Rangbhari ekadashi 2023: मार्कण्डेय महादेव मंदिर में बड़े ही धूमधाम से मनाई गई रंगभरी एकादशी

Rangbhari ekadashi 2023: Rangbhari Ekadashi celebrated with great pomp in Markandeya Mahadev Temple

,amalaki ekadashi 2023,rangbhari ekadashi 2023 date,rangbhari ekadashi,ekadashi kab hai,ekadashi,rangbhari ekadashi 2023 vrat vidhi,rangbhari ekadashi 2023 pujan vidhi,rangbhari ekadashi 2023 date and time,rangbhari ekadashi 2023 shubh muhurt,amalaki ekadashi vrat katha,ekadashi march 2023,ekadashi 2023,amla ekadashi 2023,falgun ekadashi 2023,rangbhari ekadashi 2023 significance,

 


चौबेपुर। वाराणसी के चौबेपुर कैथी स्थित मार्कण्डेय महादेव मंदिर में आज बड़े ही धूमधाम से रंगभरी एकादशी मनाई गई। जिसमे दूर दूर से आये भक्तो ने  भी  बाबा मार्कंडेय महादेव धाम पर रंगभरी एकादशी मनाई।

 

हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मार्कण्डेय महादेव मंदिर के पुजारी कैथी ग्राम निवासी नितेश गोस्वामी ने रंगभरी एकादशी का आयोजन किया था।

 

दूर दूर से आये बाबा मार्कण्डेय महादेव जी के भक्तों ने खुब अबीर गुलाल उड़ाया और होली खेला जिसके व्यवस्थापक नितेश गोस्वामी,मंगरु महाराज,कैलाश किशन गोस्वामी,मुन्ना गिरि,अजय गिरी,बजरंगी गिरि और गोस्वामी प्रबंध समिति के लोगों के द्वारा किया गया।

 

नैपाली भगवती धाम पर बंदरिया ने 40 लोगों को किया जख्मी


चौबेपुर ( वाराणसी) क्षेत्र के प्राचीन नेपाली भगवती धाम छित्तमपुर में इन दिनों एक बंदरिया का आतंक इस कदर व्याप्त है कि गांव के लोग इस धाम पर दर्शन पूजन के लिए आने में सहमें हुए हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव की अंकिता यादव पंचायत सहायक, सामुदायिक शौचालय के केयर टेकर दुर्गावती देवी, अजय गुप्ता, सुरेन्द्र राजभर, पूर्व प्रधान की बेटी प्रियंका, सहदेव, लक्ष्मी, रजदेई, विभा, रामदेव, प्रेमनारायण, शीला सहित चुमकुनी, छित्तमपुर, अजांव, हडियाडीह सितौड़, गौरडीह, बीकापुर समेत कई गांवों से दर्शन पूजन करने आये अब तक 40 भक्तों को बंदरिया काटकर जख्मी कर दिया ।

वहीं लोग अस्पतालों का चक्कर लगा रहे हैं। यहां के पुजारी डा शिवकुमार चौबे, रिंकू चौबे, खरपत्तू यादव, विजय भगत कहते हैं कि इस बंदरिया के आतंक से मंदिर परिसर में अनुष्ठान कराने, पूजन करने के लिए लोग सहमें हुए हैं।

आने वाले दिनों में नवरात्र में हजारों की भीड़ लगती है, यदि इस बंदरिया को यहां से नहीं हटाया गया तो नवरात्र पर यहां दर्शन-पूजन करने वालों को परेशानी होगी।