Imran Khan Attacked: 'मैं सिर्फ इमरान खान को मारना चाहता था', दबोचे गए हमलावर ने किया खुलासा

हमलावर ने बयान देते हुए कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे थे।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में रैली के दौरान इमरान खान पर फायरिंग हुई, जिसमें वह घायल हो गए। वहीं इस हमले का अंजाम देने वाले युवक को पकड़ लिया गया। हमलावर ने बयान देते हुए कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे थे।
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— Yusra Askari (@YusraSAskari) November 3, 2022
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इसलिए उनपर गोली चलाई। हमलावर ने बताया कि उसने ये फैसला अचानक लिया है. साथ ही उसने बताया कि उसके पीछे कोई भी नहीं है। बता दें कि इमरान खान के पैर में गोली लगी है। हालांकि अब उनकी हालत स्थिर है। हमले को लेकर इमरान खान ने भी ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि ऐसा लगा रहा है कि दूसरी जिंदगी मिली है।
पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व पीएम इमरान खान (Imran Khan) गुरुवार को कथित तौर पर उनके लॉन्ग मार्च कंटेनर के पास गोली लगने से घायल हो गए है। गोली उनके पैर में लगी है और उन्हें लाहौर के शौकत खानम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
इधर हमले के बाद इमरान खान की पहली प्रतिक्रिया भी आई है। उन्होंने कहा है कि ‘ अल्लाह ने मुझे ये दूसरी जिंदगी दी है, इंशाल्लाह मैं फिर वापसी करूंगा। लड़ाई जारी रखूंगा।
पुलिस ने बताया कि फायरिंग करने वाले को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस फायरिंग में 1 व्यक्ति की मौत होने और 4 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर है. पीटीआई नेता फैसल जावेद भी घायल हुए हैं। हमलावर की पहचान फैसल बट के रूप में हुई है।
पाकिस्तान मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार वजीराबाद में जफर अली खान चौक के पास पूर्व पीएम और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान के कंटेनर के पास फायरिंग की सूचना मिली थी।
ऐसा बताया जा रहा है कि हमलावर ने इमरान खान को चार गोलियां मारीं। इमरान खान के सुरक्षा टीम ने उन्हें तुरंत ही मेडिकल सुविधा वाले स्थान पर ले जाकर उपचार कराया, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
गृह मंत्रालय की सतर्कता के बाद भी हो गया हमला
इमरान खान ने ‘हकीकी आजादी’ मार्च के लिए 28 अक्टूबर को लाहौर के लिबर्टी चौक से इस्लामाबाद के लिए लॉन्ग मार्च शुरू किया है। वे खुद इसका नेतृत्व कर रहे हैं।
इमरान खान की मांग है कि पाकिस्तान में नेशनल असेंबली को भंग कर तुरंत मध्यावधि चुनाव कराए जाएं। हकीकी आजादी मार्च को लेकर हाई अलर्ट पर गृह मंत्रालय ने 13,000 अफसरों को तैनात किया है।
हालांकि इमरान खान और उनकी पार्टी बार-बार दोहरा रही है कि हकीकी आजादी मार्च शांतिपूर्ण ही होगा। अब यह बात सामने आ रही है कि गृह मंत्रालय और भारी तादाद में अफसरों की तैनाती के बावजूद हमला कैसे हो गया?