Varanasi Ropeway: कैंट स्टेशन पर रखी जायेगी देश के पहले ट्रांसपोर्ट रोपवे की नींव, प्रधानमंत्री रख सकते हैं पहली ईंट
Varanasi Transport Ropeway: संसदीय दौरे पर आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैंट स्टेशन पर प्रस्तावित पहले रोपवे स्टेशन की पहली ईंट रख सकते हैं। इसकी तैयारी में प्रशासनिक अफसर जुटे हैं। कैंट से गोदौलिया के बीच प्रस्तावित रोपवे परियोजना का काम शिलान्यास के ठीक बाद शुरू होगा।
Varanasi Transport Ropeway: कार्यदायी संस्था नेशनल हाईवे लाॅजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। करीब साढ़े चार किलोमीटर लंबे रोपवे रूट से पेयजल, सीवर, टेलीफोन सहित अन्य लाइनें हटाई जा रही हैं। यह काम 15 मार्च तक पूरा हो सकता है।
Varanasi Transport Ropeway: देश के पहले ट्रांसपोर्ट रोपवे की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चैत्र नवरात्र में रख सकते हैं। वाराणसी की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना के शिलान्यास के बाद कैंट रेलवे स्टेशन पर निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।
संसदीय दौरे पर आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैंट स्टेशन पर प्रस्तावित पहले रोपवे स्टेशन की पहली ईंट रख सकते हैं। इसकी तैयारी में प्रशासनिक अफसर जुटे हैं। कैंट से गोदौलिया के बीच प्रस्तावित रोपवे परियोजना का काम शिलान्यास के ठीक बाद शुरू होगा।
कार्यदायी संस्था नेशनल हाईवे लाॅजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। करीब साढ़े चार किलोमीटर लंबे रोपवे रूट से पेयजल, सीवर, टेलीफोन सहित अन्य लाइनें हटाई जा रही हैं। यह काम 15 मार्च तक पूरा हो सकता है।
इसके बाद टाॅवर, स्टेशन सहित अन्य निर्माण के लिए सर्वे शुरू किया जाएगा।
इस परियोजना को तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य है। रोपवे परियोजना यात्रा की अवधि और अंतिम छोर तक संपर्क की कसौटी पर खरी उतरती है तो ऐसा ही नेटवर्क शहर के अन्य हिस्सों में स्थापित किया जाएगा।
इससे शहर के दूसरे हिस्सों से भी लोग काशी विश्वनाथ मंदिर तक आसानी से पहुंच सकेंगे।
रेलवे व बस स्टेशनों को भी जोड़ने की योजना
रोपवे का संचालन सबसे पहले कैंट से काशी विद्यापीठ के बीच होगा। इस रूट का संचालन सफल हुआ तो सभी बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों को इससे जोड़ा जाएगा। दिल्ली मेट्रो का मॉडल अपनाकर शहर के दूसरे हिस्सों में विस्तार किया जाएगा।
वाराणसी कैंट से गोदौलिया तक का सफर लगभग 15 मिनट का होगा। योजना के मुताबिक, प्रति घंटे तीन हजार यात्रियों को रोपवे की केबल कार में सफर करना है।
देश की पहली ट्रांसपोर्ट रोपवे परियोजना के रूट से पेयजल, सीवर सहित अन्य लाइनें हटाई जा रही हैं। यह काम जल्द ही पूरा होगा। परियोजना का काम कैंट स्टेशन से शुरू होगा। - डा. सुनील वर्मा, सचिव, वाराणसी विकास प्राधिकरण