Varanasi News: प्रीमियर बॉयज क्लब के द्वारा नवरात्रि 2024 में पंडाल मे बन रहा है स्वर्वेद मंदिर जाने क्या है इस बार खास 

 

वाराणसी। जैसा कि आप सबको विदित है की पूरे विश्व की आध्यात्मिक चेतना और जागरण का केंद्र काशी है, और इस काशी की आदि अविनाशी सास्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को संरक्षण, विस्तार और प्रसार देने में प्रीमियर बॉयज क्लब पिछले पाँच दशकों से अपने यथासंभव सामर्थ्य और काशीवासियों के सहयोग से अंशदान और योगदान करता रहा है।

काशी की धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को प्रीमियर बॉयज क्लब ने देश और विदेश में आप सभी के विश्वास और समर्थन से नवरात्रि पर विशेष पंडाल स्थापना से सख्याति प्रदान की है।

प्रीमियर बॉयज क्लब से आप पत्रकार बंधुओं का जुड़ाव और लगाव भी सदैव आध्यात्मिक और आत्मीयता पूर्ण रहा है जिस के फलस्वरूप प्रीमियर बॉयज क्लब के पिछले वर्ष के पंडाल को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने देश के सर्वश्रेष्ठ पंडालों में चयनित किया और प्रशस्ति पत्र दे कर काशीवासियों का गौरव बढ़ाया।

काशीवासियों संग पूरे देश को हमसे उम्मीद है और वो प्रतीक्षारत है की इस वर्ष हम पंडाल को किस विश्वस्तरीय संरचना की प्रतिकृति के रूप में पेश कर रहे है।

प्रीमियर बॉयज क्लब की कार्यकारिणी ने इस विषय पर वृहद और व्यापक चर्चा की और स्वर्वेद मंदिर की प्रतिकृति को हमने कार्यकारिणी की सर्वसहमति और लोकतांत्रिक ढंग से चुना।

स्वर्वेद मंदिर की प्रतिकृति ही क्यों

सम्पूर्ण विश्व इस समय कहीं न कहीं अशांति, अराजकता, अन्याय, अमानवीय जैसे समस्याओं से जूझ रहा है और स्थायित्व भरा समाधान ढूंढ रहा है, और इसका समाधान है प्रत्येक व्यक्ति के भीतर आध्यात्मिक ज्ञान और सकारात्मक ऊर्जा का संचार मंदिर विश्व के सबसे बड़े केंद्र में से एक है जहां हजारों की संख्या में व्यक्ति ध्यान योग के माध्यम से स्वयं को कितना और जोड़ सकता है।

स्वर्वेद मंदिर एक ऐसा केंद्र है जहां जाकर व्यक्ति के मन में शुभ संस्कार जागृत हो जाते हैं, चेतना ऊर्भमुख हो जाती है पान प्राप्त होन है, कर्तव्य एवं अकर्तव्य का बोध होता है। एक ऐसा केंद्र जहां 20000 साधक एक साथ सहजता से उच्च माध्यमिक अनुभवको कर सकते हैं और विहंगम योग सीख सकते हैं।

विहंगम योग के प्रणेता अमर गोगी अनत श्री सदगुरू सदाफलदेव जी महाराज के द्वारा लिपिबद्ध सद्ध सार्वेद को सम्पूर्ण विश्व में प्रशारित कर मानव कल्याण और मानव सेवा को प्रेरित करने के केंद्र में स्थापित मंदिर दुनिया के 15 देशों में लाखों करोड़ों लोगों के जीवन को अध्यामिक चेतना से ओठ चुका है और निरंतर इसमें वृद्धि हो रही है।

स्वर्वेद मंदिर में वेद और विज्ञान का संगम है, इस केंद्र में आध्यात्मिक चेतना और प्रकृति परिचय के ज्ञान के साथ भानन सेवा और उथान के लिए संकल्पित और समर्पित गुणवत्ता शिक्षा, स्वास्थ की भी व्यवस्था है, इस केंद्र में वृद्धासेवा के लिए उद्धाश्रम और गोरोवा के गोशाला भी है।

काशी में स्थापित स्वर्वेद मंदिर इस सुंदर वसुधा की प्रतिकृति है, और ये प्रीमियर बॉयज क्लब का सौभाग्य है की सदगुरू महाराज स्वतंत्रदेव जी के नेहाशीष से इस पावन नवरात्रि में हम स्वर्वेद मंदिर की प्रतिकृति पंडाल के रूप में बना रहे हैं।