'आयुष्मान भव' अभियान के अंतर्गत, दो दिनों में 1 लाख लोगों ने बनवाए आयुष्मान कार्ड

नई दिल्ली। केंद्र सरकार के आयुष्मान भव अभियान के तहत गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया कि अभियान की शुरुआत के दो दिन में ही ऐप के जरिए 1 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आयुष्मान भव अभियान पर एक बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों में करीब एक लाख आयुष्मान कार्ड बने हैं। इस बात की जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से दी है। हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आयुष्मान भव अभियान का शुभारंभ किया था।
इस अभियान के तहत देश के सभी जिलों में शिविर लगाए जाएंगे और लोगों का मुफ्त इलाज किया जाएगा। साथ ही लोगों को आयुष्मान कार्ड भी वितरित किए जाएंगे। आयुष्मान भव अभियान के जरिए केंद्र सरकार आयुष्मान भारत योजना को घर-घर तक पहुंचाने में जुटी हुई है। बीते 13 सितंबर को गुजरात के गांधीनगर स्थित राजभवन में वर्चुअल माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आयुष्मान भव अभियान के साथ-साथ आयुष्मान भव पोर्टल और आयुष्मान एप्लीकेशन का शुभारंभ किया था।
यह अभियान 2 अक्टूबर तक देश भर में चलेगा। प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर को आयुष्मान भव का विशेष अभियान चलाया जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एक परिवार में औसतन 5 सदस्यों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के दायरे में लाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 2 अक्टूबर तक अनुमानित तौर पर 35 करोड़ लोगों के लिए आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा है।
वर्ष 2018 में केंद्र सरकार ने 2011 की जनगणना के आधार पर 50 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना में शामिल करने का फैसला किया था। देश भर में अब तक 25 करोड़ लाभार्थियों के आयुष्मान भारत कार्ड बनाए गए हैं। सूत्रों ने कहा कि अब सरकार इस योजना के तहत 10 करोड़ और पात्र लाभार्थियों को शामिल करने की प्रक्रिया में है। हालांकि, 2011 के बाद से कोई नयी जनगणना नहीं हुई है।
आयुष्मान भव अभियान की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की। यह अभियान 31 दिसंबर तक चलेगा, इस दौरान आयुष्मान कार्ड से वंचित रहे नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे। नागरिकों के स्वास्थ्य की जांच तथा उनका इलाज भी किया जाएगा। अभियान का मकसद आमजन तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाना है।