Republic Day: महिला चिकित्सालय कबीरचौरा में 75 वें गणतंत्र दिवस का आयोजन, प्रमुख अधिकारी मनीषा सिंह रही उपस्थित
Varanasi News: वाराणसी में महिला चिकित्सालय कबीरचौरा में 75 वें गणतंत्र दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, जिसमें प्रमुख अधिकारी मनीषा सिंह, ओपीडी सेवा मधुलिका पांडे, डॉ प्रियंका, सुनीता गुप्ता, डॉ निवेदिता, डॉक्टर दुबे, डॉक्टर जेपी सिंह, राजेश आदि लोग उपस्थित रहे।
Republic Day 2024: आजाद भारत का सबसे गौरवशाली दिन गणतंत्र दिवस है। गणतंत्र दिवस को एक तरह से भारत का जन्मदिन माना जा सकता है, जब संविधान लागू होने के बाद भारत एक लोकतांत्रिक राष्ट्र बना। 26 जनवरी 1950 को देश में अपना संविधान आधिकारिक तौर पर लागू हुआ था। तब से हर वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा। इस दिन राष्ट्र के संवैधानिक प्रमुख यानी राष्ट्रपति राजपथ से तिरंगा फहराते हैं और देश को नमन करते हैं। उनके साथ ही हर देशवासी भी गणतंत्र दिवस के मौके पर भारतीय होने पर गर्व महसूस करते हैं और राष्ट्रगान गाकर आजादी की जंग में शहीद हुए क्रांतिकारियों और देश की रक्षा के लिए सीमा पर तैनात सिपाहियों को सलामी देते हैं।
Republic Day 26 जनवरी का दिन भारत में गणतंत्र दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है।
भजन
मेरी झोपड़ी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
राम आएंगे,
राम आएंगे आएंगे,
राम आएंगे,
मेरी झोपडी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
राम आएंगे ॥
राम आएंगे तो,
आंगना सजाऊंगी,
दिप जलाके,
दिवाली मनाऊंगी,
मेरे जन्मो के सारे,
पाप मिट जाएंगे,
राम आएंगे,
मेरी झोपडी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
राम आएंगे ॥
राम झूलेंगे तो,
पालना झुलाऊंगी,
मीठे मीठे मैं,
भजन सुनाऊंगी,
मेरी जिंदगी के,
सारे दुःख मिट जाएंगे,
राम आएंगे,
मेरी झोपडी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
राम आएंगे ॥
मैं तो रूचि रूचि,
भोग लगाऊंगी,
माखन मिश्री मैं,
राम को खिलाऊंगी,
प्यारी प्यारी राधे,
प्यारे श्याम संग आएंगे,
श्याम आएंगे,
मेरी झोपडी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
राम आएंगे ॥
मेरा जनम सफल,
हो जाएगा,
तन झूमेगा और,
मन गीत गाएगा,
राम सुन्दर मेरी,
किस्मत चमकाएंगे,
राम आएंगे,
मेरी झोपड़ी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
राम आएंगे ॥
मेरी झोपड़ी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
राम आएंगे,
राम आएंगे आएंगे,
राम आएंगे,
मेरी झोपडी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
राम आएंगे ॥
मेरी झोपड़ी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
श्याम आएंगे,
श्याम आएंगे आएंगे,
श्याम आएंगे,
मेरी झोपडी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
श्याम आएंगे ॥
श्याम झूलेंगे तो,
पालना झुलाऊंगी,
मीठे मीठे मैं,
भजन सुनाऊंगी,
मेरी जिंदगी के,
सारे दुःख मिट जाएंगे,
श्याम आएंगे,
मेरी झोपडी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
श्याम आएंगे ॥
श्याम आएंगे तो,
आंगना सजाऊंगी,
दिप जलाके,
दिवाली मनाऊंगी,
मेरे जन्मो के सारे,
पाप मिट जाएंगे,
श्याम आएंगे,
मेरी झोपडी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
श्याम आएंगे ॥
मैं तो रूचि रूचि,
भोग लगाऊंगी,
माखन मिश्री मैं,
श्याम को खिलाऊंगी,
प्यारी प्यारी राधे,
प्यारे श्याम संग आएंगे,
श्याम आएंगे,
मेरी झोपडी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
श्याम आएंगे ॥
मेरा जनम सफल,
हो जाएगा,
तन झूमेगा और,
मन गीत गाएगा,
श्याम सुन्दर मेरी,
किस्मत चमकाएंगे,
श्याम आएंगे,
मेरी झोपड़ी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
श्याम आएंगे ॥
मेरी झोपड़ी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
श्याम आएंगे,
श्याम आएंगे आएंगे,
श्याम आएंगे,
मेरी झोपडी के भाग,
आज खुल जाएंगे,
श्याम आएंगे ॥