समय, जगह और टारगेट सेना तय करे, पहलगाम आतंकी हमले के बाद मोदी ने सेना को दी खुली छूट

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले ने केंद्र सरकार को अलर्ट मोड पर ला दिया है। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर एक अहम उच्चस्तरीय बैठक की, जो करीब डेढ़ घंटे तक चली। इस मीटिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद रहे।
बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सख्त रुख अपनाते हुए सेना को "पूर्ण स्वतंत्रता" देने का ऐलान किया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा –
आतंकवाद के खिलाफ अब समझौते का समय खत्म हो गया है। हर हमले का जवाब उसकी भाषा में दिया जाएगा। सेना को अब खुली छूट है। रणनीति भी वे ही तय करेंगे और कार्रवाई भी।
सेना बनाएगी अपना एक्शन प्लान
बैठक में यह फैसला लिया गया कि अब सेना को किसी भी कार्रवाई के लिए अतिरिक्त मंजूरी की आवश्यकता नहीं होगी। वह आतंक के हर ठिकाने को निशाना बनाने के लिए स्वतंत्र है। सूत्रों के अनुसार, सीमा पार से हो रहे घुसपैठ और आतंकवादी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने की योजना पर चर्चा हुई है।
पाकिस्तान पर भी बढ़ेगा दबाव
सरकार पहले ही पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठा चुकी है—जैसे व्यापारिक प्रतिबंध, वीजा नियमों में सख्ती और कूटनीतिक दबाव। अब सैन्य मोर्चे पर भी सख्त कार्रवाई की तैयारी है।
यह हमला केवल सुरक्षाबलों पर नहीं, बल्कि भारत की संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा पर सीधा प्रहार है।
प्रधानमंत्री द्वारा सेना को दी गई खुली छूट और सख्त संदेश यह संकेत है कि अब देश आतंक के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के मोड में है। आने वाले दिनों में आतंकियों और उन्हें पनाह देने वालों को कड़ी कीमत चुकानी होगी। भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं देगा, बल्कि हर साजिश को जड़ से खत्म करने की दिशा में ठोस कदम उठाएगा।
रिपोर्ट: प्रशांत कुमार दुबे