वाराणसी में माँ गंगा के तट पर " निर्मल गंगा - जन भागीदारी अभियान" का श्री गणेश

 

वाराणसी। जल शक्ति मंत्रालय - राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन द्वारा चलाए जा रहे गंगा स्वच्छता अभियान के तहत बुधवार को नमामि गंगे के स्वयंसेवी सदस्यों ने अस्सी घाट पर तुर्की से पधारे विदेशी पर्यटकों एवं जन सामान्य के साथ सदानीरा के तट की सफाई और जागरूकता करके ' निर्मल गंगा -  जन भागीदारी अभियान' का आवाह्न किया। गंगा मात्र एक जल धारा नहीं, वरन् भारतवर्ष की जीवन धारा है। भारतीय संस्कृति, सभ्यता, दर्शन और अघ्यात्म का पवित्र प्रवाह है गंगा का संदेश देकर नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला के संयोजन में श्रद्धालुओं के साथ मां गंगा की आरती उतारी गई। तुर्की के नागरिकों ने अस्सी घाट पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज एवं स्वच्छता स्लोगन लिखी तख्तियां से लोगों को जागरूक किया।

विदेशी पर्यटकों एवं स्थानीय श्रद्धालुओं ने भारत माता की जय व हर-हर गंगे का उद्घोष कर निर्मल गंगा - जन भागीदारी अभियान में सहभागिता की। संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि मां गंगा का न सिर्फ सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व है बल्कि देश की 40 फीसदी आबादी गंगा के जल पर निर्भर है। आधे भारत को अपने आँचल में समेटे गंगा जन- जन में देवत्व, घर- घर में संस्कृति, तट- तट पर पवित्रता और श्री- समृद्धि बिखेरती, सागर को गौरव प्रदान करती हैं । देवात्मा हिमालय के गर्भ से सागर तक प्रवाहमान सुरसरि देव संस्कृति के उद्गम और विकास की साक्षी रही हैं । जनभागीदारी से हम गंगा की पीड़ा को हरें। गंगा किनारे की स्वच्छता में अपना योगदान दें। आयोजन में प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, हिमांशु द्विवेदी, एस.ए.ठठेरी, सुचित्रा, संभव एवं तुर्की के विदेशी पर्यटक शामिल रहे।