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गोशाला के पास मिला रोता हुआ बच्चा, बैग में बंद थी माँ की लाश, राज़ खुला तो उड़ गए होश

गुजरात। गुजरात के गांधीनगर से एक ऐसी सनसनीखेज खबर आई जिसको लेकर हर कोई हैरान है। यहां पेठापुर में स्थित स्वामी नारायण गौशाला के बाहर एक बच्चा समेत बैग में बंद उसकी मां की लाश मिली है। लेकिन जब इस घटना का राज खुला तो पुलिस के भी होश उड़ गए।  खबर है कि 8 अक्टूबर की रात को 9 बजे एक आदमी बड़ी खामोशी से बच्चे को गौशाला के गेट के अंदर सड़क पर रखकर भाग गया। इसके बाद गौशाला के कुछ कर्मचारियों को किसी बच्चे के रोने की आवाज आई। वो बच्चे को उठाकर गौशाला ले आए। इसके बाद आस-पास बच्चे की मां की तलाश की गई लेकिन कोई नहीं मिला। इसके बाद पुलिस को खबर दी गई।  सुबह सोशल मीडिया  पर बच्चे का वीडियो और तस्वीर गुजरात में वायरल हो गई। इसके बाद बच्चे के मां-बाप को ढूंढ़ने के लिए पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। इसके बाद गांधीनगर पुलिस के करीब 85 पुलिसवालों की 14 अलग-अलग टीम बनाई गई। पुलिस ने सबसे पहले गौशाला के आस-पास की सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और आख़िरकार पुलिस को पहली कामयाबी मिली। ये कामयाबी एक सेंट्रो कार थी जिसके रजिस्ट्रेशन नंबर से उसके मालिक का पता लगाया गया। यह मालिक सचिन दीक्षित निकला।  पुलिस ने सचिन के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया तो पता चला कि वो राजस्थान में कोटा में है। पुलिस की टीम ने सचिन को फ़ोन किया उसे बच्चे के बारे में बताया। सचिन ने मान लिया कि वो उसी का बच्चा है। फिर उसने बताया कि उसका नाम शिवांश है।  इसके बाद राजस्थान पुलिस की मदद से सचिन को पुलिस ने कोटा में ही रोक कर हिरासत में ले लिया। वो अपनी पत्नी चार साल के बेटे और मां-बाप के साथ था और उसी सेंट्रो कार में दशहरा मनाने उत्तर प्रदेश जा रहा था।  पुलिस ने उसके बढ़ोदरा स्थिर घर तलाशी ली तो किचन में एक बोरा मिला जिसको खोलते ही पुलिसवालों के होश उड़ गए। बैग के अंदर एक महिला की लाश थी। यह लाश मेहंदी उर्फ़ हिना नाम की एक लड़की की थी जो सचिन के साथ काम करती थी दोनों के बीच रिलेशनशिप था। इसके बाद हिना उस पर शादी का दबाव बनाती थी, लेकिन सचिन उसें गला दबाकर मार डाला। इसके बाद बेटे को गौशाला छोड़ आया।   उत्तर प्रदेश का रहनेवाला है सचिन दीक्षित  उत्तर प्रदेश का रहनेवाला सचिन दीक्षित गांधीनगर की एक कंपनी में असिस्टेंट मैनेजर था। क़रीब चार साल पहले घरवालों की मर्ज़ी से अनुराधा के साथ उसकी शादी हुई थी। दोनों का तीन साल का एक बेटा भी है। 