अमेठी: जमीन पर पड़ा था बेटे-बेटी का शव और फंदे पर झूल रही थी महिला, कमरे का दरवाजा खुलते ही...

महिला ने धारदार हथियार से दो मासूमों को उतारा मौत के घाट, और फिर खुद फांसी के फंदे में झूली 
 

तिलोई अमेठी। शिवरतनगंज थानाक्षेत्र के कुकहा गांव में एक महिला ने अपने दो मासूम बच्चों की धारदार हथियार से हत्या कर स्वयं फांसी के फंदे से झूल गई। सुबह जब घर का दरवाजा नहीं खुला तो सास ननका ने ग्रामीणों से गुहार लगाई ।

गांव वाले मौके पर पहुंचे आवाज लगाई नहीं खुला तो ग्राम प्रधान की मौजूदगी में दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर का दृश्य देखकर सभी लोग भयभीत हो गए। 

दोनो मासूमों निधि 4 वर्ष, रीतेश ढाई वर्ष का शव जमीन पर खून से लथपथ और महिला शीतला देई 28 रस्सी के सहारे फांसी के फंदे से लटक रही थी दोनो बच्चों की नट्टी कटी हुई थी।

शिवरतन गंज पुलिस को सूचना दी गई, मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष शिवरतनगंज अमरेंद्र सिंह ने शव को फंदे से नीचे उतरवाया। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है गांव में सनसनी के साथ मातम का माहौल है।


पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लिया है।


महिला का पति धर्मराज उर्फ धर्मू लखनऊ में प्राइवेट ड्राइवरी करता है। 


धरमू का दूसरा भाई आशाराम भी साथ रहता है। लेकिन वह भी लखनऊ में बहुत दिनो से रहता है। घटना का स्पष्ट कारण के बारे में अफवाहों का बाजार गर्म है।

बताते हैं कि धर्मराज पांच वर्ष पहले पड़ोस के रामपुर गांव से शीतला देई को प्रेम विवाह कर लाया था इसके पूर्व भी साहब देई का दो जगह विवाह हुआ था जहां से छोड़ी छुट्टा हुई थी।