वाराणसी में हिन्दू संगठन ने गृहमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन, लव जिहाद के खिलाफ कड़े कानून बनाने की मांग
श्रद्धा वालकर तथा निधि के हत्यारे सूफियान और आफताब को तत्काल फांसी देकर राष्ट्रीय स्तर पर एक सख्त ‘लव जिहाद विरोधी कानून’ बनाया जाए !- हिन्दुत्वनिष्ठों की गृहमंत्री से मांग
वाराणसी। पालघर के हत्यारे आफताब पूनावाला ने मुंबई की हिन्दू लड़की श्रद्धा वालकर को क्रूरता से उसके 35 टुकड़े कर निर्दयता से उसकी हत्या की । इसी प्रकार लखनऊ की निधि को धर्मांतरण के लिए डेढ वर्षों से दबाव डालते हुए सूफियान ने निधि को चौथी मंजिल से फेंककर उसकी हत्या कर दी । ऐसी स्तब्ध करनेवाली अनेक घटनाएं देश भर की युवतियों में आतंक पैदा करती है ।
इस घटना से लव-जिहादियों की हवस, क्रूरता और विकृत मानसिकता का पता चलता है । वर्ष 2006 से 2009 तक लगभग 3 से 4 हजार युवतियों का ‘लव जिहाद’ के द्वारा बलपूर्वक इस्लाम में धर्मपरिवर्तन किया गया । इसके लिए खाड़ी देशों से धन उपलब्ध कराया जा रहा है ।
केरल के तत्कालीन मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने विधायिका को बताया था कि वर्ष 2006 में 2,667 लड़कियों को इस्लाम में परिवर्तित किया गया था । साथ ही, वर्ष 2009 और 2012 के बीच 2,195 हिन्दू लड़कियों को इस्लाम में परिवर्तित किया गया है ।
राष्ट्रीय स्तर पर पूरे भारत में ‘लव जिहाद विरोधी कानून’ और ‘धर्मांतरण विरोधी कानून’ तुरंत लागू करने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से वाराणसी के जिलाधिकारी के माध्यम से गृहमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया । इस समय रूद्र शक्ति सेना नारी संगठन की जिला अध्यक्ष सोनी सिंह, सनातन संस्था की प्राची जुवेकर, महादेव महिला सेवा समिति की खुशबू जायसवाल, महावीर सेना के जिला उपाध्यक्ष अरविंद गुप्ता, हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष पांडे, राष्ट्रीय जनसेवा संघ के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव तथा राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं न्याय परिषद के महासचिव अधिवक्ता अरुण कुमार मौर्य, इंडिया विथ विजडम संस्थापक अध्यक्ष,अधिवक्ता कमलेश चंद्र त्रिपाठी, अधिवक्ता श्रीकांत प्रजापति, अधिवक्ता पराग कुमार तथा हिंदू जनजागृति समिति के श्री. राजन केशरी उपस्थित थे ।
उत्तर प्रदेश में लागू लव जिहाद कानून समान लव जिहाद संबंधी कानून राष्ट्रीय स्तर पर बनाने की आवश्यकता है । हिन्दू लड़कियों को प्यार के जाल में फंसाया जाता है और झूठे नाम और झूठी पहचान बताकर, धोखा देकर, महंगे उपहार देकर, अच्छी रहने की स्थिति दिखाने जैसे अनेक माध्यमों से हिन्दू युवतियों को प्रेम के जाल में फंसाकर, उनका धर्मांतरण कर उनका जमकर शोषण किया जाता है ।
इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए समिति की मुख्य मांगें इस प्रकार रहीं :
1. श्रद्धा वालकर और निधि के लव जिहादी क्रूर आफताब एवं लखनऊ के सूफियान को तुरंत फांसी दी जानी चाहिए ।
2. ‘लव जिहाद विरोधी अधिनियम’ और ‘धर्मांतरण निषेध अधिनियम’ पूरे भारत में शीघ्रातीशीघ्र लागू हो ।
3. ‘लव जिहाद’ की घटनाआें से निपटने अथवा जांच करने के लिए उत्तर प्रदेश की सरकार के समान पुलिस की एक विशेष शाखा पूरे भारतभर में स्थापित की जानी चाहिए। ऐसे में ‘लव जिहाद’ के नाम से अपराध प्रविष्ट किए जाएं ।
4. सरकार को ‘लव जिहाद’ के लिए विदेशों से मिल रही आर्थिक सहायता, युवतियों की तस्करी और आतंकवादी गतिविधियों के लिए उसके उपयोग की जांच हो और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ।
5. लव जिहाद की घटनाआें में संलिप्त पाए जाने पर मदरसों और मस्जिदों पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए ।