today gold price 27 September 2022: सोने-चाँदी के दामों में गिरावट जारी, जानिए क्या हैं आज सोने का भाव ...

नवरात्रि 2022 के दूसरे दिन सोने-चांदी के भाव स्थिर रहे। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर पीली धातु का भाव 50,000 रुपये के नीचे कारोबार कर रहा है।
एमसीएक्स पर सोना 49120 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है जबकि कमोडिटी प्लेटफॉर्म पर चांदी 55440 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर कारोबार कर रही है।
22 कैरेट सोने का भाव 46,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। इस बीच 24 कैरेट सोने की कीमत भी कम कारोबार कर रही थी। 24 कैरेट सोने की कीमत 50,200 रुपये थी।
यहां 22 कैरेट गोल्ड टुडे, 27 सितंबर 2022 (जीएसटी, टीसीएस और अन्य शुल्कों को छोड़कर) के सांकेतिक मूल्य दिए गए हैं।
चेन्नई : 46,510 रुपये
मुंबई : 46,000 रुपये
दिल्ली : 46,150 रुपये
कोलकाता : 46,000 रुपये
बैंगलोर : 46,050 रुपये
हैदराबाद : 46,000 रुपये
केरल : 46,000 रुपये
अहमदाबाद : 46,050 रुपये
जयपुर : 46,150 रुपये
लखनऊ : 46,150 रुपये
पटना : 46,030 रु
चंडीगढ़ : 46,150 रुपये
भुवनेश्वर : 46,000 रुपये
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को सोने का भाव 138 रुपये की तेजी के साथ 49,786 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया।
पिछले कारोबार में यह कीमती धातु 49,648 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी. चांदी भी 224 रुपये की तेजी के साथ 56,514 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई, जो पिछले कारोबार में 56,290 रुपये प्रति किलोग्राम थी।
किस कैरेट का सोना कितना होता है शुद्ध
24 कैरेट का सोना 99.9 फीसदी। 23 कैरेट का सोना 95.8 फीसदी। 22 कैरेट का सोना 91.6 फीसदी। 21 कैरेट का सोना 87.5 फीसदी। 18 कैरेट का सोना 75 फीसदी। 19 कैरेट का सोना 70.8 फीसदी। 14 कैरेट का सोना 58.5 फीसदी। 9 कैरेट का सोना 37.5 फीसदी।
सोने की ज्वैलरी खरीदते वक्त सबसे पहले उसकी शुद्धता का पता लगाएं।
24 कैरेट गोल्ड सबसे शुद्ध होता है पर इससे ज्वैलरी नहीं बनती। गोल्ड ज्वैलरी 22 या 18 कैरेट के सोने से बनती है। यानी 22 कैरेट गोल्ड के साथ 2 कैरेट कोई और मेटल मिक्स किया जाता है।
ज्वैलरी खरीदने से पहले हमेशा ज्वैलर्स से सोने की शुद्धता की जांच करा लें। सोने की शुद्धता जानने के लिए सोने को पिघाला भी जाता है।
भारतीय बाजार में सोना बुधवार को अप्रैल, 2022 के बाद निचले स्तर पर पहुंच गया।
एमसीएक्स पर गोल्ड फ्यूचर मंगलवार की तुलना में बिना किसी बदलाव के 49,871 रुपये प्रति दस ग्राम पर रहा।
सोने की कीमतें गिरने और साथ ही त्योहारी सीजन शुरू होने से सोने की मांग में तेजी देखी जा रही है।
गोल्ड स्पॉट की कीमतें एक हफ्ते में 1,300 रुपये प्रति दस ग्राम गिरी हैं।
सोना मुख्य रूप से महंगाई से लड़ने में मदद करता है। हालांकि भारतीयों का सोने से खासा लगाव है और वे इसे आपातकाल में काम आने के लिए खरीदते हैं।
डॉलर की तुलना में रुपया टूटकर 80 के करीब
घरेलू बाजार में गिरावट व विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने से डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार को 22 पैसे टूटकर 80 के करीब 79.96 पर बंद हुआ।
