) विवेकानंद बलिजेपल्ली ने कहा, 'प्रौद्योगिकी के उन्नत इस्तेमाल से शराब आपूर्ति और उपयोग से जुड़ी तमाम आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की गई है। '
हैदराबाद स्थित एक स्टार्टअप ने कोलकाता शहर में सिर्फ 10 मिनट के भीतर शराब की आपूर्ति करने की सेवा शुरू की है।
इनोवेंट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित ब्रांड बूजी ने एक बयान में यह सेवा शुरू करने की जानकारी देते हुए दावा किया कि वह 10 मिनट के भीतर शराब पहुंचाने की पेशकश करने वाला देश का पहला ऑनलाइन मंच है।
बयान के मुताबिक, इस त्वरित आपूर्ति सेवा के लिए बूजी को पश्चिम बंगाल राज्य आबकारी विभाग से मंजूरी मिल गई है।
बूजी एक आपूर्ति एग्रीगेटर मंच है जो शराब की नजदीकी दुकानों से उत्पाद लेकर उपभोक्ता के पास पहुंचाता है। कंपनी ने कहा कि इस त्वरित सेवा के लिए नवाचारी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का भी इस्तेमाल किया जाता है।
बूजी के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी विवेकानंद बलिजेपल्ली ने कहा, ‘प्रौद्योगिकी के उन्नत इस्तेमाल से शराब आपूर्ति और उपयोग से जुड़ी तमाम आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की गई है।’