दिल्ली का Rajpath अब होगा Kartavya Path, NDMC की बैठक में प्रस्ताव पर लगी मुहर

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक की सड़क को अब कर्तव्य पथ के नाम से ही जाना जाएगा।
नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) की बुधवार को हुई एक विशेष बैठक में इसका नाम राजपथ से बदलकर कर्तव्य पथ करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।
एनडीएमसी के अधिकारियों ने इससे पहले बताया था कि आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय से प्रस्ताव प्राप्त हो चुका है, जिसके बाद परिषद की बैठक में भी इसे मंजूरी मिल गई।
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने भी बताया था कि एनडीएमसी द्वारा प्रस्ताव पारित होने के बाद इस संबंध में एक अधिसूचना भी जारी की जाएगी।
उन्होंने बताया कि अनुमति मिलने के बाद इंडिया गेट पर नेताजी की प्रतिमा से लेकर राष्ट्रपति भवन तक का पूरा क्षेत्र कर्तव्य पथ के नाम से जाना जाएगा।
बता दें कि ब्रिटिश शासन के दौरान राजपथ को किंग्सवे के नाम से जाना जाता था। वर्तमान में जिस रोड पर प्रधानमंत्री का आवास स्थित है, 2015 में उसका नाम रेसकोर्स रोड से बदलकर लोक कल्याण मार्ग कर दिया गया। उसी वर्ष, औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम मार्ग कर दिया गया।
बिहार के 10 जिलों के लिए मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट, तेज हवा और गरज के साथ बारिश की संभावना
पटना। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बिहार के मौसम को लेकर अलर्ट जारी किया है। आईएमडी ने सूबे के 10 जिलों में आंधी-तूफान के साथ जोरदार बारिश की संभावना जताई है। इन जिलों में ठनका गिरने की आशंका भी जताई गई है।
मौसम के मिजाज में परिवर्तन को लेकर मौसम विभाग की ओर से बिहार के इन 10 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
आकाशीय बिजली गिरने की आशंका को देखते हुए मौसम विज्ञानियों ने बारिश के दौरान लोगों से घरों में ही रहने की अपील की गई है, ताकि किसी तरह की अनहोनी न हो।
बता दें कि बरसात के मौसम में ठनका की चपेट में आने से प्रदेश में सालाना बड़ी तादाद में लोगों को जान गंवानी पड़ती है। इसके साथ ही संपत्ति का नुकसान भी उठाना पड़ता है।
बिहार में मौसम का मिजाज तल्ख हो सकता है। तेज हवा, वज्रपात और गरज के साथ प्रदेश के कई जिलों में बारिश होने की संभावना जताई गई है। भारतीय मौसम विभाग ने दोपहर बाद 3 बजे तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
IMD की ओर से बिहार की राजधानी पटना के साथ ही सीवान, सारण, भोजपुर, बक्सर, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, वैशाली, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विज्ञानियों ने इन जिलों के लोगों को खासकर वज्रपात को लेकर सावधान रहने की सलाह दी है।
बता दें कि इससे पहले मौसम विभाग ने प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना जताई थी। अब आईएमडी को लेकर तकरीबन 1 दर्जन जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
बिहार में इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून अपेक्षा से कम सक्रिय रहा। प्रदेश के कई हिस्सों में अभी तक औसत से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। इससे फसलों को व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचने का अंदेशा बढ़ गया है।
पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष अभी तक सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। बता दें कि मानसून के सीजन में धान की खेती व्यापक पैमाने पर की जाती है। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में पानी की जरूरत होती है, लेकिन इस बार मानसून के रूठे रहने की वजह से धान की रोपाई के रकबे में कमी दर्ज की गई है।