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लश्कर-ए-तैयबा के हेडक्वार्टर के पास airport बनवा रहा पाकिस्तान, क्या कोई एक्शन लेगा भारत?

लश्कर-ए-तैयबा के हेडक्वार्टर के पास airport बनवा रहा पाकिस्तान, क्या कोई एक्शन लेगा भारत?

पाकिस्तान की नापाक हरकत आई सामने, लश्कर के हेडक्वार्टर के पास बना रहा एयरपोर्ट दुनिया के सामने उजागर हुई पाक की आतंक परस्ती।

 

इस्लामाबाद: पकिस्तान के नापाक इरादों से पूरी दुनिया वाकिफ है। पूरे विश्व को पता है कि पाकिस्तान आतंकियों का पनाहगार है। नापाक मंसूबों वाले पकिस्तान ने एक बार फिर ऐसा काम किया है जिससे उसकी आतंक परस्ती पूरी दुनिया के सामने आ गई है।

 

 

पकिस्तान ने आतंकियों को खुश करने के लिए लश्कर ए तैयबा के हेडक्वार्टर मुरीदके के पास एक एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू किया है। ऐसा करके पकिस्तान ने पूरी दुनिया के सामने अपनी आतंक परस्ती सोच को उजागर किया है।

 

 

आपको बता दें कि मुरीदके पाकिस्तान में आतंकियों की पनाहगाह है। खासकर आतंकियों के संगठन ‘लश्कर-ए-तैयबा’ का मुख्यालय भी मुरीदके में ही है। मुरीदके में बन रहे इस एयरपोर्ट में 2 रनवे और टैक्सीवे बनाये जा रहे हैं।इस एयरपोर्ट की दूरी एलओसी से 100 किलोमीटर है और जम्मू से 125 किलोमीटर दूर है।

 

 

पाकिस्तान को सता रहा यह डर

 


पूरी दुनिया जानती है कि पकिस्तान में कई आतंकी ट्रेनिंग सेंटर हैं जहां से निकले आतंकी पड़ोसी देश समेत विश्वभर में दहशतगर्दी फैलाने का काम करते हैं। पकिस्तान ने एक बार फिर से अपनी आतंक परस्ती को दुनिया के सामने उजागर कर दिया है। हालांकि भारत ने इस मामले में अभी तक कोई बयान नहीं दिया है।

 

पाकिस्तानी सेना को यह भी डर सता रहा है कि कहीं भारत, लश्कर-ए-तैयबा के हेडक्वार्टर पर हमला न कर दे और उसी के चलते इस तैयारी को देखा जा रहा है। बताया गया है कि यह एयरपोर्ट मार्च 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा और इस समय वहां पर दिन-रात काम चल रहा है।

ऐसे में अब सवाल ये उठ रहा की आखिर पकिस्तान लश्कर हेडक्वार्टर के पास एयरपोर्ट क्यों बना रहा है? इसके पीछे उसकी क्या मंशा है? अब देखने वाली बात होगी कि इस पर भारत क्या एक्शन लेता है।

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पाकिस्‍तान में लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर होंगे, नए आर्मी चीफ

इसे अंतिम स्‍वीकृति के लिए राष्‍ट्रपति के पास भेजा जाएगा।

इस्‍लामाबाद: पाकिस्‍तान को आखिरकार नया सेनाध्‍यक्ष मिल गया है। लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर पाकिस्‍तान के नए आर्मी चीफ होंगे। पिछले कुछ दिनों से नए सेनाध्‍यक्ष को लेकर कयासबाजी का दौर चल रहा था।

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर के नाम पर मुहर लगाने के साथ ही ज्‍वाइंट चीफ्स ऑफ स्‍टाफ कमेटी के नए अध्‍यक्ष के नाम को भी हरी झंडी दे दी है। पीएम शहबाज ने लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को नया CJCSC बनाने पर अपनी सहमति दे दी है।

मालूम हो कि पाकिस्‍तान के नए सेनाध्‍यक्ष को लेकर लंबे समय से अटकलबाजी का दौर चल रहा था। इसमें सेना के 6 सीनियर कमांडर का नाम सामने आ रहा था।अब जाकर पीएम ने ले. जनरल असीम मुनीर पर अपनी सहमति जताई है।

पाकिस्‍तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने देश के नए सेनाध्‍यक्ष पर पीएम के सहमत होने की जानकारी दी। उन्‍होंने बताया कि ले. जनरल मुनीर और ले. जनरल शमशाद मिर्जा के नाम पर अंतिम सहमति के लिए प्रस्‍ताव को राष्‍ट्रपति आरिफ अल्‍वी के पास भेजा जाएगा. उनकी स्‍वीकृति मिलते ही ले।

जनरल मुनीर सेनाध्‍यक्ष का पद संभाल लेंगे। ‘डॉन न्‍यूज’ के अनुसार, ज्‍वाइंट चीफ्स ऑफ स्‍टाफ कमेटी इंटर-सर्विसेज फोरम है, जो सेना, नौसेना और वायुसेना के बीच को-ऑर्डिनेशन का काम करती है। इसके साथ ही CJCSC प्रधानमंत्री और नेशनल कमांड अथॉरिटी के लिए बतौर सलाहकार का काम भी करती है।

पाकिस्‍तान के नए सेनाध्‍यक्ष का ऐलान होने के बाद रक्षा मंत्री ख्‍वाजा आसिफ ने कहा कि कानून और संविधान के प्रावधानों के तहत यह फैसला लिया गया है। साथ ही उन्‍होंने इसे राजनीतिक नजरिये से न देखने की अपील भी की। उन्‍होंने उम्‍मीद जताई कि राष्‍ट्रपति इस मसले पर किसी तरह का विवाद पैदा नहीं करेंगे।

और प्रधानमंत्री की सलाह को मानते हुए प्रस्‍ताव को अपनी स्‍वीकृति देंगे। रक्षा मंत्री ने कहा, ‘इससे (सेनाध्‍यक्ष के प्रस्‍ताव को राष्‍ट्रपति की मंजूरी) देश की अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने में भी मदद मिलेगी। फिलहाल सभी चीजें जहां की तहां पड़ी हुई हैं।’

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