सूत्रों ने कहा, निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत फैसले के इंतजार में हैं।
इसके अलावा, जोखिम उठाने से बचने के रवैये और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के कारण भी रुपया प्रभावित हुआ।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 79.81 पर खुला।
कारोबार के दौरान यह 79.79 से 80 रुपये के दायरे में रहा। छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.31 फीसदी बढ़कर 110.55 पर पहुंच गया।
सोने का रेट मिस्ड कॉल से जानें
गौरतलब है कि आप इन रेट्स को आसानी से घर बैठे पता लगा सकते हैं। इसके लिए आपको सिर्फ इस नंबर 8955664433 पर मिस्ड कॉल देना है और आपके फोन पर मैसेज आ जाएगा, जिसमें आप लेटेस्ट रेट्स चेक कर सकते हैं।
कैसे पहचाने सोने की शुद्धता
(International Organization for Standardization) अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन द्वारा सोने की शुद्धता पहचानने के लिए हॉल मार्क दिए जाते हैं।
24 कैरेट सोने के आभूषण पर 999, 23 कैरेट पर 958, 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 कैरेट पर 750 लिखा होता है।
ज्यादातार सोना 22 कैरेट में बिकता है, वहीं कुछ लोग 18 कैरेट का इस्तेमाल भी करते हैं। कैरेट 24 से ज्यादा नहीं होता, और जितना ज्यादा कैरेट होगा, सोना उतना ही शुद्ध होगा।
सोना का महत्व
सोना ऐसी धातु है जिसकी खरीदारी शादी-ब्याह, सगाई और गिफ्ट देने से लेकर छोटे और बड़े मौके के लिए लोग अपने सामार्थ्य के अनुसार खरीदते हैं। सोना खरीदने की इच्छा हर किसी के मन में होती है।
खासकर महिलाएं किसी भी मौके पर सोना खरीदने के लिए तैयार रहती हैं। क्योंकि स्पेशल मौके से लेकर आम दिनों में भी महिलाएं सोना पहनती हैं।
हिंदू धर्म में भी सोने का खास महत्व होता है क्योंकि सोना-चांदी जैसे धातु को कुबेर का भंडार कहा जाता है।
भूलकर भी घर ना लाएं इस दिन सोना
कभी भी शनिवार के दिन सोना नहीं खरीदना चाहिए। क्योंकि सोना सूर्य का कारक होता है और शनिवार शनि देव का दिन होता है।
सूर्य और शनि शत्रु ग्रह होते हैं। इसलिए शनिवार के दिन सोना खरीदने वाले जातक पर शनि पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
कैसे करें 22 और 24 कैरेट सोने में अंतर
24 कैरेट गोल्ड 99.9 प्रतिशत शुद्ध होता है और 22 कैरेट लगभग 91 प्रतिशत शुद्ध होता है। 22 कैरेट गोल्ड में 9% अन्य धातु जैसे तांबा, चांदी, जिंक मिलाकर जेवर तैयार किया जाता है।
जबकि 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है, बता दें कि 24 कैरेट सोने के आभूषण नहीं बनाए जा सकते। इसलिए ज्यादात्तर दुकानदार 22 कैरेट में सोना बेचते हैं।
सोना खरीदने का शुभ दिन
सोने की खरीदारी करने का सबसे शुभ दिन अक्षय तृतीया और धनतेरस होता है। इस दिन सोना खरीदने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है,
और ऐसा कहा जाता है इस दिन खरीदी गई चीजों पर कई गुणा वृद्धि होती है।
इसके अलावा आप अन्य समय में सोना खरीदना चाहते हैं तो आप सप्ताह के रविवार और गुरुवार के दिन सोना खरीद सकते हैं।
ज्योतिष में ये दोनों ही दिन सोना खरीदने के लिए शुभ बताए गए हैं।
