Bhairavashtami mahotsav 2022 : आज वाराणसी में प्रतिस्थापित होगी बाबा काल भैरव की 100 फीट ऊंची प्रतिमा, चेन्नई से बनकर पहुंची बनारस
Bhairavashtami Festival
, bhairavaashtamee mahotsav
kalashtami 2022 dates
kalashtami 2022 in hindi
kalashtami june 2022
kala bhairava ashtami 2022 tamil
kalashtami october 2022
kalashtami august 2022
kalashtami july 2022
bhairav ashtami 2022 march
Kaal Bhairav Jayanti 2022 | Bhairava Ashtami
Kala Ashtami kab hai? | Kalashtami Vrat Dates in 2022
Bhairavashtami (Kalashtami) - 2022 Puja Time
बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में भक्तों को पहली बार 100 फीट के काल भैरव की प्रतिमा के दर्शन होंगे। दक्षिण भारत के चेन्नई से आज यह प्रतिमा बनारस पहुंचेगी । 7 नवंबर यानि की आज नरिया स्थित रामनाथ चौधरी शोध संस्थान के प्रांगण में स्थापित किया जाएगा।
बता दें कि, प्रतिमा को 20-20 फीट के 5 भागों में सड़क मार्ग से वाराणसी लाया गया। इसके बाद सभी भागों को जोड़कर खड़ा किया गया । इसके बाद वाराणसी के लोगों को 8 दिवसीय भैरवाष्टमी महोत्सव के दौरान शहर के नरिया स्थित पूजा स्थल पर प्रतिमा के दर्शन होंगे। बता दें कि, महोत्सव 9 से 16 नवंबर तक चलेगा।
तमिलनाडु के कृष्णा गिरी पीठ के पीठाधीश्वर डॉ. बसंत विजय महाराज ने रविवार को नरिया स्थित शोध संस्थान में प्रेसवार्ता में बताया कि काशी के कोतवाल की नगरी में भैरवाष्टमी के दिन काशीवासी एक लाख आठ हजार कामना पूरक भैरव मूर्तियों का पूजन करेंगे।
निर्माण नौ नवंबर से गंगा की मिट्टी से आरंभ होगा। जिसमें प्रत्येक दिन 13 हजार 500 भैरव की प्रतिमाएं निर्मित होंगी। इसके बाद 16 नवंबर को महोत्सव के अंतिम दिन 1 लाख 8 हजार भैरव का एक लाख आठ हजार दीपक, नेवैद्य व फूलों से पूजन किया जाएगा। महोत्सव की खास बात ये है कि, पहली बार भैरवाष्टमी पर वाराणसी के लोग भैरव दीपावली मनाएंगे।
कई देशों के श्रद्धालु होंगे महोत्सव में शामिल
डॉ. बसंत विजय महाराज के मुताबिक, पूजा स्थल पर यज्ञ रक्षा के लिए 8 दिशाओं में 9-9 फीट के भैरव स्थापित किए जाएंगे। मंच पर 11 फीट के भैरव व भैरवी को गोद में लेकर और बटुक भैरव की प्रतिमा विराजित होगी।
इसके बाद महोत्सव के अंतिम दिन 16 नवंबर को पूजन के बाद प्रतिमा को वाराणसी में ही विसर्जित कर दिया जाएगा। वहीं 1 लाख 8 हजार भैरव कृष्णगिरी मठ में स्थापित किए जाएंगे। महोत्सव के तहत होने वाले अनुष्ठान में 9 कुंड में चिदंबरम नटराज मंदिर के 30 पुजारी हवन करेंगे। महोत्सव में शामिल होने 20 देशों व 25 राज्यों से 2 हजार से अधिक श्रद्धालु आएंगे।
भैरव तंत्रोक्त के अनुसार यज्ञ स्थल पर आठ दिशाओं में नौ-नौ फीट के अष्ट भैरव स्थापित होंगे और मंच पर स्वर्णाकर्षण भैरव विराजमान होंगे। गृहस्थों के लिए भैरव का शांत और सपत्नीक स्वरूप स्थापित किया जा रहा है। काशीवासियों के लिए आयोजन स्थल पर राजशाही भंडारे का भी प्रबंध किया गया है।
