यूपी में दिल दहला देने वाली घटना!  कुंवारी बेटी के पर्स से निकला ‘प्रेग्नेंसी किट’, घोंटा गला! तेज़ाब से जलाई बॉडी

Owner Killing in UP: बिन ब्याही बेटी के पर्स में प्रेग्नेंसी किट देखकर पिता इस कदर नाराज हुआ की उसने अपनी बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। दिल दहला देने वाला यह घटना उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी का हैं। पुलिस ने हत्यारोपी पिता को हिरासत में ले लिया हैं।

 

Owner Killing in UP:  पुलिस ने अनुसार यह मामला ऑनर किलिंग से जुड़ा हुआ था। युवती के पिता ने ही इस वारदात को परिवार के अन्य लोगों के साथ मिलकर अंजाम दिया था युवती बिना शादी के ही प्रेग्नेंट हो गई थी। घरवालों को उसके पास से प्रेग्नेंसी किट और गर्भ निरोधक गोलियां बरामद हुई थी।

Owner Killing in UP: बिन ब्याही बेटी के पर्स में प्रेग्नेंसी किट देखकर पिता इस कदर नाराज हुआ की उसने अपनी बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी।

 

 

दिल दहला देने वाला यह घटना उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी का हैं। पुलिस ने हत्यारोपी पिता को हिरासत में ले लिया हैं।

पिछले दिनों नहर में मिले युवती के शव मामले में पुलिस ने आरोपियों कि गिरफ्तार करने के साथ ही घटना का खुलासा भी कर दिया है। पुलिस ने अनुसार यह मामला ऑनर किलिंग से जुड़ा हुआ था।

युवती के पिता ने ही इस वारदात को परिवार के अन्य लोगों के साथ मिलकर अंजाम दिया था युवती बिना शादी के ही प्रेग्नेंट हो गई थी। घरवालों को उसके पास से प्रेग्नेंसी किट और गर्भ निरोधक गोलियां बरामद हुई थी।

यह घटना मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के टेनशाह आलमाबाद की हैं यहां रहने वाले नरेश की 21 वर्षीय बेटी निशा का शव नहर में पड़ा हुआ था। पिता ने बेटी की शव की शिनाख्त की। परिजनों बताया कि 31 जनवरी 2023 को बेटी शौच के लिए निकली थी और दोबारा वापस नहीं आई। 

इसके बाद उन्होंने 3 फरवरी को मामले में मंझनपुर कोतवाली पहुंचकर गुमशुदगी का केस दर्ज करवाया। पुलिस को जब इस मामले में हत्या का शक हुआ तो उन्होंने पिता को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की। आरोपी ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

आरोपी ने कहा कि पत्नी ने बेटी के पर्स में प्रेग्नेंसी किट देखी थी। जब निशा से इस बारे में पूछा गया तो वह कुछ भी बताने को तैयार नहीं थी। पत्नी ने उसे एक लड़के से बात करते हुए भी सुना था।

हमने उसे समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थी। इसी के चलते उसे मार दिया। आरोपी पिता ने बेटी के शव को ठिकाने लगाने की जिम्मेदारी छोटे भाई को दी थी।

उसने ही शव को नहर में फेंक दिया था। शव की पहचान छिपाने का भी प्रयास किया गया था।

 

 

पिता नरेश ने अपने दो भाई रमेश और गुलाब को भी सारी घटना बताई और निशा को खत्म करने के लिए बोला। उन्होंने दोनों को रात में घर बुलाया था। 31 जनवरी की रात निशा ने पूरे परिवार के साथ खाना खाया।

फिर वो सोने के लिए अपने कमरे में चली गई। निशा के मां-बाप ने आधी रात को गला दबाकर उसे मार दिया। बेटी चिल्ला न सके इसलिए मां ने उसका मुंह दबा दिया। जब बेटी मर गई तो दोनों भाइयों को बुलाया।


फिर बेटी को एक कपड़े में लपेट दिया। निशा के दोनों चाचा उसे बाइक से गांव के बाहर ले गए। दोनों ने साथ में तेजाब की एक पिपिया भी रख ली। गांव के बाहर एक नहर है जो दलदली है। दोनों ने वहीं पर निशा को फेंक दिया।

उसके बाद शव पर तेजाब डालकर जला दिया। शव को जलाते समय निशा के पैर के पंजे और छाती का हिस्सा बच गया। उसके बाद दोनों ने निशा को दलदल के अंदर कर दिया और मौके से फरार हो गए।