सप्ताह के इन दिनों में सोना खरदीने पर मां लक्ष्मी के साथ भगवान सूर्य की भी कृपा प्राप्त होती है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
सोना खरीदते समय इन चार बातों को रखें ध्यान, वरना होगा भारी नुकसान
लोग सोना खरीदते हैं, लेकिन खरीदारी से पहले कई बार कुछ बातों का ध्यान नहीं देते, जिसकी वजह से उन्हें परेशानी होती है।
ऐसे में अगर आप सोने के गहनों की खरीदारी का मन बना ही चुके हैं, तो इन पांच बातों पर जरूर ध्यान दें।
सोने की शुद्धता
वैसे तो हर दुकानदार अपने बेचे गए गहने को मार्केट में चल रहे रेट के अनुसार वापस लेने का दावा करता है।
लेकिन अगर आप उसके पास जाएंगे तो जरूरी नहीं कि दावे के अनुरूप ही मुनाफा मिले और सोना वाकई उतना शुद्ध हो जितना कि उसने दावा किया था।
ऐसे में सोने के लिए हॉलमार्क को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शुद्धता का पैमाना माना जाता है जिसमें यह गारंटी होती है कि सोना शुद्ध है।
हॉलमार्क
भारतीय मानक ब्यूरो यानी बीआईएस का हॉलमार्क सोने की शुद्धता सुनिश्चित करता है।
यही वजह है कि हॉलमार्क वाले आभूषण खरीदारी के लिहाज से सबसे सुरक्षित मान जाते हैं।
कई बार हॉलमार्क के गहनों की कीमत भी अलग-अलग दुकानों पर अलग-अलग हो सकती है।
इसलिए कई जगहों पर जानकारी लेकर उपयुक्त जगह से ही हॉलमार्क सोना खरीदें। सोना 18 कैरेट और उससे कम,
22 कैरेट और 24 कैरेट जैसे शुद्धता के विभिन्न वेरिएंट में आता है। हॉलमार्क वाली ज्वैलरी खरीदना बेहतर है ताकि आप शुद्धता को लेकर सुनिश्चित रहें।
वजन चेक करना
जब भी सोना खरीदें तो उसका वजन चेक जरूर करें। सोना किराने के सामान जैसा नहीं है। यह बहुत महंगा हो गया है और इसकी लागत बहुत अधिक है। सोना खरीदने से पहले पर्याप्त रिसर्च कर लें।
मेकिंग चार्जेस पर मोलभाव
मेकिंग चार्ज अलग-अलग गहनों के मुताबिक अलग-अलग होता है जिसे ज्वेलर्स सोने के गहने बनाने के मेहनताने के रूप में लेते है।
ऐसे में ज्वेलरी खरीदते वक्त अलग-अलग जगहों के मेकिंग चार्ज की जानकारी जरूर ले। जिससे आपके गहने की कीमत में कम से कम मेकिंग चार्ज हो और सोना या मेटल अधिक हो।
जब भी आप गहने बेचेंगे, मेकिंग चार्ज की कीमत का नुकसान तो होगा ही क्योंकि बेचते वक्त तो आपको सोने की कीमत ही मिलेगी।
ऐसे में कम से कम मेकिंग चार्ज वाली खरीदारी ही फायदे का सौदा है।
सोने की ज्वेलरी खरीदते वक्त मेकिंग चार्जेज जानना बेहद जरूरी है। सौदेबाजी करना और मेकिंग चार्ज को कम करना और भी जरूरी है।
ज्वेलरी के मेकिंग चार्जेस पर आपको मोलभाव करना चाहिए। याद रखें ये शुल्क गहनों की लागत का 30 प्रतिशत तक हो सकते हैं। आप इन्हें कम करने के लिए मोलभाव जरूर करें।
बिल लेना न भूलें
सोना जब भी खरीदें तो उसका बिल जरूर लें। आप अगर कुछ वर्षों के बाद उसी सोने को लाभ पर बेचते हैं, तो आपको कैपिटल गैन टैक्स की गणना के लिए खरीदारी का मूल्य पता होना चाहिए। इसके लिए बिल प्रूफ का काम करेगा।
ज्वेलर की तरफ दिए जाने वाले बिल में आपके खरीदे गए सोने या चांदी के जेवर की शुद्धता के अलावा उसका रेट और वजन का विवरण होता है।
आपके पास आभूषणों का बिल नहीं होगा तो सुनार आपसे मनमाने भाव पर सोना खरीदने की कोशिश करेगा। इससे आपको नुकसान होगा।