वाराणसी में मौनी अमावस्या पर गंगा में लाखों लोगों ने लगाई आस्था की डुबकी
वाराणसी। चौबेपुर क्षेत्र के गौराघाट से बलुआघाट सरसौल तक लगभग 05 किलोमीटर तक मेले की रंगत दूर से ही महसूस हो रही थी। मेले में आने वाले श्रद्धालु गंगा की पश्चिम की ओर प्रवाहित हो रही धारा में स्नान कर दान पुण्य किया। मेले के चलते क्षेत्र के मुरीदपुर, परनापुर, शिवदशा, सरसौल आदि गांवों में रौनक बिखरी रही।
बता दें कि चौबेपुर क्षेत्र के गौरा घाट से लेकर बलुआघाट तक गंगा की धारा पश्चिम दिशा की ओर है। गौरा घाट से लेकर गौरा उपरवार, चंद्रावती, मुरीदपुर, परनापुर, शिवदशां सरसौल, होते हुए बलुआघाट तक लगभग 05 किलोमीटर की दूरी तक गंगा की धारा पूरब से पश्चिम दिशा की ओर है इसलिए यहां पर गंगा को पश्चिम वाहिनी गंगा कहा जाता है।
मौनी अमावस्या पर्व पर यहां पश्चिमवाहिनी गंगा के विभिन्न घाटों स्नान करने वाले भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ती है। हजारों की संख्या में स्नानार्थी टोली बनाकर मंगल व गंगा पर आधारित गीतों को गाते गुनगुनाते पश्चिमवाहिनी गंगा तट पर पहुँचते है।
मेले में बिजली व पेयजल आदि की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण इस नाते काफी परेशानी का सामना करना पड़ा वहीं सामाजिक संगठनों के अलावा विभिन्न पार्टी के कार्यकर्ताओं में जैसे डा वीर बहादुर सिंह पवन चौबे जिला मंत्री भाजपा जितेंद्र सिंह जित्तू द्वारा भूले भटके लोगों को उनके परिजनों को सूचना देने के साथ ही चाय और नाश्ते का व स्वास्थ परिक्षण का मुकम्मल व्यवस्था किया गया था।
उधर दूसरी और पुलिस प्रशासन की ओर से मेले में बड़े वाहनों का प्रवेश न हो इसके लिए स्थानीय बाजार से 1 किमी दूर ही बैरियर लगाकर वाहनों को रोक दिया जा रहा था। हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से चौबेपुर थाना प्रभारी राजीव सिंह अपने पूरे हमराहियों के साथ पूरे मेला क्षेत्र में सुरक्षा की दृष्टि से चक्रमड करते दिखे।