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LIC निवेशकों की उड़ी नींद, एक साल में डूबे करोड़ों रुपए, लोगों को लगा तगड़ा झटका

LIC निवेशकों की उड़ी नींद, एक साल में डूबे करोड़ों रुपए, लोगों को लगा तगड़ा झटका

देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के शेयरों की स्टॉक मार्केट लिस्टिंग को एक साल पूरा हो चुका है। इसके बादशाह कंपनी LIC के शेयरों की मार्केट में गिरावट देखी गई है। एलआईसी के आईपीओ (IPO) के शेयरों का इश्यू प्राइस 949 रुपये निर्धारित किया गया था,

लेकिन इनकी लिस्टिंग 9 फीसदी गिरावट के साथ 867.20 रुपये पर हुई थी। इसके कारण निवेशकों को एक साल में नुकसान हुआ है और वे 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा डूब चुके हैं।

एलआईसी के इश्यू प्राइस से 40 फीसदी नीचे चल रहे शेयरों की मार्केट में दिखी गिरावट ने बीमा कंपनी के निवेशकों को धक्का दिया है। यहां तक कि उनकी संपत्ति भी डूब चुकी है। इसके साथ ही, इंश्योरेंस सेक्टर में अच्छा परफॉरमेंस नहीं दिखा रहा है, और कई अन्य बीमा कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट आई है। एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड की शेयरों में भी गिरावट देखी गई है।

एलआईसी के शेयरों की गिरावट का प्रमुख कारण अंतरिम बाजार में मंदी और इंश्योरेंस सेक्टर में निवेशकों की दिलचस्पी कम होना है। निवेशक ऐसे इश्यू में रुचि खो देते हैं जो कीमत से नीचे खुलता है और कुछ समय तक स्थिर रहता है। इसलिए, शेयरों में गिरावट के दौर में बिकवाली का दबाव बढ़ता है।

एक साल पहले, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की सबसे बड़ी बीमा कंपनी के शेयरों की स्टॉक मार्केट लिस्टिंग की गई थी। शेयरों का इश्यू प्राइस 949 रुपये था, लेकिन लिस्टिंग के समय 9 फीसदी की गिरावट के साथ शेयरों की कीमत 867.20 रुपये पर पहुंची थी। इसके बाद से, शेयरों की कीमत में और गिरावट हुई है और निवेशकों को नुकसान हुआ है। लिस्टिंग के बाद से, शेयरों की कीमत में 299.3 रुपये की गिरावट हुई है।

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यह नुकसान निवेशकों के साथ ही कंपनी की मार्केट कैपिटलाइजेशन पर भी असर डाला है। LIC की मार्केट कैपिटलाइजेशन 3.59 लाख करोड़ रुपये तक घट गई है। इस अवधि में अन्य बीमा कंपनियों में भी गिरावट देखी गई है।

बीमा कंपनी LIC Housing Finance Ltd के शेयरों में भी गिरावट देखी गई है। इसकी कीमत में 6.83 फीसदी की गिरावट हुई है।

इंश्योरेंस सेक्टर पिछले एक साल में काफी सुस्त रहा है और कई बीमा कंपनियों को अच्छा परफॉरमेंस नहीं मिला है।

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