भदोही में गौशाला घोटाला: डीएम ने मांगी जांच रिपोर्ट, दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन
वाराणसी,भदोही। जिले के पिपरिस ग्राम पंचायत स्थित बृहद गौ संरक्षण केंद्र में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। मंगलवार को यह मामला जिलाधिकारी विशाल सिंह के संज्ञान में लाया गया, जिन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए एडीएम, सीडीओ, और सीवीओ से इस घोटाले की विस्तृत जांच रिपोर्ट तलब की है।
पत्रकारों से बात करते हुए डीएम विशाल सिंह ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि गौशाला में हुई अनियमितताओं के पीछे कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
स्थानीय ग्रामीणों और पत्रकारों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में गौशाला में करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार और 167 पशुओं की संदिग्ध मौतों का आरोप लगाया गया है। जांच में पाया गया कि सिर्फ 46 पशुओं का पोस्टमार्टम किया गया, जबकि कई पशुओं की मृत्यु के बाद भी उनका कोई हिसाब नहीं है। गौशाला संचालक पर आरोप है कि मृत पशुओं की हड्डियों को भी बेचा गया और पशुओं के चारे के लिए मिले धन का दुरुपयोग किया गया है।
सीवीओ डीपी सिंह की जांच रिपोर्ट में यह भी उजागर हुआ है कि गौशाला में पशुओं को भूख से मरने के लिए छोड़ दिया गया और उनका सही तरीके से अंतिम संस्कार भी नहीं किया गया। जिलाधिकारी ने दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने का वादा किया है, जबकि ग्रामीणों ने मुख्य विकास अधिकारी की भूमिका की भी जांच की मांग की है।
"यह मामला बहुत गंभीर है। एडीएम, सीडीओ, और सीवीओ से जांच रिपोर्ट तलब की गई है। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।"
— विशाल सिंह, जिलाधिकारी, भदोही
"मैंने गौशाला की जांच की थी और पाया कि व्यापक घोटाले हुए हैं। 167 पशुओं की मृत्यु हो चुकी है, और कई पशुओं का पोस्टमार्टम भी नहीं हुआ। चारे के धन का भी दुरुपयोग किया गया है।"
— डीपी सिंह, सीवीओ, भदोही