वाराणसी में शैलेश वर्मा ने परिवार संग मनाया डाला छठ महापर्व, आस्था और प्रकृति के संगम का किया वर्णन
वाराणसी। बुलानाला क्षेत्र में रहने वाले और अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ के राष्ट्रीय महामंत्री शैलेश वर्मा ने अपने परिवार के साथ डाला छठ महापर्व को पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया। दीपावली के छठे दिन से प्रारंभ होने वाले इस लोकआस्था के पर्व को उन्होंने ‘आस्था और प्रकृति का संगम’ बताया।
सोमवार को परिवार के सभी सदस्य शाम होते ही चौथी मंजिल की छत पर बनाए गए प्रतीकात्मक जलकुंड और पूजा स्थल पर पहुंचे। छठ पूजा के पारंपरिक गीतों के बीच सूप में गन्ना, फल, ठेकुआ, चना, खिचड़ी और नारियल सजाकर विधि-विधान से पूजा की गई।
पूजा के बाद परिवार के सदस्य जलकुंड में उतरे और डूबते हुए सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित किया। सायंकालीन पूजा संपन्न होने पर परिवार की महिलाओं ने छठी मैया के गीत गाते हुए अगले दिन सुबह के प्रसाद की तैयारी शुरू कर दी।
सुबह उगते सूर्य को अंतिम अर्घ्य देने के लिए शैलेश वर्मा अपनी धर्मपत्नी अर्चना वर्मा और अन्य परिजन के साथ जलकुंड में खड़े रहे। पुत्र प्राप्ति और उसकी लंबी आयु की कामना से किए जाने वाले इस व्रत में उन्होंने भगवान सूर्य से परिवार की सुख-समृद्धि और कल्याण की प्रार्थना की। सूर्य उदय होते ही ‘छठी मैया की जय’ के जयकारों से वातावरण गूंज उठा और लोक परंपरा के अनुरूप सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित किया गया।
अंत में शैलेश वर्मा ने इस पावन पर्व में शामिल होने वाले परिजनों, मित्रों और पत्रकारों को प्रसाद वितरित कर उनका आभार व्यक्त किया।