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सोमनाथ मंदिर पर हमला करने वाले मुस्लिम आक्रांता महमूद गजनवी की कब्र पर पहुंचा अनस हक्कानी, किया महिमामंडन

अनस हककनी

अनस हक्कानी ने मुस्लिम आक्रांता महमूद गजनवी की कब्र पर पहुंच ट्विटर पर लिखा कि गजनवी ने एक मजबूत मुस्लिम शासन स्थापित किया और सोमनाथ मंदिर को तोड़ दिया।  

जिस मुस्लिम आक्रांता मुहम्मद गजनवी ने भारत में 17 बार आक्रमण किया और सोमनाथ मंदिर पर हमला किया, आतंकी संगठन तालिबान अब उसकी गुनगान करने में लगा है। अफगानिस्तान पर कब्जा करने वाले आतंकी संगठन तालिबान का असली चेहरा धीरे-धीरे सामने आ रहा है। अब तालिबानी नेता अनस हक्कानी ने सोमनाथ मंदिर पर 17 बार आक्रमण करने वाले महमूद गजनवी को एक प्रसिद्ध मुस्लिम योद्धा करार दिया है। उसने महमूद गजनवी को 10वीं शताब्दी का मुस्लिम योद्धा बताया है, जिसने एक मजबूत मुस्लिम शासन की स्थापना की थी। इससे पहले मंगलवार को उसने महमूद गजनवी की कब्र का दौरा भी किया था। इस दौरान उसके साथ में तालिबान सरकार में आंतरिक मंत्री व छोटा भाई सिराजुद्दीन हक्कानी भी साथ था। 

अनस हक्कानी ने इस दौरे की फोटो अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट की हैं। उसने लिखा है- 'आज हमने 10वीं शताब्दी के प्रसिद्ध मुस्लिम योद्धा और मुजाहिद सुल्तान महमूद गजनवी की दरगाह का दौरा किया। गजनवी ने एक मजबूत मुस्लिम शासन स्थापित किया और सोमनाथ मंदिर को तोड़ दिया।

महमूद गजनवी 17 बार किया था सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण - 

 महमूद गजनवी गजनवी के तुर्क वंश का पहला स्वतंत्र शासक था, जिसने 998 से 1030 ईस्वी तक शासन किया था। गजनवी ने विशेष रूप से हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया था, क्योंकि तब भारत में मंदिर हिंदुओं के लिए धन, अर्थव्यवस्था और विचारधारा के केंद्र थे।सोमनाथ मंदिर पर हुआ हमला मानवता का सबसे क्रूर आक्रमण माना जाता है। सोमनाथ मंदिर भगवान शिव का मंदिर है। महमूद गजनवी ने इस मंदिर को लूटने के लिए 17 बार हमला किया था। वह तुर्क वंश का पहला स्वतंत्र शासका था, जिसने 1024 एडी में सोमनाथ मंदिर को तोड़ा और यहां की सम्पत्ति को लूट कर अफगानिस्तान ले गया। इस दौरान मंदिर में हजारों लोग पूजा कर रहे थे, हमले में उनका भी कत्ल कर दिया गया था। 

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अनस हक्कानी तालिबान के हक्कानी नेटवर्क का प्रमुख नेता है। इसी गुट की लड़ाई तालिबानी नेता मुल्ला बरादर से हुई थी। 


 

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