Varanasi crime news: अपहरण फिर हत्या! गंगा में फेंका साड़ी व्यवसायी का शव मिर्जापुर में मिला...
Varanasi crime news: Kidnapping then murder! Dead body of saree businessman thrown in Ganga found in Mirzapur...
वाराणसी के भेलूपुर निवासी साड़ी कारोबारी महमूद आलम 14 जनवरी को तीन बजे घर से लापता थे... वाराणसी से अपहरण के बाद हत्या कर फेंके गए साड़ी व्यवसायी का शव है। चुनार के अदलपुरा पंप कैनाल में फंसा मिला ...
वाराणसी से अपहरण के बाद हत्या कर फेंके गए साड़ी व्यवसायी का शव अदलपुर पम्प कैनाल में मिला है। चुनार के अदलपुरा पंप कैनाल में फंसा शव मिलने पर ग्रामीणों ने इसकी सूचना चुनार पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे चुनार कोतवाल ने फंसे शव को बाहर निकाला तो पता चला वाराणसी से अपहरण के बाद हत्या कर फेंके गए साड़ी व्यवसायी का शव है।
वाराणसी के भेलूपुर निवासी साड़ी कारोबारी महमूद आलम 14 जनवरी को तीन बजे घर से निकले, पर देर रात क घर नहीं लौटे। अपहरण की आशंका तें कारोबारी पुत्र फैजान ने भेलूपुर थाने में तहरीर दी। जिसके बाद भेलूपुर पुलिस व्यापारी की तलाश में जुट गई। पुलिस ने व्यापारी के अपहरण व हत्या का खुलासा किया। इसमें महिला समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया।
आरोपियों ने गला कसकर हत्या करने के बाद शव को चुनार गंगा नदी में फेंका था। जिसके वाद वाराणसी पुलिस हर दिन आकर चुनार शव की तलाश कर रही थी।
शनिवार की सुबह चुनार के अदलपुरा पंप कैनाल में शव फंसा मिला। ग्रामीणों ने इसकी सूचना चुनार पुलिस को दी। मौके पर सीओ चुनार, कोतवाल चुनार पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे और पंप कैनाल में फंसे शव को बाहर निकाला। पुलिस ने शव को वाराणसी भिजवा दिया है।
वाराणसी के एडिशनल पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह ने कहा कि एक आरोपी प्रवीण पहले शाइन सिटी से जुड़ा था। मगर, कंपनी के भागने के बाद चौक में साड़ी का काम करने लगा। पुलिस ने बताया कि 4 आरोपी एक ही परिवार के हैं। वहीं प्रवीण और अनिरुद्ध दोस्त हैं। प्रवीण जब नौकरी छोड़ कर चौक पर एक साड़ी की दुकान में काम करने लगा, तो महमूद आलम से उसकी दोस्ती हो गई।
उसने अमीर समझकर महमूद की किडनैपिंग का प्लान बनाया। उसने अनिरुद्ध को अपने साथ मिलाया। इसके बाद अनिरुद्ध की पत्नी अंजलि, पिता और छोटा भाई भी साथ आ गए। योजना के तहत अंजलि ने बीमा एजेंट बनकर पहले महमूद से नजदीकियां बढ़ाई।
इसके बाद अंजलि और महमूद के बीच फोन कॉल और वॉट्सऐप कॉल भी होने लगे। इसके बाद अंजलि ने 13 जनवरी को दालमंडी मार्केट से नया फोन खरीदा। 14 जनवरी को अंजलि, प्रवीण और अनिरुद्ध कैंट रोडवेज बस स्टैंड पर मिले। इन लोगों ने वहां से एक नया सिम खरीदा। इसके बाद अंजलि ने उसी नए नंबर से महमूद को फोन लगाया। बात होने पर महमूद ने अपने BHU में होने की बात कही।
इस पर अंजलि ने महमूद को कैंपस के विश्वनाथ मंदिर के बाहर मिलने को कहा। थोड़ी देर बाद महमूद स्कूटी से मंदिर पहुंच गए। इसके बाद अंजलि ने उन्हें अपनी XUV कार में बैठा लिया। थोड़ी देर में बाकी आरोपी भी कार में सवार हो गए और महमूद को किडनैप कर लिया गया। फिर कार जौनपुर रोड पर दौड़ने लगी। इसी बीच रास्ते में इन लोगों ने 20 लाख फिरौती मांगी गई।
जब महमूद ने इतना पैसा न होने की बात कही, तो 8 लाख रुपए मांगे गए। इसी बीच कारोबारी महमूद के बैंक अकाउंट से 2 लाख रुपए निकाले गए। ये पैसे बाबतपुर और रामनगर के ATM से निकाले गए। मगर, बाद में डर के मारे आरोपियों ने महमूद की गला घोंटकर हत्या कर दी।
पुलिस ने BHU के CCTV कैमरों को खंगाला, तो महमूद और महिला समेत पांचों आरोपियों की पहचान हुई। इसके बाद पुलिस ने पहले दो आरोपियों को पकड़ा। फिर अंजलि को भी हिरासत में ले लिया। इसके बाद बाकी बचे दोनों आरोपियों को भी पकड़ लिया।