2018 में एक शो रूम में सचिन की मुलाक़ात मेहंदी उर्फ़ हिना नाम की एक लड़की से हुई। हिना इसी शो रूम में काम करती थी। दोनों में दोस्ती हुई और फिर प्यार। कुछ दिन बाद सचिन का ट्रांसफर वडोदरा हो गया। वडोदरा में ही दर्शनम ओवरसीज़ सोसायटी में एक फ्लैट उसने किराये पर लिया। मेहंदी भी वडोदरा आ गई। दोनों फ्लैट में एक साथ लिव-इन में रहने लगे।   सचिन हफ्ते में पांच दिन वडोदरा में मेहंदी के साथ रहता और वीकेंड पर अहमदाबाद अपने परिवार के पास आ जाता था। दिसंबर 2020 में मेहंदी ने एक बेटे को जन्म दिया जिसका नाम शिवांश रखा। हालांकि दोनों ने अभी शादी नहीं की थी। शादी को लेकर मेहंदी अक्सर सचिन पर दबाव बनाया करती थी। सचिन टालता रहता था। आठ अक्टूबर यानी शुक्रवार की दोपहर को सचिन और मेहंदी के बीच झगड़ा हुआ। दरअसल, सचिन मेहंदी को बताता है कि वो दशहरे पर एक हफ्ते के लिए पूरे परिवार के साथ उत्तर प्रदेश अपने घर जा रहा है। मेहंदी इस बात पर गुस्सा हो गई और उसने जाने से रोका। झगड़े के दौरान मेहंदी उसे अनुराधा को छोड़कर एक बार फिर उससे शादी करने की ज़िद करने लगी। इसी झगड़े के दौरान सचिन को गुस्सा आया और उसने मेहंदी का गला घोंट दिया।  मेहंदी की मौत के बाद वो घर में ही रखे एक बड़े से सूटकेस में उसकी लाश ठूंस कर शाम से पहले ही वो बेटे शिवांश को लेकर वडोदरा से गांधीनगर के लिए निकल पड़ा। गांधीनगर में स्वामी नारायण गौशाला के बारे में सचिन को पहले से पता था। दूध और बाक़ी चीज़ों को लिए वह अक्सर यहां आता था। इसीलिए आठ अक्टूबर की रात इसी गौशाला के अंदर ये सोच कर शिवांश को छोड़कर गया कि कोई उसे पाल लेगा। पुलिस के मुताबिक मेहंदी उर्फ़ हिना भोपाल की रहनेवाली थी। उसके मां-बाप का तलाक हो चुका है. दोनों अलग रहते हैं. मेहंदी की मौसी ने पुलिस को बताया है कि दस महीने पहले मेहंदी ने एक बेटे को जन्म दिया था. उधर, पुलिस का कहना है कि सचिन की पत्नी अनुराधा या उसके घरवालों को मेहंदी या उसके बेटे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।  मेहंदी की मौत के बाद वो घर में ही रखे एक बड़े से सूटकेस में उसकी लाश ठूंस कर शाम से पहले ही वो बेटे शिवांश को लेकर वडोदरा से गांधीनगर के लिए निकल पड़ा। गांधीनगर में स्वामी नारायण गौशाला के बारे में सचिन को पहले से पता था। दूध और बाक़ी चीज़ों को लिए वह अक्सर यहां आता था। इसीलिए आठ अक्टूबर की रात इसी गौशाला के अंदर ये सोच कर शिवांश को छोड़कर गया कि कोई उसे पाल लेगा। पुलिस के मुताबिक मेहंदी उर्फ़ हिना भोपाल की रहनेवाली थी। उसके मां-बाप का तलाक हो चुका है. दोनों अलग रहते हैं। मेहंदी की मौसी ने पुलिस को बताया है कि दस महीने पहले मेहंदी ने एक बेटे को जन्म दिया था। उधर, पुलिस का कहना है कि सचिन की पत्नी अनुराधा या उसके घरवालों को मेहंदी या उसके बेटे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।

