काशी विद्यापीठ के छात्रों ने जाना टाइम मैनेजमेंट की बारीकियां, प्रबन्धशास्त्र अध्ययन संस्थान में हुई "टाइम मैनेजमेण्ट फॉर इम्प्लाई एंगेजमेण्ट" विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी

 

वाराणसी। प्रबन्धशास्त्र अध्ययन संस्थान, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में शुक्रवार को "टाइम मैनेजमेण्ट फॉर इम्प्लाई एंगेजमेण्ट" विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता प्रो. एस.ए. अंसारी, पूर्व संकायाध्यक्ष एवं विभागाध्यक्ष वाणिज्य एवं प्रबन्धशास्त्र अध्ययन विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज ने समय प्रबंधन पर व्याख्यान दिया। उन्होंने समय की विशेषताओं को छात्र-छात्रओं को समझाया। प्रमुख विशेषताओं में सांदार्मिक तथा अतिक्षयशील समय पर छात्रों का ध्यान आकर्षित कराया।

प्रो. अंसारी ने समय प्रबन्धन पर काम को दो भागों में विभक्त करते हुए इम्पार्टेण्ट और अर्जेण्ट समय का प्रयोग विशेष रूप से बताया। इसके लिए उन्होंने दो बाई दो का मैट्रिक्स दिया। प्रथम मैट्रिक्स में वह काम किया जाय जो अर्जेण्ट भी और इम्पार्टेण्ट भी हो। द्वितीय मैट्रिक्स में वह काम किया जाए जो इम्पार्टेण्ट हो परन्तु अर्जेण्ट न हो। तीसरे मैट्रिक्स में वही कार्य हो जो इम्पार्टेण्ट न हो लेकिन अर्जेण्ट हो तथा अन्तिम मैट्रिक्स में वह काम किया जाना चाहिए जो इम्पार्टेण्ट व अर्जेण्ट दोनों न हो।

उन्होंने छात्रों को डूइंग द राइट टास्क एट द राइट टाइम का मन्त्र दिया। अतिरिक्त परिदृश्य में सब्जेक्टिव टाइम को महत्वपूर्ण बताया। उदाहरण के तौर पर अच्छे समय प्रबन्धन हेतु रोमन दार्शनिक सेनेका और पीटर ड्रकर का उल्लेख करते हुए उनकी पूरी थीम का वर्णन किया। स्वागत संस्थान के निदेशक प्रो. अशोक कुमार मिश्र, संचालन डॉ. अभिषेक कुमार सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रीना शुक्ला ने किया। कार्यक्रम में डॉ. दिलीप कुमार सिंह, डॉ. चित्रसेन गौतम, विवेक कुमार श्रीवास्तव, अमृता मजूमदार, सचिन जैसल आदि उपस्थित रहे।