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Earthquake:इंडोनेशिया के पश्चिमी में भूकंप के तेज झटके, रिक्टर स्केल पर 6.6 रही तीव्रता

Earthquake: इंडोनेशिया के पश्चिमी में भूकंप के तेज झटके, रिक्टर स्केल पर 6.6 रही तीव्रता

इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में शुक्रवार शाम को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। जिसके बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर दौड़ पड़े। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तिव्रता 6.6 रही।

 

 

इंडोनेशिया: इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में शुक्रवार शाम को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। जिसके बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर दौड़ पड़े। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तिव्रता 6.6 रही। जानकारी के मुताबिक भूकंप शाम 7 बजकर 7 मिनट (भारतीय समयानुसार) पर आया। इसकी गहराई 20 किमी थी।

बता दें कि दो दिन पहले बुधवार रात हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और मंडी में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। इसकी तिव्रता 4.1 मापी गई थी। वहीं बुधवार सुबह अरुणाचल प्रदेश में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। ये झटके सुबह करीब 09:55 पर आए।भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.7 थी।

जापान में भी आया था भूकंप

जापान में सोमवार को भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए थे। धरती हिलने से लोगों में दहशत फैल गई। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.1 दर्ज की गई।

भूकंप इतना भयंकर था कि घरों में पंखे और झूमर हिलने लगे। दराज में रखी चीजें भी गिर गईं। आनन-फानन में लोग हड़बड़ाकर बाहर की ओर भागने लगे थे। इसकी वीडियो भी वायरल हुई थीं।

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भूकंप क्यों और कैसे आता है?

वैज्ञानिक रूप से समझने के लिए हमें पृथ्‍वी की संरचना को समझना होगा। पृथ्‍वी टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है और इस पर टैक्टोनिक प्लेट्स तैरती रहती हैं। कई बार ये प्लेट्स आपस में टकरा जाती हैं।

बार-बार टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्‍यादा दबाव पड़ने पर ये प्‍लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्‍ता खोजती है। जब इससे डिस्‍टर्बेंस बनता है तो इसके बाद भूकंप आता है।

इंडोनेशिया में आई थी सुनामी

पिछले साल जनवरी में सुलावेसी द्वीप में आए 6.2 तीव्रता के भूकंप में 100 से ज्यादा लोग मारे गए थे और हजारों बेघर हो गए थे। 2018 में, सुलावेसी द्वीप पर पालू में 7.5 तीव्रता का भूकंप और उसके बाद आई सुनामी ने 2,200 से अधिक लोगों की जान ले ली थी और 2004 में आचे प्रांत में 9.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे सूनामी आई और इंडोनेशिया में 1,70,000 से अधिक लोग मारे गए थे।

लोगों ने भूकंप महसूस नहीं किया

एएफपी को बेंगकुलु के निवासियों ने बताया कि हमने भूकंप महसूस नहीं किया, या हो सकता है कि वह कमजोर रहा हो जिस वजह से उसका पता न चला हो।

स्थानीय निवासी 34 वर्षीय हेंड्री तस्परिलो ने एएफपी को बताया, "आश्चर्यजनक रूप से मुझे कुछ भी महसूस नहीं हुआ। मैं घर के बाहर था और अपने पड़ोसी से बात कर रहा था और हमें पता ही नहीं चला कि भूकंप आया है।"

1439 जीएमटी पर भूकंप के तुरंत बाद भारत में हिंद महासागर सुनामी चेतावनी और शमन प्रणाली (आईओटीडब्ल्यूएमएस) से सावधानी का बयान जारी किया गया। प्री-रन मॉडल परिदृश्यों के आधार पर, हिंद महासागर में देशों के लिए कोई खतरा नहीं है।

प्रशांत "रिंग ऑफ फायर" पर होने के चलते इंडोनेशिया में लगातार भूकंप आते रहते हैं। तीव्र भूकंपीय गतिविधि वहां होती हैं, जहां टेक्टोनिक प्लेटें टकराती हैं, जो जापान से दक्षिण पूर्व एशिया और प्रशांत बेसिन में फैली हुई हैं।

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