गुजरात। गुजरात के गांधीनगर से एक ऐसी सनसनीखेज खबर आई जिसको लेकर हर कोई हैरान है। यहां पेठापुर में स्थित स्वामी नारायण गौशाला के बाहर एक बच्चा समेत बैग में बंद उसकी मां की लाश मिली है। लेकिन जब इस घटना का राज खुला तो पुलिस के भी होश उड़ गए।

खबर है कि 8 अक्टूबर की रात को 9 बजे एक आदमी बड़ी खामोशी से बच्चे को गौशाला के गेट के अंदर सड़क पर रखकर भाग गया। इसके बाद गौशाला के कुछ कर्मचारियों को किसी बच्चे के रोने की आवाज आई। वो बच्चे को उठाकर गौशाला ले आए। इसके बाद आस-पास बच्चे की मां की तलाश की गई लेकिन कोई नहीं मिला। इसके बाद पुलिस को खबर दी गई।

सुबह सोशल मीडिया  पर बच्चे का वीडियो और तस्वीर गुजरात में वायरल हो गई। इसके बाद बच्चे के मां-बाप को ढूंढ़ने के लिए पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। इसके बाद गांधीनगर पुलिस के करीब 85 पुलिसवालों की 14 अलग-अलग टीम बनाई गई। पुलिस ने सबसे पहले गौशाला के आस-पास की सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और आख़िरकार पुलिस को पहली कामयाबी मिली। ये कामयाबी एक सेंट्रो कार थी जिसके रजिस्ट्रेशन नंबर से उसके मालिक का पता लगाया गया। यह मालिक सचिन दीक्षित निकला।