आपको बता दे की हर शाम जाने-माने कलाकार हाजिरी लगाएंगे काशी कोतवाल भैरव उत्सव की पहली संध्या में नौ नवंबर को हर-हर शंभू फेम अभिलिप्सा पंडा, 10 नवंबर को हेमंत बृजवासी, 12 नवंबर को हंसराज रघुवंशी, 14 नवंबर को मैथिली ठाकुर, 15 नवंबर को उस्मान मीर और 16 नवंबर को कैलाश पीयूषा की संगीतमय प्रस्तुतियां होंगी।
11 नवंबर को नाट्य मंचन तथा 13 नवंबर को अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन में हास्य कवि पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा, डॉ. हरिओम पवार, अरूण जैमिनी, शशिकांत यादव, शंभू शिखर व गौरव शर्मा अपनी रचनाएं प्रस्तुत करेंगे।
आज वाराणसी में रूट डायवर्जन, गंगा घाटों की ओर नहीं जाएंगे कोई भी वाहन
श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद ये पहली देव दीपावली है। देव दीपावली के अवसर पर जल, थल और नभ से काशी नगरी की सुरक्षा के इंतजाम किये गये हैं। ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से रूट डायवर्जन भी लागू किया गया है।
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश के अनुसार पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतज़ाम रहेगा। किसी भी तरह के प्राइवेट ड्रोन को उड़ाने पर पूरी तरह ऱोक लगा दी गई है और जिले की सीमा पर भी चौकसी बरती जाएगी। इसके अलावा पर्याप्त संख्या में पुलिस और पीएएसी की तैनाती की गयी है। गंगा नदी में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को मुस्तैद किया गया है।
पर्यटकों की बड़ी संख्या देखते हुए अस्पतालों में बेड रिज़र्व करके चिकित्सकों की टीम को अलर्ट रखा गया है। गंगा में फ्लोटिंग डिवाइडर बनाए जा रहे हैं। नाविकों को निर्धारित पर्यटकों को बैठाने व लाइफ जैकेट पहनने की हिदायत दी गई है। श्रद्धालुओं व पर्यटकों की भारी भीड़ के अनुमान से ट्रैफिक डाइवर्जन व पार्किंग सुनिश्चित कर दिया गया है।
दोपहर बाद से लेकर आधी रात बाद तक गंगा घाटों पर लाखों लोगों का जनसैलाब उमड़ेगा। इसे देखते हुए आज सुबह 11 बजे से रात में पर्व की समाप्ति तक रूट डायवर्जन की व्यवस्था लागू की गई है। रूट डायवर्जन की व्यवस्था के तहत गोदौलिया से मैदागिन तक का इलाका नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है।
इसके साथ ही गंगा घाटों की ओर जाने वाले किसी भी मार्ग पर किसी भी तरह का वाहन नहीं जाएगा। एडीसीपी ट्रैफिक डीके पुरी ने लोगों से अपील की है कि वह रूट डायवर्जन की व्यवस्था का पालन कर यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने में मदद करें।
पुलिस प्रशासन ड्रोन कैमरे के जरिए निगरानी करेगी। कह सकते हैं कि आकाश, जमीन और पानी हर जगह से सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किये गये हैं।
जानें, रूट डायवर्जन की क्या है व्यवस्था
- गोदौलिया से दशाश्वमेध और गोदौलिया से मैदागिन तक का इलाका नो व्हीकल जोन घोषित है।
- चार और तीन पहिया वाहनों को सोनारपुरा से गोदौलिया चौराहा, बेनिया से रामापुरा और रामापुरा से गोदौलिया तक नहीं जाने दिया जाएगा।
- पड़ाव सूजाबाद चौकी से चार पहिया, ऑटो को राजघाट पुल की ओर नहीं जाने दिया जाएगा।
- भदऊं चुंगी से भैंसासुर घाट तक कोई बड़ा वाहन नहीं जाएगा।
- कज्जाकपुरा तिराहा से बड़े वाहन राजघाट की ओर नहीं जाएंगे।
