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बिहार में 350 ट्रेनें और 20 जिलों में इंटरनेट सेवा आज भी बंद, फेसबुक, व्हाट्सएप समेत 22 ऐप पर मैसेज-फोटो-वीडियो बैन

 बिहार में 350 ट्रेनें और 20 जिलों में इंटरनेट सेवा आज भी बंद, फेसबुक, व्हाट्सएप समेत 22 ऐप पर मैसेज-फोटो-वीडियो बैन

अग्निपथ योजना के विरोध में उपद्रव, धरना-प्रदर्शन और आगजनी की वजह से पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार से खुलने और पहुंचने वाली ट्रेनों का परिचालन रविवार को दिनभर बाधित रहा। ट्रेनें न चलने से यात्रियों को चौथे दिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। वहीं, आरंभिक जानकारी के अनुसार, रविवार की तरह सोमवार को भी लगभग साढ़े तीन सौ ट्रेन रद्द रहेंगी। देर रात तक ट्रेनों की सूची तैयार की जा रही थी। उधर, अग्निपथ योजना के बाद हिंसा की घटनाओं को देखते हुए राज्य में इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी का दायरा बढ़ता जा रहा है।

गया और मधुबनी के बाद रविवार को इसमें जहानाबाद, खगड़िया और शेखपुरा जिलों को भी जोड़ दिया गया। अब राज्य के कुल 20 जिलों में सोशल नेटवर्किंग साइट पर रोक लगा दी गई है। वहीं जिन जिलों में पहले से इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगाई गई थी, उसे भी 24 घंटे के लिए रविवार को बढ़ा दिया गया।

गौरतलब है कि रविवार को पूर्व मध्य रेल से खुलने और गुजरने वाली 362 ट्रेनें रद्द रहीं, जबकि दो ट्रेनों का आंशिक समापन किया गया। खुसरूपुर में मालगाड़ी के इंजन के सामने रविवार को कुछ लोगों ने प्रदर्शन किया। आधे घंटे तक प्रदर्शन के बाद स्टेशन पर तैनात अधिकारियों के समझाने पर वे चले गये। सोमवार को भारत बंद की स्थिति को देखते हुए रेलवे ने दर्जनों ट्रेनों को रद्द रखने का निर्णय लिया है।

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आरंभिक जानकारी के अनुसार रविवार की तरह लगभग साढ़े तीन सौ ट्रेनें सोमवार को भी रद्द रहेंगी। देर रात तक ट्रेनों की सूची तैयार की जा रही थी। आरपीएफ, जीआरपी व स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर जगह-जगह स्टेशनों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं। सादी वर्दी में पुलिस की तैनाती है।

कई रेल अधिकारी सुरक्षा रणनीति के लिये पटना पहुंचे


रेलवे के कई जोनों से आला अधिकारी सुरक्षा रणनीति बनाने के लिये पटना व आसपास के स्टेशनों पर नियुक्त किये गये हैं। रेलवे लोगों से अपील कर कहा है कि देश की जीवन रेखा भारतीय रेल को चलायमान बनाए रखने में सहयोग करें एवं यह राष्ट्रीय संपत्ति है, कृपया इसे नुकसान न पहुंचाएं। रविवार को पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह और डीआरएम प्रभात कुमार पटना पहुंचे। रेलवे की ओर से कई यात्रियों को जनता खाना और पानी की बोतलें नि:शुल्क दी गईं।

रात आठ बजे से सुबह चार बजे तक ट्रेन चलाने का निर्णय


रविवार रात आठ बजे से सोमवार सुबह चार बजे तक पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार से गुजरने/पहुंचने वाली ट्रेनों का परिचालन किया गया। इन ट्रेनों में भारी संख्या में आरपीएफ, आरपीएसएफ और जीआरपी के जवानों की तैनाती की गई है।

दिन में चार ट्रेनों से गुवाहाटी और भागलपुर भेजे गये यात्री


रविवार को विभिन्न स्टेशनों से खुली और पटना पहुंची चार ट्रेनों ने यात्रियों को भारी राहत दी। पटना जंक्शन पर पिछले 36 घंटे से फंसे यात्रियों को अलग-अलग स्टेशनों के लिये भेजा गया। दो ट्रेनें सैंकड़ों यात्रियों को लेकर भागलपुर गईं, जबकि दो ट्रेनों में गुवाहाटी तक या उस रूट में यात्रियों को भेजा गया। इससे पहले सुबह में विभूति एक्सप्रेस को पकड़कर भी दर्जनों यात्री हावड़ा की ओर गये। दिन में सूरत भागलपुर, एलटीटीई-भागलपुर, लोकमान्य तिलक टर्मिनल-गुवाहाटी, ओखा-गुवाहाटी एक्सप्रेस को विशेष इंतजाम कर पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर लाया गया था। स्टेशन निदेशक डॉ. नीलेश कुमार ने बताया कि यात्रियों को खाना पानी मुहैया कराया गया।

आठ स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं


फंसे यात्रियों की मदद के लिये झाझा, धनबाद एवं पं. दीन दयाल उपाध्याय से 8 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। इनमें पं. दीन दयाल उपाध्याय से पुणे, वास्को-डी-गामा, बेंगलुरु एवं पूर्णा जं. के लिए रविवार को रात में जबकि सिकंदराबाद के लिए 20 जून को सुबह एक-एक स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया जायेगा। रविवार को झाझा से शालिमार के लिए एवं धनबाद से हटिया के लिए एक-एक स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं।

कैंसिलेशन चार्ज नहीं लिया जा रहा: सीपीआरओ


सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि ट्रेनें कैंसिल होने से विभिन्न स्टेशनों पर फंसे यात्रियों को भोजन, पानी एवं चिकित्सा सुविधा दी जा रही है। महिला, बच्चे एवं वरिष्ठ नागरिकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पटना जं. पर फंसे यात्रियों के बीच रविवार को खाने के पैकेट का वितरण किया गया। यात्रियों को प्राथमिकता के आधार पर टिकट की वापसी सुनिश्चित की जा रही है। कैंसिलेशन चार्ज नहीं लिया जा रहा है।

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