गुजरात। गुजरात के गांधीनगर से एक ऐसी सनसनीखेज खबर आई जिसको लेकर हर कोई हैरान है। यहां पेठापुर में स्थित स्वामी नारायण गौशाला के बाहर एक बच्चा समेत बैग में बंद उसकी मां की लाश मिली है। लेकिन जब इस घटना का राज खुला तो पुलिस के भी होश उड़ गए।  खबर है कि 8 अक्टूबर की रात को 9 बजे एक आदमी बड़ी खामोशी से बच्चे को गौशाला के गेट के अंदर सड़क पर रखकर भाग गया। इसके बाद गौशाला के कुछ कर्मचारियों को किसी बच्चे के रोने की आवाज आई। वो बच्चे को उठाकर गौशाला ले आए। इसके बाद आस-पास बच्चे की मां की तलाश की गई लेकिन कोई नहीं मिला। इसके बाद पुलिस को खबर दी गई।  सुबह सोशल मीडिया  पर बच्चे का वीडियो और तस्वीर गुजरात में वायरल हो गई। इसके बाद बच्चे के मां-बाप को ढूंढ़ने के लिए पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। इसके बाद गांधीनगर पुलिस के करीब 85 पुलिसवालों की 14 अलग-अलग टीम बनाई गई। पुलिस ने सबसे पहले गौशाला के आस-पास की सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और आख़िरकार पुलिस को पहली कामयाबी मिली। ये कामयाबी एक सेंट्रो कार थी जिसके रजिस्ट्रेशन नंबर से उसके मालिक का पता लगाया गया। यह मालिक सचिन दीक्षित निकला।  पुलिस ने सचिन के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया तो पता चला कि वो राजस्थान में कोटा में है। पुलिस की टीम ने सचिन को फ़ोन किया उसे बच्चे के बारे में बताया। सचिन ने मान लिया कि वो उसी का बच्चा है। फिर उसने बताया कि उसका नाम शिवांश है।  इसके बाद राजस्थान पुलिस की मदद से सचिन को पुलिस ने कोटा में ही रोक कर हिरासत में ले लिया। वो अपनी पत्नी चार साल के बेटे और मां-बाप के साथ था और उसी सेंट्रो कार में दशहरा मनाने उत्तर प्रदेश जा रहा था।  पुलिस ने उसके बढ़ोदरा स्थिर घर तलाशी ली तो किचन में एक बोरा मिला जिसको खोलते ही पुलिसवालों के होश उड़ गए। बैग के अंदर एक महिला की लाश थी। यह लाश मेहंदी उर्फ़ हिना नाम की एक लड़की की थी जो सचिन के साथ काम करती थी दोनों के बीच रिलेशनशिप था। इसके बाद हिना उस पर शादी का दबाव बनाती थी, लेकिन सचिन उसें गला दबाकर मार डाला। इसके बाद बेटे को गौशाला छोड़ आया।   उत्तर प्रदेश का रहनेवाला है सचिन दीक्षित  उत्तर प्रदेश का रहनेवाला सचिन दीक्षित गांधीनगर की एक कंपनी में असिस्टेंट मैनेजर था। क़रीब चार साल पहले घरवालों की मर्ज़ी से अनुराधा के साथ उसकी शादी हुई थी। दोनों का तीन साल का एक बेटा भी है। 2018 में एक शो रूम में सचिन की मुलाक़ात मेहंदी उर्फ़ हिना नाम की एक लड़की से हुई। हिना इसी शो रूम में काम करती थी। दोनों में दोस्ती हुई और फिर प्यार। कुछ दिन बाद सचिन का ट्रांसफर वडोदरा हो गया। वडोदरा में ही दर्शनम ओवरसीज़ सोसायटी में एक फ्लैट उसने किराये पर लिया। मेहंदी भी वडोदरा आ गई। दोनों फ्लैट में एक साथ लिव-इन में रहने लगे।   सचिन हफ्ते में पांच दिन वडोदरा में मेहंदी के साथ रहता और वीकेंड पर अहमदाबाद अपने परिवार के पास आ जाता था। दिसंबर 2020 में मेहंदी ने एक बेटे को जन्म दिया जिसका नाम शिवांश रखा। हालांकि दोनों ने अभी शादी नहीं की थी। शादी को लेकर मेहंदी अक्सर सचिन पर दबाव बनाया करती थी। सचिन टालता रहता था। आठ अक्टूबर यानी शुक्रवार की दोपहर को सचिन और मेहंदी के बीच झगड़ा हुआ। दरअसल, सचिन मेहंदी को बताता है कि वो दशहरे पर एक हफ्ते के लिए पूरे परिवार के साथ उत्तर प्रदेश अपने घर जा रहा है। मेहंदी इस बात पर गुस्सा हो गई और उसने जाने से रोका। झगड़े के दौरान मेहंदी उसे अनुराधा को छोड़कर एक बार फिर उससे शादी करने की ज़िद करने लगी। इसी झगड़े के दौरान सचिन को गुस्सा आया और उसने मेहंदी का गला घोंट दिया।  मेहंदी की मौत के बाद वो घर में ही रखे एक बड़े से सूटकेस में उसकी लाश ठूंस कर शाम से पहले ही वो बेटे शिवांश को लेकर वडोदरा से गांधीनगर के लिए निकल पड़ा। गांधीनगर में स्वामी नारायण गौशाला के बारे में सचिन को पहले से पता था। दूध और बाक़ी चीज़ों को लिए वह अक्सर यहां आता था। इसीलिए आठ अक्टूबर की रात इसी गौशाला के अंदर ये सोच कर शिवांश को छोड़कर गया कि कोई उसे पाल लेगा। पुलिस के मुताबिक मेहंदी उर्फ़ हिना भोपाल की रहनेवाली थी। उसके मां-बाप का तलाक हो चुका है. दोनों अलग रहते हैं. मेहंदी की मौसी ने पुलिस को बताया है कि दस महीने पहले मेहंदी ने एक बेटे को जन्म दिया था. उधर, पुलिस का कहना है कि सचिन की पत्नी अनुराधा या उसके घरवालों को मेहंदी या उसके बेटे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।  मेहंदी की मौत के बाद वो घर में ही रखे एक बड़े से सूटकेस में उसकी लाश ठूंस कर शाम से पहले ही वो बेटे शिवांश को लेकर वडोदरा से गांधीनगर के लिए निकल पड़ा। गांधीनगर में स्वामी नारायण गौशाला के बारे में सचिन को पहले से पता था। दूध और बाक़ी चीज़ों को लिए वह अक्सर यहां आता था। इसीलिए आठ अक्टूबर की रात इसी गौशाला के अंदर ये सोच कर शिवांश को छोड़कर गया कि कोई उसे पाल लेगा। पुलिस के मुताबिक मेहंदी उर्फ़ हिना भोपाल की रहनेवाली थी। उसके मां-बाप का तलाक हो चुका है. दोनों अलग रहते हैं। मेहंदी की मौसी ने पुलिस को बताया है कि दस महीने पहले मेहंदी ने एक बेटे को जन्म दिया था। उधर, पुलिस का कहना है कि सचिन की पत्नी अनुराधा या उसके घरवालों को मेहंदी या उसके बेटे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।

