क्या White, black, gray... रंग की कार एक्सिडेंट करती है, आनंद महिंद्रा ने कहा- कुछ भी?

कार की कलर की दुर्घटनाग्रस्त की World of Statistics की रिपोर्ट को महिंद्रा ग्रुप के चेयरमेन आनंद महिंद्रा ने इसे पूर्ण रूप से झूठ बताई है।
भारत में त्यौहारों का सीजन शुरू हो चुका है ऐसे में अधिकतर लोग नई कार लेने की सोचते है।
लेकिन कार लेने से पहले ग्राहकों को रंग चुनने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
सफेद रंग कार में सबसे ज्यादा बिकने वाला कलर है और इसके बाद ही ग्राहक कोई दूसर कलर चूज करता है।
काले रंग की कार को लेकर यूर्जस का मानना है कि यह दुर्घटना का प्रतीक है।
अगर काले रंग की कार हमने ले भी ली तो भी कभी न कभी हमारा भी एक्सीडेंट हो जाएगा।
तो इसके पीछे राज क्या है।
What??
— anand mahindra (@anandmahindra) October 13, 2022
Made me think of:
“The origin of the phrase "Lies, damned lies, and statistics" is unclear, but Mark Twain attributed it to Benjamin Disraeli
It’s a phrase describing the persuasive power of statistics to bolster weak arguments”
Or as we would say in Hindi: Kuch bhi? https://t.co/FR6WjoK5Mv
World of Statistics ने अपने ट्विटर हैंडल की एक रिपोर्ट के मुताबिक काले रंग का कार लेने में 47 प्रतिशत से अधिक क्रैश होने का खतरा होता है।
जबकि ग्रे रंग का बताया जाए तो 11प्रतिशत का खतरा रहता और जबकि सिल्वर में सिर्फ 10 प्रतिशता का ही खतरा बना रहता है।
और blue और green में सिर्फ 7-7 फीसदी तक ही नुकसान बना रहता है।
इस बात की जानकारी पूर्ण रूप से World of Statistics ने अपने ट्विटर हैंडल से साझा की है।
सबसे ज्यादा बिकने वाला कलर सफेद को सबसे कम क्रैश होने वाला बताया गया है और इसके बाद येलो, ऑरेंज और गोल्ड को अंकित किया गया हैं।
कार की कलर की दुर्घटनाग्रस्त की World of Statistics की रिपोर्ट को महिंद्रा ग्रुप के चेयरमेन आनंद महिंद्रा ने इसे पूर्ण रूप से झूठ बताई है।
महिंद्रा ने औपचारिक तौर से इस स्टेटमेंट को झूठा बताया और कहा कि यह सब झूठ है? किसी के कहने पर विश्वास नहीं किया जा सकता है।
हां, लेकिन भारत में सफेद रंग की कार सबसे ज्यादा बिकती है और हल्के रंग की कारों पर लोग सबसे ज्यादा विश्वास करते है।
यह अनुमान लगभग 10 में से 4 लोगों में देखा गया है। और भारत में 40 प्रतिशत कारे सफेद रंग की बिकती है।