malaysia election: राजनीतिक संकट को टालने के लिए किंग पर टिकी नजरें, किसे चुनेंगे देश का नया पीएम और कैसे
मलेशिया में हुए चुनाव में जो देश की राजनीतिक स्थिति बनी है उसके बाद अब सभी की निगाहें राजा पर टिक गई हैं। इस चुनाव में किसी भी एक पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। वहीं कोई भी एक दूसरे को समर्थन देने को तैयार नहीं है।
क्वालालांपुर : मलेशिया में हुए आम चुनाव के बाद आए रिजल्ट ने सभी की चिंता बढ़ा दी है। इस चुनाव में किसी एक पार्टी को बहुमत न मिलने से देश में त्रिशंकु संसद बन गई है। कोई भी पार्टी दूसरे को समर्थन देने को तैयार नहीं है। ऐसे में देश में राजनीतिक संकट खड़ा हो गया है।
देश में न तो सुधारवादी नेता अनवर इब्राहिम को और न ही उनके विरोधी मले राष्ट्रवादी Muhyiddin Yassin को दूसरी पार्टी समर्थन देना चाहती है। अब इस राजनीतिक संकट को टालने के लिए मलेशिया के राजा पर नजरें टिकी हैं। अब देखना ये है कि वो इस संकट को टालने के लिए क्या कदम उठाते हैं।
मलेशिया का राजनीतिक संकट
मलेशिया में इस राजनीतिक अस्थिरता से आर्थिक सुधारों को बढ़ावा देने की गति और जरूरी फैसलों को लेने में देरी हो सकती है। यदि ऐसा हुआ तो ये देश की आर्थिक प्रगति में रुकावट साबित होगी।
इस चुनाव में बरिसन नैशनल जो किसी को समर्थन देकर सरकार बनवा सकेता है, ने कहा है कि वो किसी को भी अपना समर्थन नहीं देने वाला है। इस राजनीतिक संकट पर मलेशिया के किंग ने कहा है कि वो जल्द ही इस बारे में कोई निर्णय करेंगे। उन्होंने ये भाी कहा है कि उनके निर्णय को स्वीकार किया जाना चाहिए।
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220 सीटों पर चुनाव हुए थे
मलेशिया में हुए आम चुनाव में Alliance of Hope के अनवर को सबसे अधिक सीट जरूर मिली हैं लेकिन वो बहुमत पाने से काफी दूर रह गए हैं। उन्हें इस चुनाव में 83 सीटों पर जीत हासिल हुई है। वहीं बहुमत के लिए उन्हें कुल 112 सीटों की जरूरत है।
इस तरह से उन्होंने पूर्व पीएम मुहिद्दीन यासीन के नेशनल एलाइंस की राह में भी रुकावट डाल दी है। इस एलाइंस को चुनाव में 72 सीटों पर जीत हासिल हुई है। तीसरे नंबर पर इस चुनाव में यूनाइटेड मलयज नेशनल आर्गेनाइजेशन रही है, जिसको 30 सीटों पर जीत मिली है।
आपको बता दें कि देश की संसद की कुल 220 सीटों के लिए हाल ही में मतदान हुआ था।
दिग्गजों की हुई हार
इस चुनाव में मुख्य लड़ाई विपक्षी दलों का नेतृत्व करने वाले अनवर इब्राहिम और पूर्व पीएम मुहिद्दीन यासीन के बीच ही माना जा रहा था। बता दें कि रिजल्ट आने से पहले हुए चुनावी सर्वे में भी देश में त्रिशंकु संसद के आसार जताए गए थे। हालांकि सर्वों में भी अनवर इब्राहिम के गठबंधन को बढ़त मिलती हुई दिखाई गई थी,
जो कि काफी हद तक सही निकली है। इस चुनाव में मलेशिया के सबसे अनुभवी नेता महाथिर मोहम्मद को पहली बार हार का सामना करना पड़ा है। वे अपनी पारंपरिक सीट लैंगकावी के हॉलीडे रिसॉर्ट द्वीप पर चौथे नंबर पर रहे।