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today gold price 24nd September 2022: सोने के दाम में स्थिरता, जानिए क्या हैं आज सोने का भाव?

today gold price 24nd September 2022

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में नरमी के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोना 139 रुपये की गिरावट के साथ 50,326 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी।

 

 

पिछले कारोबारी सत्र में पीली धातु 50,465 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुई थी। सोने की तरह चांदी भी 363 रुपये की गिरावट के साथ 58,366 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।

पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 58,729 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,665 डॉलर प्रति औंस पर रहा जबकि चांदी 19.50 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर थी।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की तरफ से नीतिगत दर में वृद्धि करने से मंदी को लेकर चिंता गहराने के बावजूद सोना नीचे आ गया।’’

मंदी की स्थिति में आम तौर पर सोने को सुरक्षित निवेश माना जाता रहा है।

 मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 22 कैरेट सोने के दाम  47,380 रुपए प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोने के दाम 49,750 रुपये प्रति 10 ग्राम हैं। 

 

 

सोने के दाम

 

राजधानी भोपाल के सराफा बाजार में कल यानी शुक्रवार को (22K Gold) 22 कैरेट सोना 46,580 रुपये प्रति 10 ग्राम बिका,  जबकि (24K Gold) 24 कैरेट सोना कल  48,910 रुपये प्रति 10 ग्राम बिका। 

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चांदी के दाम भी बढ़े


बैंक बाजार डॉट काम के अनुसार यदि बात करें चांदी कि तो जो चांदी भोपाल के सराफा बाजार में शनिवार को 62,400 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही थी, जबकि आज  63,200 के दाम पर बिकेगी। 

सोने का रेट मिस्ड कॉल से जानें

 

 

गौरतलब है कि आप इन रेट्स को आसानी से घर बैठे पता लगा सकते हैं।  इसके लिए आपको सिर्फ इस नंबर 8955664433 पर मिस्ड कॉल देना है और आपके फोन पर मैसेज आ जाएगा, जिसमें आप लेटेस्ट रेट्स चेक कर सकते हैं। 

कैसे पहचाने सोने की शुद्धता

(International Organization for Standardization) अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन द्वारा सोने की शुद्धता पहचानने के लिए हॉल मार्क दिए जाते हैं।  

24 कैरेट सोने के आभूषण पर 999, 23 कैरेट पर 958, 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 कैरेट पर 750 लिखा होता है।

ज्यादातार सोना 22 कैरेट में बिकता है, वहीं कुछ लोग 18 कैरेट का इस्तेमाल भी करते हैं। कैरेट 24 से ज्यादा नहीं होता, और जितना ज्यादा कैरेट होगा, सोना उतना ही शुद्ध होगा। 

सोना का महत्व


सोना ऐसी धातु है जिसकी खरीदारी शादी-ब्याह, सगाई और गिफ्ट देने से लेकर छोटे और बड़े मौके के लिए लोग अपने सामार्थ्य के अनुसार खरीदते हैं। सोना खरीदने की इच्छा हर किसी के मन में होती है।

खासकर महिलाएं किसी भी मौके पर सोना खरीदने के लिए तैयार रहती हैं। क्योंकि स्पेशल मौके से लेकर आम दिनों में भी महिलाएं सोना पहनती हैं।

हिंदू धर्म में भी सोने का खास महत्व होता है क्योंकि सोना-चांदी जैसे धातु को कुबेर का भंडार कहा जाता है।

भूलकर भी घर ना लाएं इस दिन सोना

कभी भी शनिवार के दिन सोना नहीं खरीदना चाहिए। क्योंकि सोना सूर्य का कारक होता है और शनिवार शनि देव का दिन होता है।

सूर्य और शनि शत्रु ग्रह होते हैं। इसलिए शनिवार के दिन सोना खरीदने वाले जातक पर शनि पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

कैसे करें 22 और 24 कैरेट सोने में अंतर

24 कैरेट गोल्ड 99.9 प्रतिशत शुद्ध होता है और 22 कैरेट लगभग 91 प्रतिशत शुद्ध होता है।  22 कैरेट गोल्ड में 9% अन्य धातु जैसे तांबा, चांदी, जिंक मिलाकर जेवर तैयार किया जाता है।

  जबकि 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है, बता दें कि 24 कैरेट सोने के आभूषण नहीं बनाए जा सकते।  इसलिए ज्यादात्तर दुकानदार 22 कैरेट में सोना बेचते हैं। 

