वाराणसी: आयुष मंत्री ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

 

अस्पताल एवं कॉलेज परिसर में स्वच्छता सुनिश्चित करें एवं एक हफ्ते का सफाई अभियान चलाएं- दयाशंकर मिश्र 'दयालु'

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र 'दयालु' ने कहा कि कोरोना काल में जिस हमारी पारंपरिक चिकित्सा पद्धति ने लोगों के जीवन को बचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, उसके बाद आयुष के अंतर्गत आने वाली पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को लेकर आमजन में विश्वास मजबूत हुआ है।

हमारे पास आयुष के रूप में लोक चिकित्सा की एक मजबूत संस्कृति है जिसके संरक्षण और संवर्धन की काफी आवश्यकता है। 


मंत्री दयाशंकर मिश्र 'दयालु' ने सोमवार को विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज प्रदेशभर के होम्योपैथिक कॉलेज के प्राचार्यों के साथ बैठक कर रहे थे जहां उन्होंने मिशन कायाकल्प के अंतर्गत पूर्व में आवंटित की गई राशि से हुए कार्यों की समीक्षा की।

उन्होंने प्राचार्यों से होम्योपैथिक अस्पतालों में चलाए जा रहे ओपीडी/आईपीडी की मौजूदा स्थिति एवं मरीजों को दी जा रही सुविधाओं के विषय में भी जानकारी ली। आयुष मंत्री ने कहा कि सभी लोग अपने अस्पताल एवं कॉलेज परिसर में स्वच्छता सुनिश्चित करें एवं एक हफ्ते का सफाई अभियान चलाएं। होम्योपैथिक कॉलेज के शैक्षिक कैलेण्डर, सिलेबस और समय से परीक्षा को लेकर भी उन्होंने प्राचार्यों से जानकारी ली और कहा कि सभी प्राचार्य छात्रों के बीच जाकर अध्यापकों का फीडबैक लें और शैक्षिक कैलेण्डर के हिसाब से सिलेबस पूर्ण कराने पर जोर दें। 


बैठक के दौरान होम्योपैथिक कॉलेज एवं अस्पताल के प्राचार्यों ने आयुष मंत्री के सामने अपने-अपने कॉलेज में उपलब्ध सुविधाओं का प्रजेंटेशन दिया और मिशन कायाकल्प के अंतर्गत किए गए कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। साथ ही, प्राचार्यों ने माननीय आयुष मंत्री के समक्ष कॉलेज एवं अस्पतालों की बेहतरी को लेकर कुछ बिंदुओं पर अपनी जरूरतें साझा की जिसे माननीय आयुष मंत्री ने शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया।

बैठक के समापन पर आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा कि आपसी सामंजस्य बनाकर सभी को काम करने की जरूरत है। अपने दायित्वों को समझते हुए ईमानदारी से कार्य करें, क्योंकि आयुष को लेकर प्रधानमंत्री विशेष तौर पर संवेदनशील हैं। कल मन की बात कार्यक्रम में भी उन्होंने आयुष का जिक्र करते हुए बताया कि इसमें करीब 10 हजार करोड़ रुपयों से ज्यादा का इन्वेस्टमेंट प्रपोजल्स मिले हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में आयुष को लेकर काफी कार्य हो रहे हैं और अस्पतालों का उच्चीकरण किया जा रहा है। 

 बैठक में निदेशक होम्योपैथ सहित प्रदेश के सभी राजकीय कॉलेज के प्राचार्य उपस्थित रहे।