वाराणसी में पूर्व उपप्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की 38वीं पुण्यतिथि पर दी गई श्रद्धांजलि
वाराणसी। दी रविदास स्मारक सोसाइटी के तत्वाधान में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पूर्व उपप्रधान मंत्री बाबू जगजीवन राम की 38 वीं पुण्यतिथि रविदास मंदिर राजघाट वाराणसी में श्रध्दापूर्वक मनायी गयी।
कार्यक्रम में यूपी, बिहार से आये हुए समाजसेवियों, कवियों, साहित्यक कारों ने समतामूलक समाज के प्रणेता बाबू जगजीवन राम के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर देश में किये गये उनके अतुलनीय योगदानो को याद किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता दी रविदास सोसाइटी के सस्स्य मंदिर के कार्यकारी प्रभारी मदन लाल भगत ने कि जो बहन मीरा कुमारी के विचारों को पढ़कर सुनाया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथी आर्चाय महंत डॉ भरतभूषण महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि बाबू जगजीवन राम युग पुरुष थे, वे देश में छुआ-छूत. पाखंड की दिवार को गिराया व समतामूलक समाज का पथ निर्मित किया।
वे गुरु रविदास के सच्चे उपासक रहे। साहित्यकार डॉ जयशंकर जय ने कहा कि काशी में राजघाट स्थित गुरु रविदास का मंदिर उनका किरती स्तम्भ है। जो सर्व धर्म समभाव का प्रतिक एवं गंगा जमुनी संस्कृति का घोतक है। वे सामाजिक समरसता के पोषक व उन्नतशीलता के जन नायक थे।
कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन विरेंद्र कुमार सिंह एडवोकेट बबलू ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से पार्षद अमरदेव यादव, पार्षद बबलू शाह, पुजारी राम विलासदास, लाला रामकिशुन, गोरख यादव, बुद्धु राम, दुर्गा मांझी, महेश, व्रजेश, रमेश गुप्त, मोहित, धीरज, अनुराग त्रिवेदी, मदन मोहन चक्रवर्ती, बबलू गुप्ता, धरमू प्रसाद, वीरेंद्र सिंह सहित अनेकों गणमान्य लोग उपस्थित रहे।