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ALGERIA: अल्जीरिया में पेंटर की हत्या में 49 लोगों को मृत्युदंड

ALGERIA: अल्जीरिया में पेंटर की हत्या में 49 लोगों को मृत्युदंड

ALGERIA Mob Killing पेंटर जैमेल बेन इस्माइल wildfires बुझाने पहुंचा था भीड़ ने संदिग्ध समझ बेरहमी से मार डाला था। पेंटर की हत्या करने के मामले में कोर्ट ने गुरुवार को 49 लोगों को मृत्युदंड की सजा सुनाई है।

 

अल्जीयर्स: अल्जीरिया में wildfires के बीच क्रूर भीड़ द्वारा एक पेंटर की हत्या करने के मामले में कोर्ट ने गुरुवार को 49 लोगों को मृत्युदंड की सजा सुनाई है। आग की खबर सुनकर पेंटर जैमेल बेन इस्माइल (38) लारबा नाथ इराथन गांव में लोगों की मदद करने पहुंचा था, जबकि ग्रामीणों ने उसे बाहरी व्यक्ति के नाते आग लगाने का संदिग्ध समझ कर बेरहमी से मार डाला था।

स्टेट न्यूज एजेंसी के अनुसार, पूर्वोत्तर अल्जीरिया के काबिली क्षेत्र में अगस्त, 2021 में हुई हत्या ने देश को झकझोर कर रख दिया। यह आग पर्वतीय इलाके बर्बर क्षेत्र में लगी थी, जिसमें 90 लोगों की मौत हो गई थी।

 

 

इसमें सेना के जवान भी शामिल थे जो बचाव कार्य में जुटे थे। कलाकार जैमेल बेन इस्माइल की हत्या में 100 से अधिक संदिग्ध शामिल थे, जिनमें अधिकांश को उनकी मृत्यु में किसी न किसी भूमिका के लिए दोषी पाया गया।

 

 

हालांकि, जिन्हें मृत्युदंड दिया गया है, इसके बजाय उन्हें आजीवन कारावास हो सकता है, क्योंकि अल्जीरिया में दशकों से मृत्युदंड पर रोक है। इसके अलावा अल्जीरियाई कोर्ट ने अन्य 38 लोगों को दो वर्ष से 12 वर्ष की सजा सुनाई है।

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Trump's difficulties increased! रेप का आरोप लगाने वाली Woman writer ने दायर किया नया मुकदमा

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पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महिला लेखक ने दायर किया नया मुकदमा। महिला लेखक पहले ही Trump accused of rape लगा चुकी है।

न्यूयॉर्क: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर 1990 में बलात्कार का आरोप लगाने वाली एक लेखिका ने बृहस्पतिवार को यहां उनके खिलाफ नया मुकदमा दायर किया।

राज्य में लागू हुए एक नए कानून के तहत यौन हिंसा पीड़ितों को दशकों पहले हुए अपराधों के खिलाफ भी मामला दायर कराने की अनुमति दी गई है। इस कानून के लागू होने के कुछ ही मिनट बाद लेखिका ई. जीन कैरोल ने मुकदमा दायर किया।

कैरोल के वकील ने ‘adult survivors act’ के तहत यौन उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करने संबंधी समयसीमा अस्थायी रूप से हटाए जाने के बीच इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से कानूनी दस्तावेज दायर किए।

कैरोल ने उन्हें हुए दर्द और पीड़ा, मानसिक क्षति, गरिमा को पहुंची ठेस और प्रतिष्ठा को हुए नुकसान के लिए मुआवजा दिए जाने और आरोपी को दंड दिए जाने का अनुरोध किया है।

‘एले’ पत्रिका के लिए एक लंबे समय तक स्तंभ लिखने वाली कैरोल ने 2019 में छपी एक किताब में पहली बार आरोप लगाया था कि ट्रंप ने 1995 के अंत में या 1996 की शुरुआत में मैनहट्टन के एक लक्जरी डिपार्टमेंटल स्टोर के ड्रेसिंग रूम में उनसे बलात्कार किया था।

ट्रंप ने इन आरोपों के जवाब में कहा था कि ऐसा कभी नहीं हो सकता था क्योंकि कैरोल ‘‘मेरे ‘टाइप’ की नहीं हैं।’’ इसके बाद कैरोल ने ट्रंप के खिलाफ मानहानि का मामला भी दायर किया था।

इससे पहले कानून के तहत कैरोल को कथित घटना को हुए कई वर्ष बीत जाने के कारण ट्रंप के खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दायर करने से रोक दिया गया था।

हाल ही में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तीसरी बार व्हाइट हाउस की दौड़ में शामिल होने का मंगलवार को एलान किया। उन्होंने मध्यावधि चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के खराब प्रदर्शन और मार-आ-लागो क्लब सहित अन्य मामलों में अपने खिलाफ जारी कानूनी जांच के बीच यह घोषणा की।

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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को राहत, 7 साल पुराने इस मामले का हुआ निपटारा

ट्रंप की वकील अलीना हब्बा ने कहा, 'हम केस को आगे बढ़ाना चाहते थे, लेकिन दूसरे पक्ष ने इसके निपटारा करने के लिए कहा।'  उन्होंने आगे कहा कि हम इसके नतीजे से खुश हैं और मामले को खत्म करने के लिए हमें खुशी हो रही है।

न्यूयॉर्क: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सात साल पुराने एक केस का निपटारा हो गया है। साल 2015 में राष्ट्रपति चुनाव के अभियान के दौरान ट्रंप के सुरक्षाकर्मियों पर प्रदर्शनकारियों से झड़प करने के आरोप लगे थे।

प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने ट्रंप के खिलाफ केस दर्ज किया था। दोनों पक्षों के बीच समझौता क्या हुआ है, इसका पता नहीं चल सका है।

मुकदमे के निपटारे के बाद ट्रंप की वकील अलीना हब्बा ने कहा, 'हम केस को आगे बढ़ाना चाहते थे, लेकिन दूसरे पक्ष ने इसके निपटारा करने के लिए कहा।'

उन्होंने आगे कहा कि हम इसके नतीजे से खुश हैं और मामले को खत्म करने के लिए हमें खुशी हो रही है।

क्या है मामला?

ये मामला 3 सितंबर 2015 का है। मेक्सिको मूल के पांच लोगों ने ट्रंप के सुरक्षाकर्मियों पर हमले के आरोप लगाए थे। पीड़ितों का आरोप था कि मेक्सिको और मेक्सिकन लोगों के बारे में ट्रंप की नकारात्मक टिप्पणियों का विरोध करने पर मैनहटन में एक इमारत के बाहर ट्रंप के सुरक्षाकर्मियों ने उन पर हमला किया था।

लोगों के लिए रहेगा फुटपाथ

न्यूज रिपोर्ट में दावा किया गया था कि कुछ गार्ड प्रदर्शनकारियों के हाथों से पोस्टर को छीनकर फाड़ रहे थे। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों के साथ उनकी हाथापाई हो गई।

प्रदर्शनकारियों के वकील बेंजामिन डिक्टर ने समझौते के बाद कहा कि शक्तिशाली लोग इमारतों पर अपना नाम लगा सकते हैं, लेकिन फुटपाथ तो हमेशा लोगों के लिए ही रहेगा।

इस केस में डोनाल्ड ट्रंप, उनके संगठन और उनके अभियान के अलावा सुरक्षाकर्मियों को आरोपी बनाया गया था। पीड़ित प्रदर्शनकारी अन्य मांगों के अलावा ट्रंप से मुआवजे की मांग कर रहे थे।

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