पुलिस ने सचिन के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया तो पता चला कि वो राजस्थान में कोटा में है। पुलिस की टीम ने सचिन को फ़ोन किया उसे बच्चे के बारे में बताया। सचिन ने मान लिया कि वो उसी का बच्चा है। फिर उसने बताया कि उसका नाम शिवांश है।

इसके बाद राजस्थान पुलिस की मदद से सचिन को पुलिस ने कोटा में ही रोक कर हिरासत में ले लिया। वो अपनी पत्नी चार साल के बेटे और मां-बाप के साथ था और उसी सेंट्रो कार में दशहरा मनाने उत्तर प्रदेश जा रहा था।

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पुलिस ने उसके बढ़ोदरा स्थिर घर तलाशी ली तो किचन में एक बोरा मिला जिसको खोलते ही पुलिसवालों के होश उड़ गए। बैग के अंदर एक महिला की लाश थी। यह लाश मेहंदी उर्फ़ हिना नाम की एक लड़की की थी जो सचिन के साथ काम करती थी दोनों के बीच रिलेशनशिप था। इसके बाद हिना उस पर शादी का दबाव बनाती थी, लेकिन सचिन उसें गला दबाकर मार डाला। इसके बाद बेटे को गौशाला छोड़ आया।

उत्तर प्रदेश का रहनेवाला है सचिन दीक्षित

उत्तर प्रदेश का रहनेवाला सचिन दीक्षित गांधीनगर की एक कंपनी में असिस्टेंट मैनेजर था। क़रीब चार साल पहले घरवालों की मर्ज़ी से अनुराधा के साथ उसकी शादी हुई थी। दोनों का तीन साल का एक बेटा भी है। 2018 में एक शो रूम में सचिन की मुलाक़ात मेहंदी उर्फ़ हिना नाम की एक लड़की से हुई। हिना इसी शो रूम में काम करती थी। दोनों में दोस्ती हुई और फिर प्यार। कुछ दिन बाद सचिन का ट्रांसफर वडोदरा हो गया। वडोदरा में ही दर्शनम ओवरसीज़ सोसायटी में एक फ्लैट उसने किराये पर लिया। मेहंदी भी वडोदरा आ गई। दोनों फ्लैट में एक साथ लिव-इन में रहने लगे।

सचिन हफ्ते में पांच दिन वडोदरा में मेहंदी के साथ रहता और वीकेंड पर अहमदाबाद अपने परिवार के पास आ जाता था। दिसंबर 2020 में मेहंदी ने एक बेटे को जन्म दिया जिसका नाम शिवांश रखा। हालांकि दोनों ने अभी शादी नहीं की थी। शादी को लेकर मेहंदी अक्सर सचिन पर दबाव बनाया करती थी। सचिन टालता रहता था। आठ अक्टूबर यानी शुक्रवार की दोपहर को सचिन और मेहंदी के बीच झगड़ा हुआ। दरअसल, सचिन मेहंदी को बताता है कि वो दशहरे पर एक हफ्ते के लिए पूरे परिवार के साथ उत्तर प्रदेश अपने घर जा रहा है। मेहंदी इस बात पर गुस्सा हो गई और उसने जाने से रोका। झगड़े के दौरान मेहंदी उसे अनुराधा को छोड़कर एक बार फिर उससे शादी करने की ज़िद करने लगी। इसी झगड़े के दौरान सचिन को गुस्सा आया और उसने मेहंदी का गला घोंट दिया।

मेहंदी की मौत के बाद वो घर में ही रखे एक बड़े से सूटकेस में उसकी लाश ठूंस कर शाम से पहले ही वो बेटे शिवांश को लेकर वडोदरा से गांधीनगर के लिए निकल पड़ा। गांधीनगर में स्वामी नारायण गौशाला के बारे में सचिन को पहले से पता था। दूध और बाक़ी चीज़ों को लिए वह अक्सर यहां आता था। इसीलिए आठ अक्टूबर की रात इसी गौशाला के अंदर ये सोच कर शिवांश को छोड़कर गया कि कोई उसे पाल लेगा। पुलिस के मुताबिक मेहंदी उर्फ़ हिना भोपाल की रहनेवाली थी। उसके मां-बाप का तलाक हो चुका है. दोनों अलग रहते हैं. मेहंदी की मौसी ने पुलिस को बताया है कि दस महीने पहले मेहंदी ने एक बेटे को जन्म दिया था. उधर, पुलिस का कहना है कि सचिन की पत्नी अनुराधा या उसके घरवालों को मेहंदी या उसके बेटे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।

मेहंदी की मौत के बाद वो घर में ही रखे एक बड़े से सूटकेस में उसकी लाश ठूंस कर शाम से पहले ही वो बेटे शिवांश को लेकर वडोदरा से गांधीनगर के लिए निकल पड़ा। गांधीनगर में स्वामी नारायण गौशाला के बारे में सचिन को पहले से पता था। दूध और बाक़ी चीज़ों को लिए वह अक्सर यहां आता था। इसीलिए आठ अक्टूबर की रात इसी गौशाला के अंदर ये सोच कर शिवांश को छोड़कर गया कि कोई उसे पाल लेगा। पुलिस के मुताबिक मेहंदी उर्फ़ हिना भोपाल की रहनेवाली थी। उसके मां-बाप का तलाक हो चुका है. दोनों अलग रहते हैं। मेहंदी की मौसी ने पुलिस को बताया है कि दस महीने पहले मेहंदी ने एक बेटे को जन्म दिया था। उधर, पुलिस का कहना है कि सचिन की पत्नी अनुराधा या उसके घरवालों को मेहंदी या उसके बेटे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।

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