NASA का अंतरिक्षयान हुआ रवाना, ऐस्टरॉइड से टकराकर करेगा धरती की रक्षा
धरती को क्षुद्रग्रहों (Asteroids) और अंतरिक्ष (Space News) में मौजूद अन्य बड़े खतरों से बचाने की संभावनाएं तलाशने के लिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने बुधवार को खास मिशन (DART Mission) लॉन्च किया है। इसके तहत एक अंतरिक्ष विमान या स्पेसक्राफ्ट को अंतरिक्ष में भेजा गया है। डीएआरटी स्पेसक्राफ्ट (DART Spacecraft) नामक यह अंतरिक्ष विमान स्पेस में मौजूद डिमॉरफस नामक छोटे चांद से सीधे टकराएगा। इस टक्कर के नतीजों से भविष्य में धरती को बचाने में मदद मिलेगी।
जानकारी के अनुसार नासा का डीएआरटी स्पेसक्राफ्ट डिमॉरफस से 6.6 किलोमीटर प्रति सेकंड या 24 हजार किमी प्रति घंटे की रफ्तार से टकराएगा। दोनों में यह टक्कर 26 सितंबर 2022 से लेकर 1 अक्टूबर 2022 के बीच संभव मानी जा रही है।
यह अंतरिक्ष यान बुधवार को कैलिफोर्निया से डाइमोरफोस ऐस्टरॉइड से टक्कर के लिए रवाना हुआ। यह किसी ऐस्टरॉइड का रास्ता बदलने का पहला प्रयास है। हालांकि डाइमोरफोस ऐस्टरॉइड से धरती को कोई खतरा नहीं है। डार्ट को डबल ऐस्टरॉइड रिडॉयरेक्शन टेस्ट के लिए बनाया गया है। दरअसल, हर दिन रेफ्रिजरेटर से लेकर कार तक के छोटे-बड़े कई ऐस्टरॉइड हमारी धरती की कक्षा में प्रवेश करते हैं। इनमें से अधिकतर वायुमंडल के घर्षण के कारण नष्ट हो जाते हैं। हालांकि, अंतरिक्ष में कई ऐसे ऐस्टरॉइड अब भी मौजूद हैं, जिनसे धरती को खतरा हो सकता है।
अंतरिक्ष यान डिमोर्फोस नामक एक छोटे ऐस्टरॉइड से टकराने जा रहा है। यह एक बड़े ऐस्टरॉइड डिडिमोस की परिक्रमा कर रहा है। डार्ट के टरकाने वाले ऐस्टरॉइड की लंबाई 169 मीटर के आसपास है। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इस टक्कर से ऐस्टरॉइड की दिशा और गति दोनों बदल जाएगी। हालांकि, यह ऐस्टरॉइड हमारी धरती के लिए कोई खतरा नहीं है। अगर यह प्रयोग सफल रहता है तो इससे नासा भविष्य में धरती की तरफ आने वाले खतरनाक ऐस्टरॉइड की दिशा को बदल सकता है।
डॉर्ट अंतरिक्ष यान जिस ऐस्टरॉइड से टकराने वाला है, उसकानाम डिमोर्फोस है। यह हमारे सौर मंडल में घूम रहा धूल से भरा एक अंतरिक्ष चट्टान है। इसकी लंबाई 169 मीटर के आसपास और चौड़ाई आधा मील है। यह ऐस्टरॉइड अपने से बड़े एक दूसरे ऐस्टरॉइड डिडिमोस की परिक्रमा कर रहा है। 2022 के अंत में DART अंतरिक्ष यान स्वायत्त रूप से नेविगेट करने और डिमोर्फोस से टकराने के लिए तैयार होगा। उस समय यह ऐस्टरॉइड पृथ्वी से लगभग 7 मिलियन मील की दूरी पर होगा।