यूक्रेन की तरह ताइवान पर भी होगा हमला! 17 चीनी प्लेन, 3 वॉरशिप फिर सीमा के करीब दिखे

इस बात की आशंका तेज होती जा रही है कि जिस तरह रूस ने यूक्रेन पर हमला किया, ठीक उसी तरह देर-सबेर चीन भी ताइवान पर हमला जरूर करेगा। 17 चीनी फाइटर प्लेन और 3 वॉरशिप ताइवान के करीब देखे गए हैं।

 

चीन लगातार ताइवान के करीब अपने लड़ाकू विमानों और जंगी जहाजों को भेजकर तनाव बढ़ा रहा है। ताइवान ने देश के चारों ओर 17 चीनी सैन्य विमानों और 3 नौसैनिक जहाजों को ट्रैक किया। जिसमें एक ड्रोन भी शामिल है, जो मध्य रेखा को पार कर गया।

 

ताइपे: रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद दुनिया के सामने एक और जंग का खतरा बड़े पैमाने पर सामने आया है। चीन लगातार ताइवान के आसपास अपने लड़ाकू विमानों और जंगी जहाजों को भेजकर तनाव को बढ़ाने का काम कर रहा है।

 

ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (एमएनडी) ने देश के चारों ओर 17 चीनी सैन्य विमानों और तीन नौसैनिक जहाजों को ट्रैक किया जिसमें एक ड्रोन भी शामिल है, जो मध्य रेखा को पार कर गया। शुक्रवार (18 नवंबर) से शनिवार (19 नवंबर) तक चीन के तीन लड़ाकू विमानों ने ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में घुसपैठ की।

ताइवान न्यूज की एक खबर के मुताबिक एमएनडी ने कहा कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स (PLAAF) के 17 सैन्य विमान और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (PLAN) के तीन जहाजों को ताइवान के आसपास ट्रैक किया गया।

विमान में से एक ने मध्य रेखा को पार किया और तीन को एडीआईजेड में ट्रैक किया गया। मध्य रेखा को पार करने वाला विमान CASC रेनबो CH-4 टोही ड्रोन था। ADIZ के दक्षिण-पश्चिम कोने में घुसने वाले लड़ाकू विमानों में तीन की पहचान चेंगदू J-10 फाइटर जेट्स के रूप में की गई।

एमएनडी ने कहा कि उसने चीन के विमानों की घुसपैठ को रोकने के लिए लड़ाकू गश्ती विमानों को रवाना करने, रेडियो चेतावनी जारी करने और वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों को तैनात करने का काम किया।

इस नई घुसपैठ के बाद इस महीने में ताइवान के आसपास ट्रैक किए गए चीनी सैन्य विमानों की कुल संख्या 356 और नौसैनिक जहाजों को संख्या 59 हो गई है।

गौरतलब है कि ताइवान के मुद्दे पर लगातार बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इंडोनेशिया में G-20 शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात की थी।

बाइडन ने इस मौके पर उम्मीद जताई थी कि जिनपिंग से मुलाकात में तनाव के प्रमुख बिंदुओं की पहचान करने में मदद मिलेगी।

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क्या पाकिस्तान में चुनाव होंगे?- इमरान खान का दावा

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का बड़ा दावा। चुनावों को लेकर जनरल बाजवा और राष्ट्रपति अल्वी ने की चर्चा। मौजूदा सरकार पर लगाया गंभीर आरोप।

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने तत्काल और पारदर्शी चुनाव के मुद्दे पर बातचीत के लिए सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से मुलाकात की है।

इससे पहले राष्ट्रपति अल्वी ने कहा कि वह अगले सेना प्रमुख की उच्चस्तरीय नियुक्ति के संबंध में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सलाह के अनुसार निर्णय लेंगे। अल्वी ने कहा कि वह इस बहुप्रतीक्षित प्रक्रिया में अवरोध पैदा नहीं कर सकते है।

जियो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से खबर दी कि खान ने लाहौर में वरिष्ठ पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में दावा किया, जहां उन्होंने अगले सेना प्रमुख की नियुक्ति के बारे में भी बात की। मालूम हो कि जनरल बाजवा 29 नवंबर को सेवानिवृत्त होने वाले हैं।

इमरान खान का बड़ा दावा 

सूत्रों के अनुसार इमरान खान ने कहा, ‘सशस्त्र बलों के प्रमुख की नियुक्ति उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश की तरह होनी चाहिए।’ 

खबर के अनुसार, इमरान खान ने यह भी कहा कि मौजूदा सरकार अपने फायदे के लिए सेना अधिनियम में प्रस्तावित संशोधन कर रही है।

इमरान खान का कहना है कि सेना अधिनियम में प्रस्तावित संशोधन को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी जाएगी। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने लाहौर में जनरल बाजवा से मुलाकात नहीं की है।