इसी नहर के पास गांव के युवक ने निशा के पैर देखे थे।


31 जनवरी से लेकर 3 फरवरी तक परिवार बेटी के लापता होने की झूठी कहानी बनाता रहा। दोस्त-रिश्तेदारों सब के यहां उसको खोजा।

उसके बाद पुलिस को बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दे दी। परिवार के लोग लगातार बेटी के लापता होने का झूठा दिखावा करते रहे।

गांव वालों के साथ लगातार उसको खोजते रहे।

चाचा और पिता पुलिस के साथ भी बेटी को ढूंढने जाते जिससे वो लोग पुलिस को गुमराह करते रहे। इस बीच, पुलिस परिवार सहित कई लोगों से पूछताछ कर चुकी थी।

बेटी के कॉलेज से लेकर गांव में जिन-जिन लोगों से वो बात करती उनसे पूछताछ कर रही थी।

इसी बीच, 7 फरवरी को गांव के एक युवक को नहर में एक पैर दिखाई दिया। युवक ने इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दी। पुलिस ने जब नहर को साफ करवाया तो उसको एक जला हुआ शव दिखाई दिया।

शव का बस पैर का पंजा और छाती का हिस्सा बचा था। छाती पर कपड़ा भी चिपका हुआ था। बाकी पूरा शरीर जला था कुछ भी नहीं बचा हुआ था।

पिता ने निशा के कपड़ों से उसको पहचान लिया था


पुलिस ने किसी तरह उस शव को बाहर निकाला। उसके बाद पहचान कराने के लिए निशा के परिवार को बुलाया।

जिसके बाद निशा के पिता नरेश ने कपड़े को देखकर निशा को पहचान लिया। बेटी को इस हालत में देखकर वो दिखावे में फफक-फफक कर रोने लगा।

निशा की मां भी बेटी को ऐसे देखकर रोने लगी। वो लोग बेटी की हत्या करने की बात कहने लगे।

पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या में यूज करने वाला सामान बरामद कर लिया है।

पुलिस के सवालों में फंस गया निशा का पिता


पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 7 फरवरी की शाम को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई। जिसमें मौत का कारण गला कसना बताया गया। साथ ही लड़की एक महीने की गर्भवती भी थी। अब पुलिस को कुछ शक हुआ।

पुलिस ने निशा के पिता नरेश को थाने बुलाया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिखाकर उनसे पूछताछ की। पुलिस ने उनसे कहा, आपकी बेटी की इतनी बेरहमी से हत्या कौन कर सकता है। आप लोगों ने उसके तुरंत गायब होने पर शिकायत क्यों नहीं की?

ऐसे ही कई सारे सवालों में निशा का पिता फंसता चला गया और अंत में वो टूट गया। जिसके बाद उसने पूरी बात पुलिस को बता दी। नरेश ने बताया, बेटी की वजह से मेरी इज्जत चली जाती। वो हम लोगों को सच भी नहीं बता रही थी।

तभी उसको मारना पड़ा। वो मेरी एकलौती बेटी थी। उसको पढ़ाना लिखाना चाहते थे लेकिन उसने हमारी सारी उम्मीदें तोड़ दी थीं।

पुलिस ने सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।

किसी को जान से मारना समस्या का हल नहीं


इस घटना के बाद पुलिस का कहना है कि किसी को जान से मारना किसी भी समस्या का हल नहीं होता है। पूरी घटना बताने के बाद पुलिस ने आरोपी मां और दोनों चाचा को भी गिरफ्तार कर लिया। उन लोगों से भी पूरे मामले की जानकारी ली गई।

पुलिस ने आरोपियों के पास से प्रेग्नेंसी किट, अनवांटेड किट, तेजाब के गैलन आदि बरामद किए हैं।

सभी आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी


मामले में एसपी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया, मां-पिता और चाचा ने ही मिलकर निशा को मारा था। लाश की पहचान छुपाने के लिए तेजाब (बैटरी का पानी) उसके ऊपर डाल दिया था। जुर्म छुपाने के लिए आरोपियों ने 3 फरवरी को निशा के लापता होने की झूठी गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी।

हम लोगों ने पिता नरेश, मां शोभा, चाचा रमेश और गुलाब को हिरासत में ले लिया है। सभी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। निशा की गर्भवती होने की बात भी सामने आई है।