- रवींद्रपुरी स्थित संत कीनाराम आश्रम और शिवाला रोड से कोई भी वाहन अस्सी घाट की तरफ नहीं जाएगा।
- लंका-अस्सी मार्ग पर किसी भी प्रकार के वाहन नहीं चलेंगे।
- ब्रॉडवे होटल तिराहा से किसी भी प्रकार के वाहन को हरिश्चंद्र घाट मार्ग की ओर नहीं जाने दिया जाएगा।
- भेलूपुर क्षेत्र से रेवड़ी तालाब स्थित जय नारायण इंटर कॉलेज से रामापुरा की ओर नो व्हीकल जोन होगा।
- पांडेयपुर स्थित काली माता मंदिर तिराहा से बड़े वाहनों को पांडेयपुर चौराहा की ओर नहीं जाने दिया जाएगा।
- भोजूबीर तिराहा से बड़े वाहनों को अर्दली बाजार से रोकते हुए दैत्रावीर बाबा की तरफ से निकाला जाएगा।
- पुलिस लाइन चौराहा से अर्दली बाजार की ओर वाहन नहीं जाएंगे।
- कज्जाकपुरा स्थित कूड़ा घर से चार और तीन पहिया वाहन गोलगड्डा की तरफ नहीं जाएंगे।
- गोलगड्डा से कोई भी वाहन मैदागिन की तरफ नहीं जाएगा।
- गोदौलिया से चार और तीन पहिया वाहन रामापुरा की तरफ नहीं जाएंगे।
- रामापुरा से चार और तीन पहिया वाहन बेनिया नहीं जाएंगे।
- लकड़ी मंडी तिराहा चौकाघाट से चार और तीन पहिया वाहन जगतगंज की ओर नहीं जाएंगे।
- तेलियाबाग तिराहा और जगतगंज से कोई भी वाहन लहुराबीर की ओर नहीं जाएगा।
- मलदहिया और जयसिंह चौराहे से लहुराबीर चौराहे की तरफ कोई भी वाहन नहीं जाएगा।
- काशिका व पिपलानी तिराहे से कोई भी वाहन मैदागिन चौराहे की तरफ नहीं जाएगा।
- मैदागिन स्थित टाउनहॉल पार्किंग में चार और तीन पहिया वाहनों को खड़ा कराया जाएगा।
बाहरी वाहन शहर के अंदर नहीं आएंगे
- चंदौली, सोनभद्र, मिर्जापुर से शहर में आने वाले वाहनों को राजातालाब से रिंग रोड होकर निकाला जाएगा।
- मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर से शहर में आने वाले वाहन हरहुआ स्थित रिंग रोड, राजातालाब से हाईवे होकर जाएंगे।
- प्रयागराज जाने वाले वाहनों को हाईवे और रिंग रोड से होकर निकाला जाएगा।
- भदोही से आने वाले सभी वाहनों को परमपुर रिंग रोड से होते हुए निकाला जाएगा।
- चंदौली से टेंगरा मोड़ के बीच होकर प्रयागराज, फतेहपुर, कानपुर की तरफ जाने वाले बड़े वाहनों को नारायनपुर, चुनार, मिर्जापुर, नैनी होते हुए भेजा जाएगा।
- चंदवक और चोलापुर के बीच होकर जौनपुर, लखनऊ, प्रयागराज की तरफ जाने वाले वाहनों को चंदवक चौराहे से गोसाईपुर, मोहांव डायवर्ट कर बाबतपुर से जौनपुर भेजा जाएगा।
- जौनपुर की तरफ डायवर्जन के बाद भी यदि कोई भारी वाहन बाबतपुर की तरफ आ जाता है तो उसे पलहीपट्टी, गोसाईपुर होते हुए मोहांव, चंदवक और औड़िहार होकर निकाला जाएगा।
रोडवेज और प्राइवेट बसों का डायवर्जन प्लान
- प्रयागराज और मिर्जापुर की तरफ से शहर में आने वाली रोडवेज / प्राइवेट बस मोहनसराय से गंगापुर होकर अकेलवां होते हुए चांदपुर चौराहा तक आएंगी। बाहर जाने वाले वाहनों को चांदपुर चौराहे से कपसेठी, भदोही, औराई या कछवा रोड होकर निकाला जाएगा।
- सोनभद्र और चंदौली से आने वाली बसें मोहनसराय से गंगापुर होकर अकेलवां होते हुए चांदपुर चौराहे तक आ-जा सकेंगी।
- गाजीपुर और आजमगढ़ की तरफ से आने वाली बसें सांस्कृतिक संकुल भवन में खड़ी होंगी।