Varanasi News: 28 की रवानगी का जुलूस एवं अली असगर अलैहिस्सलाम की याद में दूध का लंगर व पौसरा जारी किया गया
वाराणसी। स्वास्तिक फरम खुदा की मोहर ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिकंदर सूफी संत के द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सफर की 28 29 30 तारीख को शाम 6:00 बजे से उनके निवास स्थान दोषी पूरा काशी में मातम नोहा व दुआ ख्वानी हुई जिसमें बड़ी तादात में लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई जिसके बाद भगवान श्री कृष्ण व अली असगर अलैहिस्सलाम के दस्तरख्वान के नाम से दूध का लंगर व पौसरा चलाया गया।
सिकंदर सूफी संत ने बताया कि सफर की 28 29 30 तारीख को तीन दिन तक जुलजना व लूटा हुआ काफिला व अली असगर अलैहिस्सलाम के दस्तरख्वान की याद में खाने व दूध का लंगर पौसरा व भंडारा जारी रहता है।
इमामे ज़माना के भेजे हुए ट्रस्ट की जानिब से स्वास्तिक फरम खुदा की मोहर ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिकंदर सूफी संत के शुभ हाथों से जारी सारी रहता है।
सिकंदर सूफी संत ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि हमारे यहां आसपास इलाको व दूर दराज से आए हुए सभी मासूम बच्चे नौजवान बूढ़े व सभी फिरको व समुदाय के लोगों ने आकर दूध पिया।
उन्होंने आगे बताया कि यह सिलसिला अयोध्या के राम और दयाद पुरखों से चला आ रहा है जो आज भी जारी है आगे सिकंदर सूफी संत ने बताया कि यह वही संत फकीर है जिसके पास श्री कृष्ण भगवान का झूला व अली असगर अलैहिस्सलाम का दस्तरख्वान व ताबूते सकीना एवं सनातन धर्म-हरम कल्कि अवतार के शहजादे के घर का सफेद झंडा व अलम का ओरिजिनल अक्स पाया गया है।
इस पूरे कार्यक्रम में दो अंजुमनों ने भाग लिया पहली अंजुमन अजादार हुसैनी दोशीपुरा वाराणसी एवं दूसरी अंजुमन आजाए हुसैनी दोषीपुरा वाराणसी
कार्यक्रम का संचालन अली हसन नोहा खान ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से समीउल्लाह पहलवान ताहिर उस्ताद नक्शे बंद अफसर हुसैन महशर हुसैन सफर हुसैन नौशाद महाराज अली मौलाना काशिद अली मोहम्मद जावेद फुरकान अहमद बेलाल अहमद जमील अख्तर मोहम्मद ओवैस अंसारी अंसार अहमद रामचंद्र मौर्य हजारी सिंह बहादुर प्रसाद शिवलाल राम भारद्वाज जायसवाल रोशन अली इत्यादि लोगों की उपस्थिति रही।