Raebareli News: आवास विहीन छप्पर के नीचे गुजारा कर रहे परिवार के छप्पर में आग लगने के बाद प्लास्टिक की पन्नी तानकर रहने को मजबूर परिवार

 

रायबरेली। शिवगढ़ क्षेत्र के चितईखेडा मजरे दहिगावां में एक गरीब परिवार को विभागीय उदासीनता के चलते आवास नहीं मिल सका,जिस छप्पर के नीचे परिवार जीवन यापन करता था उसमें 11 मई को अज्ञात कारणों से आग लग गई और परिवार आसमान के नीचे आ गया।

 

 

 

मामला विकास खंड क्षेत्र के चितईखेड़ा मजरे दहिगावां निवासी रामप्रताप पुत्र रामनंद का है जो अपनी पत्नी लक्ष्मी पुत्र आशु पुत्री अंजू पुत्री सोनम के साथ छप्पर का बंगला रखकर जीवन यापन कर रहा था। दिनांक 11 मई को अज्ञात कारणों से बंगले में आग लग गई जिससे उसका रखा राशन सभी जरूरत के सामान जलकर राख हो गया। रामप्रताप दूसरों की मजदूरी करके किसी तरह बाल बच्चों को पालन पोषण रहा था।

 

रामप्रताप ने बताया कि दूसरों की मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। मनरेगा श्रमिक हैं लेकिन मनरेगा में समय से पैसा नहीं मिल पाता। जिसके कारण सुदूर गांव में जाकर दूसरों की मजदूरी करना पड़ता है। तब जाकर परिवार का पेट भर पाता हूं। अनेकों बार मुख्यमंत्री पोर्टल पर आवास के लिए आवेदन भी किया लेकिन एक न सुनी गई।

आज तक उसको आवास उपलब्ध नहीं हो पाया। आवास के लिए दर दरभटक रहा यह गरीब परिवार आग लगने के बाद गांव के लोगों की सहायता से प्लास्टिक की पन्नी के नीचे इस तरह की चिलचिलाती धूप व गर्मी में रहने को मजबूर है। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार में बैठे मंत्री भले ही विकास के नाम पर अपनी पीठ थपथपा रहे हों लेकिन ग्रामीण परिवेश में रह रहे गरीबों का पुरूषा हाल कोई नहीं है।

खंड विकास अधिकारी शिव कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है यदि तहसील कर्मियों द्वारा आगजनी आवास विहीन का कोई प्रमाण मिल जाता है। तो तत्काल रजिस्ट्रेशन करवा कर मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाया जाएगा जांच करवा कर उचित कार्यवाही की जाएगी।