UP Board Exams 2022- 2023: बोर्ड परीक्षा होगी CCTV की निगरानी में परीक्षा अवधि तक का फुटेज रखना जरूरी...
Utter Pradesh Board exam News: शुक्रवार को राजकीय क्वींस इंटर कॉलेज में जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. गिरीश सिंह ने प्रधानाचार्यों संग बैठक कर परीक्षा से जुड़े नियमों से अवगत कराया।
Utter Pradesh Board exam News: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा को लेकर विद्यालयों को समय से सभी जरूरी तैयारियां पूरी करनी होगी। परीक्षा केंद्र में विद्यार्थियों के बैठने, पेयजल, बिजली सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं पर भी समय रहते विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
शुक्रवार को राजकीय क्वींस इंटर कॉलेज में जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. गिरीश सिंह ने प्रधानाचार्यों संग बैठक कर परीक्षा से जुड़े नियमों से अवगत कराया।
क्वींस इंटर कॉलेज सभागार में हुई बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि 16 जनवरी से 20 जनवरी तक प्री बोर्ड परीक्षा कराने, 29 जनवरी से 5 फरवरी तक प्रायोगिक परीक्षा कराने संबंधी तैयारियां पूरी कर लें। इसके लिए प्रश्न पत्र तैयार करना और छात्रों को परीक्षा के पैटर्न की जानकारी देना जरूरी है।
बैठक में विद्यालयों में मुख्य परीक्षा के लिए जरूरी शिक्षक, कर्मचारियों की सूची तैयार करने, प्रधानाचार्य कक्ष के अतिरिक्त स्ट्रांग रूम के लिए कक्ष का निर्धारण, सीसी कैमरे से निगरानी, बिजली, पेयजल आदि की व्यवस्था का मूल्यांकन करने के निर्देश दिए।
139 केंद्रों पर होगी परीक्षा
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जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि जिले में 139 केंद्रों पर यूपी बोर्ड की परीक्षाएं कराई जाएंगी। सुबह और शाम की पाली में परीक्षा खत्म होने के बाद कापियां जमा करने के लिए अलग-अलग जगहों पर संकलन केंद्र भी बनाए जाएंगे।
इसमें शहरी सीमा के विद्यालयों के लिए राजकीय क्वींस इंटर कॉलेज जबकि ग्रामीण इलाकों के विद्यालयों की कापियाें के लिए आराजीलाइन, पिंडरा में संकलन केंद्र बनाने की तैयारी है।
यह भी जानना जरूरी
हर केंद्र पर केंद्राध्यक्ष के अलावा बोर्ड की ओर से पर्यवेक्षक, सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात होंगे। प्रधानाचार्य कक्ष के अलावा दूसरे कक्ष में स्ट्रांग रूम बनाया जाएगा। जिसकी निगरानी सीसी कैमरे से की जाएगी।
परीक्षा केंद्र पर हर कमरे में वायस रिकार्डर युक्त कैमरा लगाया जाएगा। जिस आलमारी में पेपर रखा जाएगा वह केंद्राध्यक्ष, पर्यवेक्षक, सेक्टर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में खुलेंगे और सील होंगे।
परीक्षा कक्ष में ड्यूटी करने वाले शिक्षकों, कर्मचारियों का परिचय पत्र बनवाया जाएगा। पहली बार परीक्षा केंद्र बनने वाले विद्यालयों की विशेष निगरानी की जाएगी।