सोना खरीदने का शुभ दिन


सोने की खरीदारी करने का सबसे शुभ दिन अक्षय तृतीया और धनतेरस होता है। इस दिन सोना खरीदने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है,

और ऐसा कहा जाता है इस दिन खरीदी गई चीजों पर कई गुणा वृद्धि होती है।

इसके अलावा आप अन्य समय में सोना खरीदना चाहते हैं तो आप सप्ताह के रविवार और गुरुवार के दिन सोना खरीद सकते हैं।

ज्योतिष में ये दोनों ही दिन सोना खरीदने के लिए शुभ बताए गए हैं।

सप्ताह के इन दिनों में सोना खरदीने पर मां लक्ष्मी के साथ भगवान सूर्य की भी कृपा प्राप्त होती है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

सोना खरीदते समय इन चार बातों को रखें ध्यान, वरना होगा भारी नुकसान

लोग सोना खरीदते हैं, लेकिन खरीदारी से पहले कई बार कुछ बातों का ध्यान नहीं देते, जिसकी वजह से उन्हें परेशानी होती है।

ऐसे में अगर आप सोने के गहनों की खरीदारी का मन बना ही चुके हैं, तो इन पांच बातों पर जरूर ध्यान दें।

सोने की शुद्धता

वैसे तो हर दुकानदार अपने बेचे गए गहने को मार्केट में चल रहे रेट के अनुसार वापस लेने का दावा करता है।

लेकिन अगर आप उसके पास जाएंगे तो जरूरी नहीं कि दावे के अनुरूप ही मुनाफा मिले और सोना वाकई उतना शुद्ध हो जितना कि उसने दावा किया था।

ऐसे में सोने के लिए हॉलमार्क को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शुद्धता का पैमाना माना जाता है जिसमें यह गारंटी होती है कि सोना शुद्ध है।

हॉलमार्क

भारतीय मानक ब्यूरो यानी बीआईएस का हॉलमार्क सोने की शुद्धता सुनिश्चित करता है।

यही वजह है कि हॉलमार्क वाले आभूषण खरीदारी के लिहाज से सबसे सुरक्षित मान जाते हैं।

कई बार हॉलमार्क के गहनों की कीमत भी अलग-अलग दुकानों पर अलग-अलग हो सकती है।

इसलिए कई जगहों पर जानकारी लेकर उपयुक्त जगह से ही हॉलमार्क सोना खरीदें। सोना 18 कैरेट और उससे कम,

22 कैरेट और 24 कैरेट जैसे शुद्धता के विभिन्न वेरिएंट में आता है। हॉलमार्क वाली ज्वैलरी खरीदना बेहतर है ताकि आप शुद्धता को लेकर सुनिश्चित रहें। 

वजन चेक करना

जब भी सोना खरीदें तो उसका वजन चेक जरूर करें। सोना किराने के सामान जैसा नहीं है। यह बहुत महंगा हो गया है और इसकी लागत बहुत अधिक है। सोना खरीदने से पहले पर्याप्त रिसर्च कर लें। 

मेकिंग चार्जेस पर मोलभाव

मेकिंग चार्ज अलग-अलग गहनों के मुताबिक अलग-अलग होता है जिसे ज्वेलर्स सोने के गहने बनाने के मेहनताने के रूप में लेते है।

ऐसे में ज्वेलरी खरीदते वक्त अलग-अलग जगहों के मेकिंग चार्ज की जानकारी जरूर ले। जिससे आपके गहने की कीमत में कम से कम मेकिंग चार्ज हो और सोना या मेटल अधिक हो।

जब भी आप गहने बेचेंगे, मेकिंग चार्ज की कीमत का नुकसान तो होगा ही क्योंकि बेचते वक्त तो आपको सोने की कीमत ही मिलेगी।

ऐसे में कम से कम मेकिंग चार्ज वाली खरीदारी ही फायदे का सौदा है।

सोने की ज्वेलरी खरीदते वक्त मेकिंग चार्जेज जानना बेहद जरूरी है। सौदेबाजी करना और मेकिंग चार्ज को कम करना और भी जरूरी है।

 ज्वेलरी के मेकिंग चार्जेस पर आपको मोलभाव करना चाहिए। याद रखें ये शुल्क गहनों की लागत का 30 प्रतिशत तक हो सकते हैं। आप इन्हें कम करने के लिए मोलभाव जरूर करें। 

बिल लेना न भूलें

सोना जब भी खरीदें तो उसका बिल जरूर लें। आप अगर कुछ वर्षों के बाद उसी सोने को लाभ पर बेचते हैं, तो आपको कैपिटल गैन टैक्स की गणना के लिए खरीदारी का मूल्य पता होना चाहिए। इसके लिए बिल प्रूफ का काम करेगा। 

ज्वेलर की तरफ दिए जाने वाले बिल में आपके खरीदे गए सोने या चांदी के जेवर की शुद्धता के अलावा उसका रेट और वजन का विवरण होता है। 

आपके पास आभूषणों का बिल नहीं होगा तो सुनार आपसे मनमाने भाव पर सोना खरीदने की कोशिश करेगा. इससे आपको नुकसान होगा। 

ख़बरदार...होशियार! होश में आयें हिन्दू धर्म के लोग, विधर्मियों से न खरीदें व्रत व पूजा पाठ की सामग्री

अखिल भारतीय संत समिति के महासचिव स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने वाराणसी में गुरुवार को कहा कि सनातन हिंदू धर्म के लोग व्रत और पूजा की सामग्री विधर्मियों से न खरीदें। उन्होंने कहा कि पितृ पक्ष के संपन्न होते ही हमारे तीज-त्योहारों का सिलसिला शुरू हो जाएगा।

अकसर वीडियो सामने आते रहते हैं कि फल और अन्य सामग्रियां बेचने वाले विधर्मी उन पर थूकते हुए या गंदा पानी फेकते नजर आ जाते हैं।

इसलिए सनातन हिंदू धर्म के अनुयायी खुद की पवित्रता को बचाए रखने के लिए व्रत और पूजा की सामग्री विधर्मियों से न खरीदें। अखिल भारतीय संत समिति यह अपील करती है कि दूध, फल, वस्त्र या पूजा से जुड़ी अन्य सामग्रियां सिर्फ सनातन हिंदू धर्म के अनुयायियों से ही खरीदी जाए।

मदरसों और वक्फ संपत्ति के सर्वे का स्वागत

स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि मदरसों और वक्फ संपत्ति के सर्वे के निर्णय का स्वागत करते हुए अखिल भारतीय संत समिति उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देती है। प्रश्न यह उठता है कि जब देश का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ था।

मुसलमानों ने यह कहा था कि हम हिंदुओं के साथ नहीं रह सकते हैं। इसी आधार पर भारत माता के दो टुकड़े किए गए। फिर, हिंदुस्तान में वक्फ के नाम पर किस प्रकार की संपत्ति बच गई। हम भारत सरकार से यह मांग करते हैं कि वक्फ एक्ट 1995 को तत्काल रद्द किया जाए।

साथ ही ऐसी संपत्तियां जो वक्फ के नाम से दर्ज हैं उनकी जांच हो कि उन्हें आखिरकार किसने और कब दान दिया था। हिंदुस्तान में 16 लाख एकड़ से ज्यादा जमीन वक्फ के नाम पर दर्ज है। यह भी गजवा-ए-हिंद का एक पार्ट है। इसलिए वक्फ एक्ट को तत्काल रद्द किया जाना चाहिए।

डांडिया और गरबा नृत्य के दौरान सतर्क रहें

स्वामी  जितेंद्रांनद सरस्वती ने कहा कि आगामी नवरात्रि के दिनों में गरबा नृत्य और डांडिया का आयोजन होता है। बीते सालों में देखने में आया है कि विधर्मी अपनी पहचान छुपा कर हाथ में कलाबा बांध कर डांडिया और गरबा समूहों में घुस कर लव जिहाद का प्रयास करते हैं।

ऐसी परिस्थितियों में हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम सनातन हिंदू धर्म के लोग स्त्री स्वाभिमान की रक्षा करें। अखिल भारतीय संत समिति गरबा और डांडिया आयोजित करने वालों से अपील करती हैं कि वह सतर्क होकर आयोजन कराएं।

चेक कराएं कि कोई विधर्मी गरबा या डांडिया में तो शामिल नहीं हुआ है। साथ ही हम विधर्मियों को चेतावनी भी देते हैं कि वो ऐसा कोई काम न करें कि उनके साथ कोई दुर्घटना हो।

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